कुनिहार में चल रही भागवत कथा पुराण में मनाया गया कृष्ण प्रकट उत्सव
कुनिहार के तालाब मंदिर परिसर में सात दिवसीय भागवत पुराण कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन करवाया जा रहा है l इस पावन कथा का श्रवण करवा रहे प्रसिद्ध कथा वाचक एवं बांके बिहारी विश्व मंगल सेवा धाम के प्रमुख संस्थापक हरीजी महाराज अपनी ज्ञान भक्ति मई मधुर वाणी से कथा का रसास्वादन करा रहे हैं l कथा के पांचवे दिवस मे कृष्णा प्रकट उत्सव मनाया गया l कथावाचक ने अपने कथा प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए बताया कि जब-जब इस धरा पर अधर्म का बोलबाला होता है, तो तब-तब इस धरा की रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने चौबीस अवतार धारण करके मानव रूप में इस धरा पर अवतरित होकर इस धरा की रक्षा की l इसी के तहत द्वापर युग में भगवान विष्णु ने मां देवकी के गर्भ में भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी में रोहिणी नक्षत्र में मथुरा में कंस के कारागार में जन्म लिया और वासुदेव ने उन्हें गोकुल में नंदबाबा और यशोदा के पास पालने के लिए छोड़ दिया lभगवान कृष्ण ने जन्म से ही अपनी दिव्य अलौकिक शक्तियों को दिखाना आरंभ कर दिया था l भगवान कृष्ण ने बाल रूप में गोकुल में बहुत सारी लीलाएं की l कथा के दौरान गोवर्धन पर्वत के महत्व बारे विस्तृत वृतांत सुनाया गया। इसके साथ कथावाचक ने अपने कथा प्रसंग में आधुनिक युग में गंभीर चुनौतियां और समस्याओं पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने युवा शक्ति को संस्कार पूर्ण नैतिक शिक्षा देने का सभी अभिभावकों से आह्वान किया। आज का मानव असीमित इच्छाओं के कारण इस भौतिकता वादी युग में बहुत आत्म केंद्रित हो गया है वह देह से ही मानव प्रतीत होता है परंतु विचार से दानव जैसे कृत्य करता है। आज का मानव शरीर से तो भारतीय प्रतीत होता है परंतु विचारों से पाश्चात्य संस्कृति का गुलाम प्रतीत होता है। उन्होंने कथा प्रसंग में उपस्थित जनसमुदाय से भागवत में लिखी हुई शिक्षाओं को अपने व्यावहारिक जीवन में अपनाने का आह्वान किया। डी डी कश्यप मीडिया प्रभारी विश्व मंगलम सेवा धाम ने जानकारी देते हुए बताया कि 10 अक्तूबर को कथा को विराम दिया जाएगा तथा इस दिन कथा का समय 12 से 2 बजे तक रहेगा। इस अवसर पर गोदावरी आर्या, कृष्णा पंवर,इंदिरा शांडिल,कुमारी अनिता कश्यप,नीलम गर्ग,लता,इंदु शांडिल,कौशल्या शांडिल,कमला देवी, लछमी रघुवंशी,मीरा कश्यप,पुष्पा देवी,अंजना,सुलेखा,शीला,श्यामा नन्द शांडिल आदि मौजूद रहे।