रिकांगपिओ : 5 दिवसीय राज्य स्तरीय नृत्य एवं क्राफ्ट मेले में किन्नौर के पारम्परिक व्यजंन बने पहली पसंद
किन्नौर जिला के मुख्यालय रिकांगपिओ में आयोजित आजादी के 75वें अमृत महोत्सव व हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व स्वर्णिम जयंती वर्ष पर आयोजित 5 दिवसीय राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं क्राफ्ट मेले में पर्यटकों व स्थानीय लोगों की पसंद किन्नौर के पारम्परिक व्यजंन बने। ग्राम संगंठन पांगी की महिला साधना कुमारी, सुशांत कुमारी, सुभ्रदा कुमारी, प्रेम प्यारी, तीरा देवी, रघुना देवी, सरस्वती देवी व राधा प्यारी द्वारा लगाए गए स्टाॅल पर पर्यटक व स्थानीय लोग पारम्परिक व्यंजन थिस्पोले, गाशंग (ओगला के चिल्टे), ब्रासोदा व फाफड़ा के चिल्टे पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। जलेबी की तरह बने थिस्पोले पर्यटकों को बहुत पसंद आ रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य के लिए लाभदायक छाछा, नमकीन चाय व चूली की फांटिग का स्वाद लेने के लिए भी भीड़ देखी जा रही है। संगठन की मुखिया साधना कुमारी का कहना है कि यह सभी पारम्परिक व्यंजन स्वास्थ्य की दृष्टि से औषधीय गुणों से भरपूर है। उन्होंने कहा की फाफड़ा का चिल्टा जहां मधुमेह रोगियों के लिए रामबाण माना जाता है वहीं चूली व सत्तु से तैयार किया गया फांटिग गैसटीक व पेट के कई रोगों के ईलाज के लिए भी लिया जाता है। उन्होंने कहा कि जिले में त्यौहारों व उत्सवों पर आज भी इन व्यंजनों को बनाया जाता है। इन व्यंजनों को तैयार करने में घर पर तैयार पदार्थों का ही प्रयोग किया जाता है। इसी कारण स्थानीय लोग भी इन्हें बहुत पसंद कर रहे हैं।