J&K : देवदूत बनकर आए सैनिक, घुटनों तक बर्फ में 2 किलोमीटर चलकर बचाई 2 जानें

भारी बर्फबारी के कारण कश्मीर घाटी सफेद बर्फ की चादर से घिरी हुई है। सड़कों पर कई इंच तक बर्फ जमा हो गई है जिसकी वजह से सड़क मार्ग बंद हो गए हैं और वाहनों की आवाजाही भी ठप है। घाटी के कई इलाकों में एवलांच का अलर्ट जारी हुआ है।
जहां पैदल चलने के लिए लोगों को खासी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है, वहीं इस बीच जम्मू-कश्मीर के सोपोर में एक दिल छू लेने वाली घटना सामने आई है। तीन दिन पहले कुपवाड़ा के एक दूर-दराज गांव में एक गर्भवती महिला को सेना के जवानों ने घुटने तक गहरी बर्फ में दो किमी तक कंधे पर उठाकर एंबुलेंस तक पहुंचाया, जिसके बाद उस महिला को अस्पताल पहुंचाया गया। महिला ने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया है।
5 जनवरी को रात 11.30 फरकियां गांव के मंज़ूर अहमद शेख को जब ये पता चला कि उनकी पत्नी शबनम बेगम को दर्द होना शुरू हुआ है तो उनके पास केवल एक सहारा था और वो थी सेना। बर्फ से सारे रास्ते बंद थे और गर्भवती पत्नी को लेकर अस्पताल जाने का उनके पास कोई रास्ता नहीं था। उन्होंने पास में करालपुरा में तैनात सेना की एक कंपनी हेडक्वार्टर से संपर्क किया। सेना के जवानों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत मदद करने का फैसला किया। जवान उपलब्ध मेडिकल असिस्टेंट के साथ तुरंत शेख के घर पहुंचे और रात में ही घुटने-घुटने तक बर्फ के बीच महिला को कंधे पर उठाकर दो किमी दूर सड़क तक पहुंचाने की कार्रवाई शुरू कर दी। इस बीच करालपुरा अस्पताल को खबर दे दी गई और उनकी एक एंबुलेंस रास्ते तक पहुंच गई। जवानों की मदद से महिला को समय पर अस्पताल पहुंचा दिया गया।
महिला ने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया। बेटे के जन्म के बाद मंजूर अहमद शेख कंपनी हेडक्वार्टर में मिठाइयां बांटने पहुंचे और सेना को धन्यवाद दिया।