हिमालयी राज्यों में सबसे बड़ा सफाई अभियान: 7000 से ज़्यादा लोगों ने 7000 किलो से ज़्यादा कचरा उठाया

विश्व पर्यावरण दिवस पर कसौली ने भारतीय हिमालय क्षेत्र में अब तक के सबसे बड़े सफाई अभियान में अहम भूमिका निभाई। इस अभियान का नेतृत्व वेस्ट वॉरियर्स नाम की संस्था ने किया और हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों से 7000 से ज़्यादा लोगों को एक साथ जोड़ा गया। सभी ने मिलकर एक दिन में 7000 किलो से ज़्यादा कचरा साफ किया। कसौली में करीब 1315 लोगों ने सफाई अभियान में भाग लिया। सफाई धर्मपुर स्कूल रोड, साईं मंदिर पानवा, गड़खल सनावर ITI रोड, कसौली कैंट, चामिया, शालाघाट अर्की और कुमारहट्टी बाज़ार जैसी जगहों पर की गई। इन जगहों से लगभग 1471 किलो कचरा एकत्र किया गया, जिसे अब वेस्ट वॉरियर्स की टीम रीसाइक्लिंग के लिए प्रोसेस कर रही है। अभियान में कई तरह के लोगों ने हिस्सा लिया — स्थानीय समुदाय, महिला मंडल, युवाओं के समूह, स्कूल, कॉलेज, प्रशिक्षण संस्थान, सामाजिक संगठन और सरकारी विभाग जैसे वन विभाग और नगर निगम भी शामिल हुए। सभी ने मिलकर यह दिखाया कि जब लोग साथ आते हैं, तो बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। यह सफाई अभियान सिर्फ कसौली तक सीमित नहीं था। हिमाचल प्रदेश के मनाली, धर्मशाला, शिमला, बीड़ और रेणुकाजी जैसे क्षेत्रों में भी सफाई हुई। उत्तराखंड में देहरादून, उत्तरकाशी, कॉर्बेट, आसन और केंपटी फॉल्स जैसे इलाकों में भी यह अभियान पहुंचा।
वेस्ट वॉरियर्स संस्था हिमालयी क्षेत्रों में बेहतर कचरा प्रबंधन सिस्टम बनाने पर काम करती है। ऐसे अभियानों के ज़रिए यह संस्था सिस्टम को मजबूत करने के साथ-साथ लोगों को उनके पर्यावरण की ज़िम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित करती है। इस विश्व पर्यावरण दिवस ने यह दिखाया कि जब हजारों लोग एक मकसद के लिए एक साथ आते हैं, तो असली बदलाव संभव है। यह अब तक का सबसे बड़ा पहाड़ी सफाई अभियान था और यह एक याद दिलाने वाला उदाहरण है कि बदलाव तब आता है जब हम सब मिलकर कदम उठाते हैं।