सिरमौर: बुड़ेछू नृत्य के साथ गिरिपार मे शुरू हुआ सप्ताह भर चलने वाला दिवाली उत्सव
**बैल पूजन व सास-दामाद दूज भी है परम्परा का अहम हिस्सा
सिरमौर जनपद की सदियों पुरानी लोक संस्कृति व परम्पराओं को संजोए रखने के लिए मशहूर गिरिपार क्षेत्र में यूं तो हिंदुओं के कईं त्यौहार अलग अंदाज में मनाए जाते हैं, मगर यहां हफ्ते भर चलने वाली दिवाली और एक दिवाली के एक महीने बाद आने वाली बूढ़ी दिवाली हमेशा चर्चा में रहती है। क्षेत्र में दीपावली से एक दिन पूर्व चौदश से ये त्योहार शुरू होता है और इसके बाद अवांस, पोड़ोई, दूज, तीज व पंचमी आदि नाम से सप्ताह भर चलता है। बीते बुधवार को चौदश से इलाके में त्यौहार शुरू हो चुका है। दीपावली को आज अंवास के नाम से मनाए जाने व लक्ष्मी पूजा के बाद अगले दिन मनाए जाने वाले पोड़ोई पर्व पर क्षेत्र मे बैलों अथवा गोवंश की पूजा कर उन्हें पारम्परिक व्यंजन अथवा पकवान परोसे जाते हैं। इस दौरान इलाके के विभिन्न गांवों में बुड़ेछू लोक नृत्य भी हुआ।