शिमला: मंडी के थुनाग में हॉर्टीकल्चर कॉलेज के मुद्दे पर सदन में हंगामा, विपक्ष ने किया वॉकआऊट
शिमला: हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन हॉर्टीकल्चर कॉलेज के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। इस दौरान विपक्ष ने सत्तापक्ष की ओर से सही जवाब न मिलने पर सदन से वाॅकआऊट कर दिया। वाॅकआऊट के बाद विधानसभा परिसर में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमारी सरकार ने सराज विधानसभा क्षेत्र के थुनाग में हॉर्टीकल्चर कॉलेज शुरू किया था और उसकी फोरैस्ट क्लीयरैंस करने के बाद 205 बीघा भूमि कॉलेज के नाम कर दी थी। भूमिपूजन के पश्चात 10 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान भी किया, लेकिन कांग्रेस सरकार के पौने 2 वर्ष के कार्यकाल में इसका टैंडर नहीं हुआ। जब हमने पीडब्ल्यूडी को कहा कि इसका टैंडर करो तो हॉर्टीकल्चर मिनिस्टर ने कहा कि इस टैंडर को रोक दो। जब हमने इसके बारे में पूछा तो सही कारण नहीं बताया गया, जिस पर विपक्ष ने सदन से वॉकआऊट कर दिया। जयराम ने कहा कि सरकार की मंशा या तो इस कॉलेज को बंद करना है या तो इसे शिफ्ट करना है।
जयराम ने कहा कि जब हमने कॉलेज को शुरू करने के बारे में पूछा तो सत्तापक्ष की ओर से कहा कि गया कि कॉलेज बनाने के लिए 300 करोड़ रुपए लगेंगे। आप पैसे दीजिए और उसके बाद हम इस कॉलेज का काम शुरू करेंगे। जयराम ने इस जवाब को गैर-जिम्मेदाराना बताया। उन्होंने कहा कि पैसों का इंतजाम करना वर्तमान सरकार की जिम्मेदारी है। हम विपक्ष में हैं और इस मामले में सरकार का सहयोग कर सकते हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार का ये काम करने का तरीका बन गया है कि जो भी हो सकता है उसे बंद कर दो। मंडी में शिवधाम व मेडिकल यूनिवर्सिटी का काम बंद कर दिया, वहीं पालमुपर कृषि विश्वविद्यालय की जमीन निजी हाथों में सौंपी जा रही है। इससे बड़ा दुर्भाग्य और कोई नहीं हो सकता। वही नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ड्रोन से मुझ पर नजर रखी रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने उनकी व्यक्तिगत सीमाओं का उल्लंघन किया है और यह सही परंपरा नहीं है। विपक्ष के नेता के घर में कौन आ रहा है और कौन जा रहा है, इस पर नजर रखी जा रही है। वहीं फोन पहले ही टैप किए जा रहे हैं जोकि एक गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा इस बाबत मुख्यमंत्री ने इसका कोई जवाब नहीं दिया और चुप्पी साधे बैठे रहे।