सी एस यू के वेदव्यास परिसर में हुई दो दिवसीय पुस्तकालय विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सन्दर्भ में "शैक्षणिक पुस्तकालयों का पुनरुत्थान: संभावनाएं एवं चुनौतियां" विषय पर केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, वेदव्यास परिसर के पुस्तकालय और आई. क्यू. ए. सी. के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन कुलपति प्रो. श्रीनिवास बरखेड़ी के संरक्षण में किया गया, जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्विद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. विक्रम कुमार शर्मा, सारस्वत अतिथि केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, देवप्रयाग परिसर के निदेशक प्रो. पी.वी.बी सुब्रह्मण्यम, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्विद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विभाग के अध्यक्ष डॉ. शिवराम राव के., विशिष्ट अतिथि के रूप मे उपस्थित रहे। इसके साथ मुख्य वक्ता के तौर पर गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विभाग के सहायक आचार्य डॉ. हरिश चंद्र, केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, देवप्रयाग परिसर के सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ नवीन डोबरियाल उपस्थिति रहे। आयोजन सचिव एवं सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष विक्रमजीत ने दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्देश्यों एवं रुप रेखा के बारे में सभी को अवगत करवाया। इसके पश्चात संयोजक एवं विश्विद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. पी एम गुप्ता ने आए हुए मुख्य अतिथियों का स्वागत किया ।इसके पश्चात् मुख्य अतिथि डॉ. विक्रम कुमार शर्मा ने, आपने उद्बोधन में वर्तमान समय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार हम शैक्षणिक पुस्तकालयों को किस प्रकार से पुनरुत्थान कर सकते हैं । इसके बाद हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्विद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विभाग के अध्यक्ष डॉ. शिवराम राव के. ने पुस्तकालय की भूमिका पर अपना उद्बोधन दिया फिर देवप्रयाग परिसर के निदेशक प्रो. पी.वी.बी सुब्रह्मण्यम ने अपना उद्बोधन दिया। उक्त कार्यक्रम परिसर की निदेशक प्रो. सत्यम कुमारी की अध्यक्षता में हुआ। इसमें देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए पुस्तकालय प्रोफेशनल, शोधार्थी, आचार्यों, सहायकाचार्यों छात्र एवं छात्राओं ने भाग लिया।