बेरूत में धमाकों से तबाही का मंजर
मंगलवार शाम लेबनान की राजधानी बेरूत में 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट में हुए बड़े विस्फोट के बाद बेरुत बंदरगाह का एक बड़ा हिस्सा और कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। बंदरगाह पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हो गया। हर तरफ लाशें और तबाही का खौफनाक मंजर नजर आया। पूरा बेरूत शहर धुएं से भर गया व गाड़ियों के शीशे और इमारतों की खिड़कियां चकनाचूर हो गईं। इस हादसे में करीबन 78 लोगों ने अपनी जान गावं दी है और 4000 से ज्यादा लोग घायल हैं। इस विस्फोट की तीव्रता इतनी तेज़ थी मनो कोई परमाणु बम धमाका हुआ हो। विस्फोट की वजह से जमीन भी कंपकंपा गई और ऐसे लगा भीषण भूकंप आया हो। 240 किलोमीटर तक इसकी धमक महसूस की गई।
इस विस्फोट की तस्वीरें दिल दहला देने वाली हैं। धमाके से पहले गुलाबी धुएं का ऊंचा सा गुबार पूरे आसमान में फैल गया और फिर जोरदार धमाके के साथ तबाही मच गई। रास्ते में जो आया, विस्फोट ने उसे अपनी जद में ले लिया। रिपोर्ट्स के अनुसार कम से कम 10 किमी के दायरे में घरों को भारी नुकसान पहुंचा है। धमाके से चारो तरफ तबाही का मंज़र बन गया।
इस भयानक घटना होने पर लेबनान के राष्ट्रपति माइकल आउन ने सुप्रीम डिफेंस काउंसिल की मीटिंग बुलाई। देश के स्वास्थ्य मंत्री हमाद हसन ने बताया कि मरने वालों की तादाद काफी बढ़ सकती है। उन्होंने बताया है कि बेरूत शहर में भारी नुकसान भी हुआ है। धमाके की वजह से बेरूत के अस्पताल भर गए। हालत यह हो गई कि कई घायलों का कॉरिडोर के अंदर इलाज किया गया। लेबनान के रेडक्रॉस ने लोगों से अपील की है कि वे तभी अस्पताल जाएं जब बहुत जरूरी हो।
PM मोदी ने जताया शोक
बुधवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर शोक जताते हुए जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की है।
पीएमओ ने ट्वीट करते हुए लिखा "बेरुत शहर में बड़े विस्फोट से हुए जीवन और संपत्ति के नुकसान से हैरान और सदमे में हूँ. हमारे विचार और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ हैं।"