पालमपुर : कैप्टन आत्माराम के योगदान को किसी भी सूरत में नहीं भुलाया जा सकता :- प्रवीन कुमार
पूर्व विधायक के अतिरिक्त भारतीय सेना में भी दी गई सराहनीय सेवाओं के दृष्टिगत कैप्टन आत्माराम के योगदान को किसी भी सूरत में नहीं भुलाया जा सकता। यह विचार आज अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान ग्रांम पंचायत चन्दरोपा स्थित ख्यांपट्ट गांव में पूर्व विधायक कैप्टन आत्माराम के आवास पर उनकी धर्म पत्नी सोमा देवी व बेटे अशोक कुमार के साथ एक विशेष मुलाकात में पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने व्यक्त किये। प्रवीन कुमार ने कहा कि आज की भारतीय राजनीति में कैप्टन आत्माराम एक ईमानदारी, मिलनसारी, शराफत व कर्मठ कार्यशैली की मिसाल थे। इस मोके पर पूर्व विधायक के साथ विचार सांझा करते हुए कैप्टन आत्माराम की धर्मपत्नी व बेटे ने कहा कि कैप्टन साहब ने बतौर विधायक पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार, वीरभद्र सिंह, प्रो प्रेम कुमार धूमल व वर्तमान मुख्यमंत्री ठाकुर जयराम के साथ भी काम करके चार पारी हिमाचल विधान सभा में खेली। इस तरह बतौर विधायक जिस तरह राजगीर विधानसभा क्षेत्र की जनता की सेवा करके जो इतिहास कैप्टन साहब ने रचा है उसके परिणामस्वरूप हर गली, मोहल्ले, गांव व पंचायत में सर्वत्र विकास के नाम का एक के बाद एक मील का पत्थर इन्होने रखा है जो अस्मरणीय है। पूर्व विधायक ने बताया कि अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान जिस तरह इस इलाके के मतदाताओं ने कैप्टन साहब के सम्मान में अपने अपने विचार रखे। ऐसे में एक राजनेता एवं जनसेवक के अतिरिक्त कैप्टन साहब ने भारतीय सेना के वीर जवान के रुप में भी 1962 ,1965 व 1971 की तीन तीन लड़ाईयाँ लड के इस क्षेत्र का गौरव बढाया है। नतीजन सेना ने भी इनकी वीरता पर इन्हें मैडलों से नवाज़ा गया था। पूर्व विधायक ने कहा इन तमाम सराहनीय सेवाओं के दृष्टिगत कैप्टन आत्माराम की याद को हमेशा हमेशा के लिए जिंदा रखने हेतु "खयांपटट" स्थल को कैप्टन आत्माराम समृति में यादगार बनाने की मुख्यमंत्री के समक्ष जोरदार शब्दों में पैरवी एवं वकालत की जाएगी।
