परागपुर: बठरा पंचायत के पदाधिकारियों पर लगी 42900 रुपए की रिकवरी, जानें पूरा मामला
ब्लाक खंड परागपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत बठरा में एक बार फिर भ्रष्टाचार के आरोप लगे है, लिहाजा पचायत मे भिन्न-भिन्न निर्माण कार्य के मस्टरौल पर अब कामगारों की फर्जी हाजरियां लगाकर 42 हजार 900 रुपये का घोटाला करने के सगीन अरोप लगे है । शिकायत कर्ता की बात माने तो जहां निर्माण कार्य पर कामगारों की फर्जी हाजरियां लगाई गई है वहां निर्माण कार्य हुआ ही नहीं है और बिना काम किए बगैर ही सरकार के 42 हजार 900 रुपये सभा के फंड से निकाल लिए, ब्लाक खंड अधिकारी परागपुर मुकेश ठाकुर ने इस बारे जांच करने के उपरांत पचायत प्रधान व सचिव को 42 हजार 900 रुपये की रिकवरी होने की बात कही है । सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पंचायत से 42900 रुपए की रिकवरी होगी, जिसके बारे रिपोर्ट बीडीओ और डीपीओ को भेज दी है। इस बारे परीक्षित धीमान ने आरटीआई के तहत जानकारी मांगी। जानकारी के मुताबिक जब सभा फंड से 42900 रुपए निकलने की जांच की गई तो मामला सही पाया गया। पंचायत इंस्पेक्टर देशराज ने बताया कि इस इस मामले में पंचायत के पदाधिकारियों पर 42900 रुपए की पेनल्टी लगाना तय है।
आपको बता दें कि पंचायत पदाधिकारियों में एक ही दिन एक व्यक्ति की हाजरी कई जगह लगाई थी, जिसके चलते यह कार्यवाही हुई है। सूत्रों ने बताया कि वह व्यक्ति कागजों में हर काम पर हाजिर था, बस उसकी उम्र 39 साल, 36 साल और 34 साल बताई है कहा जा रहा है कि इस मामले में वार्ड मेंबर भी काम होने से मुकर गए है। सूत्रों ने कहा कि इस मामले में बठरा पंचायत के प्रधान और सचिव को 42900 रुपए की रिकवरी भरने पड़ेगी। आपको बता दें कि बठरा पंचायत में पहले भी इस तरह के भ्रष्टाचा के आरोप लग चुके हैं। जहां उपप्रधान ने प्रशिक्षु बेटे की हाजरियां मनरेगा के काम में लगा दी थी। उधर संबंध में वी डी ओ मुकेश कुमार परागपुर से बात की उन्होंने बताया बठरा पंचायत में जो पंचायत के कार्यों में घपला बाजी हुई थी उसकी जांच की गई 42900 रिकवरी डाली गई है। इस संबंध में बठरा पंचायत की प्रधान सुनीता देवी से बात की गई तो उन्होंने बताया इन कामों के जो मिस्टरोल निकले गए हैं । वह पंचायत सचिव ने अपनी मर्जी से मस्टरोल निकाले हैं। इस बारे में मुझे कोई भी जानकारी नहीं है आज आरटीआई के तहत जब रिपोर्ट आई है तो मुझे इस बारे में जानकारी हुई है।