विकसित राष्ट्र के लिए स्वस्थ नागरिक आवश्यक-डॉ. राजीव बिंदल
- दिनचर्या में अपनाएं आयुर्वेद के नियम-डॉ. राजीव सैजल
आरोग्य भारती सोलन द्वारा आयोजित एक दिवसीय आरोग्य मेला एवं ‘स्वस्थ शरीर, स्वस्थ परिवार, स्वस्थ ग्राम, स्वस्थ राष्ट्र’ विषय पर आयोजित सम्मेलन में विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।डॉ. बिंदल ने कहा कि आरोग्य भारती द्वारा आज के सम्मेलन के लिए चुना गया विषय न केवल सामायिक है अपितु सभी के लिए आवश्यक भी है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आज के सम्मेलन के उपरांत हम सभी को स्वस्थ व्यक्ति से स्वस्थ राष्ट्र की दिशा में अपने योगदान के विषय में गंभीरता से सोचना होगा। हम सभी को यह प्रण लेना होगा कि शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ हम स्वयं भी प्रसन्न रहें और सामाजिक क्रियाकलापों में भागीदारी सुनिश्चित कर देश के प्रसन्नता सूचकांक को भी पुष्ट करें।उन्होंने इस महत्वपूर्ण विषय पर सम्मेलन आयोजित करने तथा विभिन्न प्रदर्शनियों के माध्यम से लोगों को आरोग्य, आहार एवं दवाओं की जानकारी प्रदान करने के लिए आरोग्य भारतीय सोलन को बधाई दी।
डॉ. बिंदल ने इस अवसर पर योग प्रस्तुत करने वाले बच्चों को अपनी ऐच्छिक निधि से 10 हजार रुपए तथा आरोग्य भारती सोलन को 20 हजार रुपए प्रदान करने की घोषणा की।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि शरीर का अर्थ है निरंतर नाश होने वाला। उन्होंने कहा कि हमारा शरीर आत्मोत्थान एवं मोक्ष प्राप्ति का साधन भी है और इसी के माध्यम से हम देशहित के कार्य कर सकते हैं। सेवानिवृत आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. एसएस परमार ने सभी का स्वागत किया तथा आरोग्य भारती के अध्यक्ष डॉ. एमपी सिंघल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।इस अवसर पर नशा निवारण विषय पर एक लघु नाटिका एवं बच्चों द्वारा योग प्रदर्शन भी किया गया। विभिन्न विभागों द्वारा स्वास्थ्य एवं पोषाहार से संबंधित प्रदर्शनियां भी लगाई गई।
इन्हें किया सम्मानित
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने इस अवसर पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पीजीआई चंडीगढ़ की डॉ. जयमंती बख्शी, सेवानिवृत आयुर्वेद चिकित्सक एवं आरोग्य भारती के सचिव डॉ. राकेश पंडित, आयुर्वेदाचार्य एवं केन्द्रीय आयुष विभाग के पूर्व सलाहकार डॉ. सुरेंद्र कुमार शर्मा तथा अखिल भारतीय आयुर्वेद अनुसंधान केन्द्र के महानिदेशक डॉ. करतार धीमान को सम्मानित भी किया।