कथोग स्तिथ लॉरेट इंस्टिट्यूट में नैनो पार्टिकल्स और पार्टिकल रियोलॉजी पर 1 दिवसीय कार्यशाला आयोजित
कथोग स्तिथ लॉरेट इंस्टिट्यूट में डिपार्टमेंट ऑफ़ फार्मसूटिक्स एव इंटरनल क्वालिटी अशुरन्स सेल के दवारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का विषय कैरेक्टराइजेशन ऑफ़ नैन पार्टिकल्स एंड पार्टिकल रियोलॉजी था। इस अवसर पर मुख्यबक्ता मिस्टर अमित भाटिआ प्रोडक्ट स्पेसलिस्ट ऐमिल लिमिटेड दिल्ली, मिस्टर मंजीत सिंह सीनियर बिज़नेस मैनेजर ऐमिल लिमिटेड चंडीगढ़, मिस्टर राजीव कुमार असिस्टेंट बिज़नेस मैनेजर रहे। संस्थान के प्रबंधक एवं निर्देशक डॉ रण सिंह वर्चूअली इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। लॉरेट संसथान के प्राचार्य एवं कैंपस निर्देशक डॉ एम एस आशावत ने मुख अतिथियों का स्वागत गुलदस्ता भेंट करके किया। इस कार्यक्रम में दो सौ से ज्यादा प्रतिभागियों ने भाग लिया। डॉ एम एस आशावत ने सम्भोधित करते हुआ कहा कि स्वागत भाषण कार्यक्रम की रूपरेखा और उद्देश्यों को स्पष्ट करता है, जिससे सभी प्रतिभागियों में उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
स्वागत भाषण से समारोह की गरिमा बढ़ती है और एक सौहार्दपूर्ण वातावरण बनता है। मुख्य वक्ताओं ने नैनोटेक्नोलाजी के बारे में जानकारी साँझा की उन्होंने बताया नैनोटेक्नोलॉजी, विज्ञान और इंजीनियरिंग की एक शाखा है, जिसमें परमाणुओं और अणुओं में हेरफेर करके नई संरचनाओं, उपकरणों, और प्रणालियों को डिज़ाइन किया जाता है। परमाणु स्तर पर परिवर्तन करके, शोधकर्ता किसी पदार्थ के रासायनिक और भौतिक गुणों को बदल सकते हैं। इससे बेहतर सहनशीलता और बढ़ी हुई चालकता सहित बेहतर गुणों वाली नई मैक्रोटेक्नोलॉजी विकसित हो सकती है और नैनोटेक्नोलाजी विज्ञानं के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है उन्होंने छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा नैनोटेक्नोलॉजी से ऊर्जा क्षेत्र, कृषि , चिकिस्तक आदि क्षेत्रों में अपने भविष्य को निखार सकते हैं। साथ ही साथ उन्होंने ने पार्टिकल रियोलॉजी के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा रियोलॉजी का फ़ार्मास्यूटिकल क्षेत्र में कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है। कण रियोलॉजी, रियोलॉजी और कण मापदंडों के बीच संबंधों को समझने से जुड़ा है। रियोलॉजी, पदार्थों के प्रवाह और गति के अध्ययन से जुड़ा विषय है। इसमें तरल पदार्थ और ठोस दोनों शामिल हैं। इस कार्यक्रम में एच ओ डी डॉक्टर विनय पंडित एवं डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो सी पी एस वर्मा, डॉ परवीन, डॉ अमरदीप अंकलगी, डॉ अदिति, एसोसिएट प्रो शिव कुमार खुशवा, डॉ मयंक, डॉ स्वाति सहायक प्रोफेसर डिंपल, सहा प्रो अर्चना, सहा प्रो देव राज तथा स्टाफ के अन्य सदस्य मौजूद रहे।