मस्जिद विवाद: सुन्नी में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन आज, सुरक्षा के पुख्ता का प्रबंध
हिमाचल की राजधानी शिमला के उपनगर संजौली में विवादित मस्जिद के अवैध निर्माण के खिलाफ उठी हिंदू संगठनों की आवाज प्रदेश भर में गूंजने लगी है। शिमला और मंडी में मस्जिद के अवैध निर्माण के खिलाफ हुए प्रदर्शन करने के बाद आज हिंदू संगठन सुन्नी में गरजेंगे, जिसको देखते हुए क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। जिले में शिमला ग्रामीण विधानसभा के तहत सुन्नी में भी काफी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं। यहां पर भी एक मस्जिद का निर्माण किया गया है। मस्जिद के अवैध निर्माण और बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की भी जांच कर रहे हैं। वहीं, प्रशासन का कहना है कि प्रदर्शन को लेकर किसी ने कोई अनुमति नहीं ली है न ही इसके लिए मंजूरी दी है, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने एहतियात के तौर पर अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है। एडीएम (कानून-व्यवस्था) अजीत भारद्वाज के मुताबिक प्रदर्शन के दौरान मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे और हर स्थिति पर नजर रखेंगे। स्थानीय लोगों के मुताबिक पिछले सालों में क्षेत्र में विशेष समुदाय और प्रवासियों की संख्या काफी अधिक बढ़ गई है। विश्व हिंदू परिषद ने शनिवार को प्रदेशभर में 2 घंटे दुकानें बंद रखने का आह्वान किया है। हिमाचल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुमेश शर्मा के ने कहा, "कुछ लोग समाज में माहौल खराब करने के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। इसलिए व्यापार मंडल ने आज सुबह 9 से 11 बजे तक दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया है। आपसी भाईचारा और शांतिपूर्ण माहौल कायम रखना हम सभी का दायित्व है।
वहीं, शिमला व्यापार मंडल के उप प्रधान राजकुमार अग्रवाल ने बताया, "राजधानी के बाजार आज खुले रहेंगे। शिमला के व्यापारी पिछले गुरुवार को 3 घंटे तक दुकानें बंद रख चुके हैं। मंडी व्यापार मंडल ने आज दो घंटे तक दुकानें बंद रखने का ऐलान किया है। प्रदेश के अन्य शहरों में भी कुछ व्यापार मंडल इस बंद का समर्थन कर सकते हैं। बता दें कि शिमला के संजौली में बीते 1 सितंबर को पहली बार मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने के लिए प्रदर्शन किया गया था। इसके बाद 5 सितंबर को दोबारा संजौली और चौड़ा मैदान में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन हुआ। इसी दिन शाम के वक्त शिमला के कसुम्पटी में भी स्थानीय लोगों ने मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन किया। बाद में 11 सितंबर को प्रदर्शन हुआ, जिसमें पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प हो गई और पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज किया।