मंत्री नेगी ने किन्नौर में हुए नुकसान एवं राहत व पुनर्वास कार्य की समीक्षा की
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज जिला किन्नौर में भारी बारिश व बाढ़ से हुए नुकसान की राहत एवं पुनर्वास कार्य की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इसके अतिरिक्त उन्होंने जिला के निगुलसरी में पहाड़ के दरकने से लगभग 380 मीटर तक अवरुद्ध हुए राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 की बहाली कार्य की समीक्षा बैठक की भी अध्यक्षता की।
बागवानी मंत्री ने कहा की राष्ट्रीय उच्चमार्ग-5 की बहाली तक सेब और मटर की फसलों को मंडी तक पहुंचाने के लिए निगुलसरी में रज्जू-मार्ग स्थपित किया गया है, जिसमें जिला के किसानों व बागवानों की सभी प्रकार की फसलों को नि:शुल्क भेजा जाएगा। उन्होंने जिला किन्नौर के लोगों तक सब्जी, दूध, अन्य आवश्यक खाद्य पदार्थ इत्यादि सभी दैनिक उपयोग की वस्तुओं को पहुंचाने के लिए अधिकारियों को वस्तुओं की ढुलाई करवाने के निर्देश दिए ताकि जिला के लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने अवरुद्ध मार्ग की बहाली में मशीनरी व तकनीकी सहयोग के लिए पटेल कंपनी, भारतीय सेना, सतलुज जल विद्युत निगम लिमेटिड, जे.एस.डब्लयू, शोरंग परियोजना, व अन्य ठेकेदारों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने जिला प्रशासन, स्वास्थ्य, हिमाचल पथ परिवहन निगम, लोक निर्माण, जल शक्ति विभाग, पुलिस विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों का निगुलसरी भूस्खलन में तत्परता से कार्य करने के लिए उनके कार्य की सराहना की। इसके अतिरिक्त उन्होंने व्यापार मण्डल भावानगर, स्थानीय पंचायत के प्रतिनिधि, स्थानीय लोगों व अन्य संस्थाओं द्वारा सहयोग प्रदान करने के लिए भी उनका आभार व्यक्त किया।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि निगुलसरी में अवरुद्ध हुए राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 की बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है तथा उन्होंने स्वयं मौके पर पहुंच कर बहाली कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि जिला में सेब व मटर की फसलों का सीजन चालू है तथा ऐसे में सड़क को शीघ्र बहाल करना अति आवश्यक है।
उन्होंने राष्ट्रीय उच्च मार्ग के अधिकारियों तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को बहाली के कार्य में और तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि जिला किन्नौर के किसानों व बागवानों की नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाया जा सके तथा जिला को मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।
बैठक में बताया गया कि निगुलसरी में अवरुद्ध हुए राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 की बहाली के लिए 40 श्रमिकों की तैनाती की गई है जिसमें 35 निजी ठेकेदार के तथा 5 राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 के श्रमिक शामिल हैं। इसके अलावा 1 कनष्ठि अभियंता, 1 डोज़र, 2 आरओसी मशीने तथा 3 वायु संपीड़न मशीनों की तैनाती की गई है।
बैठक में बताया गया कि 380 मीटर तक अवरूद्ध हुई सड़क में से 280 मीटर सड़क को बहाल कर लिया गया है तथा बची हुई 100 मीटर सड़क की बहाली का कार्य प्रगति पर है जिसे शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके अलावा जिला में वर्तमान में पर्याप्त मात्रा में दवाईंया उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त जिला में किरयाना व सब्जियां भी उपलब्ध हैं तथा जिला में पेट्रोल व डीजल आज शाम तक वाया काजा मार्ग से उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
इस अवसर पर उपायुक्त किन्नौर तोरूल रवीश, वन मंडलाधिकारी अरविंद, उप मंडलाधिकारी निचार बिमला वर्मा, सहायक आयुक्त संजीव कुमार भोट, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोनम नेगी, उपपुलिस अधीक्षक नरेश शर्मा, भारतीय सेना के अधिकारी, अन्य प्रशासनिक अधिकारियों सहित पटेल कंपनी, सतलुज जल विद्युत निगल लिमेटिड, जेएसडब्ल्यू, शोरंग परियोजना व बहाली कार्य से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।