पंजाबी गायक कुलविंदर बिल्ला के नाम रही कुल्लू दशहरा उत्सव की दूसरी स्टार नाइट
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में पंजाबी गायक कुलविंदर बिल्ला के गीतों पर सैकड़ों दर्शक थिरके। लालचंद प्रार्थी कला केंद्र में आयोजित दूसरी सांस्कृतिक संध्या में पंजाबी गायक कुलविंदर बिल्ला ने 'सेम टाइम सेम जगह', 'ले गई मेरा दिल' गीत से कार्यक्रम का आगाज किया। इसके बाद 'तेरी मेरी अड़िये नी लगू टिच बटना दी जोड़ी', 'गुड़ नाल इश्क मिठा', 'फायदा कि प्लाजो पाके निकलने का', 'तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी', 'आपको देखकर देखता रह गया', 'द्व इश्क च डूब जांदा बंदा कितना भी चलाक होंदा', 'दिल चोरी साडा हो गया' आदि गीतों पर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। दशहरा उत्सव की सांस्कृतिक संध्या में विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। संध्या में रूस और कुल्लवी संस्कृति की झलक भी देखने को मिली. रूस के सांस्कृतिक दल ने मनमोहक प्रस्तुति दी। वहीं, कुल्लू के सांस्कृतिक दल ने भी पारंपरिक कुल्लवी परिधानों में सजकर वाद्ययंत्रों की मधुर ध्वनि के बीच कुल्लवी नाटी की आकर्षक प्रस्तुति दी।
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा की दूसरी सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत शाम 05:30 बजे हुई। सबसे पहले पुलिस और होमगार्ड बैंड ने प्रस्तुति दी। इसके बाद सुर-ताल की परीक्षा को पास कर दशहरा के मंच पर पहुंचे प्रदेशभर के कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं। इन प्रस्तुतियों में एकल गीत, एकल डांस, समूह डांस और गीत के साथ क्लासिकल डांस और मॉडलिंग शामिल रही। दूसरी सांस्कृतिक संध्या में म्यांमार व रूस के सांस्कृतिक ग्रुप द्वारा पेश किए गए कार्यक्रम को दर्शकों ने खूब पसंद किया. स्थानीय कलाकारों ने सांस्कृतिक संध्या में मनोज कुमार, भूपेंद्र ठाकुर, राधिका लाल, हरीश चंद्र, चूड़ेश्वर सांस्कृतिक दल, डॉ. मदन झूलठा, लक्ष्मी ठाकुर संजीव धीमान किशन वर्मा ने गीतों की प्रस्तुति दी. जबकि रिशिता कैंडल, रेड डॉट ग्रुप ने नृत्य किया इसके साथ ही रेशमू देवी क्लासिकल डांस किया। वहीं, रोजी शर्मा के साथ हरियाणा की सांस्कृतिक दल में फोक डांस किया। स्थानीय कलाकारों ने कुल्लवी गीतों पर नाटी प्रस्तुत कर वाहवाही लूटी। रूस के सांस्कृतिक दल की प्रस्तुति भी आकर्षण का केंद्र रही। विदेशी कलाकारों ने मंच पर उत्कृष्ट प्रस्तुति से रूस की संस्कृति और वेशभूषा से रूबरू करवाया। इसके अलावा हरियाणा के एनजेडसीसी कलाकारों के लोक नृत्य और फिरदौस बैंड ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।