कुनिहार में हुआ सात दिवसीय भागवत कथा का शुभारंभ
** कुनिहार बाजार में निकाली भव्य कलश यात्रा
मंदिर परिसर तालाब कुनिहार में राधे श्याम परिवार संस्था के सौजन्य से 7 दिवसीय भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। प्रसिद्ध आचार्य व कथा वाचक विश्व मंगलम सेवा धाम के प्रमुख संस्थापक हरिजी महाराज तथा भागवत ग्रंथ का फूल-मालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया गया और संस्था तथा क्षेत्र की महिलाओ ने कलश यात्रा में भाग लिया। कलश यात्रा पूरे बाजार से पुराना बस अड्डा होते हुए कथा स्थल तालाब मंदिर पहुंची तथा मंत्रोचारण के साथ विधिवत रूप से कलश स्थापना की गई। उसके उपरांत कथा वाचक हरिजी महाराज ने अपनी मधुर वाणी से कथा का शुभारंभ किया। उन्होंने सबसे पहले सभी क्षेत्र वासियों व सनातन प्रेमियों को शरद नवरात्रों की बधाई दी। उसके उपरांत उन्होंने अपने प्रसंग में कहा कि देवी नारी शक्ति को समर्पित है। देवी के नौ रूप है मां के पहले रूप को शैल पुत्री कहा जाता है, जिसे पहाड़ों की पुत्री भी कहा जाता है क्योंकि उनके पिता पर्वत राज हिमालय थे। मां का दूसरा रूप ब्रहम चारणी है। मां पार्वती ने ब्रहम चारणी रूप में भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की और भगवान शिव पार्वती की घोर तपस्या देखकर अति प्रसन्न हुए और पार्वती से विवाह कर लिया। इसके अलावा कथा के अनेक प्रसंग कथा व्यास ने भक्तो को सुनाए। राधे श्याम परिवार की प्रधान कृष्णा पंवर तथा महा सचिव इंदिरा शांडिल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह सात दिवसीय कथा 10 अक्तूबर तक चलेगी तथा कथा का समय प्रतिदिन 1 से 4 बजे तक रहेगा। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन शाम 7 बजे से 9 बजे तक पंडाल में भजन कीर्तन किया जाएगा। इस अवसर पर गोदावरी आर्या, अनिता कश्यप, नीलम गर्ग, लता कश्यप, श्यामा नन्द शांडिल, जगदीश पंवर, कृष्णा पंवर, इंदिरा शांडिल तथा डी डी कश्यप मीडिया प्रभारी विश्व मंगलम सेवा धाम आदि उपस्थित रहे।