15 साल से संगठन का काम कर रहा हूँ, वंशवाद का टैग गलत : चेतन
आगामी उपचुनाव में जुब्बल कोटखाई क्षेत्र से भाजपा टिकट के कई चाहवान है और इनमें से एक प्रमुख नाम है चेतन बरागटा का जो स्व नरेंद्र बरागटा के पुत्र है। चेतन के दावेदारी को लेकर जहाँ एक खेमे में उत्साह है तो कुछ लोग अभी से उनकी दावेदारी पर सवाल उठा रहे है। क्या है चेतन बरागटा के मन में, क्या है उनकी योजना और क्या हो सकता है उनका एक्शन प्लान इसे लेकर फर्स्ट वर्डिक्ट ने उनसे विशेष बातचीत की। पेश है बातचीत के मुख्य अंश ....
सवाल : आपके पिता नरेन्द्र बरागटा के दुखद निधन के उपरांत अब उपचुनाव होना है, और सबसे बड़ा सवाल ये ही है कि क्या आप उनकी राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए तैयार है ? क्या आप चुनाव लड़ेंगे ?
जवाब : मेरे पिता जी ने अपने पुरे जीवन में जनता की सेवा की है वो हमेशा बागवानों की आवाज बने रहे। आज वो हमारे बीच नहीं है लेकिन अब भी उनके आदर्श और उनके दिए हुए संस्कार हमारे साथ है। मैं अपने पिता जी के शुरू किए विकास कार्यों को पूरा करना चाहता हूँ, पार्टी टिकट देगी तो चुनाव लडूंगा भी और पार्टी को जिताउँगा भी।
सवाल : भाजपा हमेशा वंशवाद के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरती आई है, पर वंशवाद तो इधर भी दिखता है। इस पर क्या कहेंगे ?
जवाब : मैं पिछले 15 वर्षो से संगठन में कार्य कर रहा हूं, राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर पर विभिन्न दायित्व पर रहते हुए भाजपा को मजबूत किया है, मेरे ख्याल से मुझ पर वंशवाद का टैग लगाना गलत है। मैं कोई पैराशूटी नेता नहीं हूँ, वर्तमान में प्रदेश भाजपा आईटी सेल का प्रमुख हूँ। मैंने हमेशा संगठन को मजबूत करने का काम किया है और हमेशा करता रहूँगा।
सवाल : भाजपा से टिकट के और भी कई उम्मीदवार है और आपकी उम्मीदवारी पर अभी से सवाल उठा रहे है। ये असंतोष कैसे साधेंगे ?
जवाब : भाजपा एक लोकतांत्रिक पार्टी है, सबको अपनी उम्मीदवारी पेश करने का हक है। हर वो कार्यकर्त्ता जो पार्टी की सेवा कर रहा है, लोगों के बीच में काम कर रहा है उसे टिकट मांगने का अधिकार है। पार्टी उचित समय पर टिकट तय कर देगी। ये जाहिर सी बात है कि टिकट किसी एक को ही मिलेगा। पार्टी एक परिवार है और सब साथ है। जो असंतोष है, वो भी निश्चित तौर पर संतोष में बदल जाएगा।
सवाल : अगर पार्टी आपकी जगह किसी और को टिकट देती है तो आपका पक्ष क्या रहेगा ?
जवाब : समय के गर्भ में छुपी बातों का उत्तर देना मेरे लिए सही नहीं हैं। मैं पार्टी का सच्चा सिपाही हूँ।
सवाल : अगर टिकट मिला तो किस एजेंडा के साथ मैदान में उतरेंगे, प्राथमिकता क्या रहेंगी ?
जवाब : बागवानी से उत्पन्न आर्थिकी को अधिक मजबूत करने का प्रयास करूंगा, जुब्बल नावर कोटखाई में नई राजनीति की शुरुआत करेंगे, हर क्षेत्र में इनोवेटिव आईडियाज़ के साथ विकास कार्य करूँगा। मेरे लिए पहले देश हैं, अपना प्रदेश हैं, अपने लोग हैं और फिर राजनीति हैं। इसी मूल मंत्र के साथ आगे बढूंगा।