प्रतिभा का बयान और भाजपा को मिल गया मुद्दा
चुनाव प्रचार के दौरान प्रतिभा सिंह ने कारगिल युद्ध पर एक ऐसा ब्यान दे दिया जिसने कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी और भाजपा को बैठे बिठाये मुद्दा दे दिया। प्रतिभा ने अपनी जनसभा के दौरा ये कहा था कि भाजपा ने फौजी को टिकट इसलिए दिया कि उन्होंने कारगिल युद्ध में भाग लिया। कारगिल युद्ध कोई बहुत बड़ा ऐसा युद्ध नहीं था। वह हमारी धरती थी, जिस पर पाकिस्तानियों ने कब्जा किया था। उनको खदेड़ने व हटाने की बात थी। अगर उसमें किसी ने भाग लिया तो भाजपा उसका श्रेय लेना चाहती है। सैनिकों के वोट पर भाजपा की नजर है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री जयराम अपने प्रत्याशी को कारगिल युद्ध के मुख्य हीरो के तौर पर प्रचारित कर रहे हैं। कारगिल युद्ध के नाम पर भाजपा इस चुनाव में सेना के पराक्रम को अपनी जीत बता कर उनकी भावनाओं से खेल रही है। इस बयान को भाजपा ने खूब भुना रही है। बात यहां तक पहुँच गई कि मंडी लोकसभा के उपचुनाव को राष्ट्रवाद के सियासी चश्में से देखा जाने लगा। इस बयान पर चौतरफा घिरने के बाद प्रतिभा सिंह ने डैमेज कण्ट्रोल करे की पूरी कोशिश की है। प्रतिभा ने कहा कि उन्होंने कारगिल योद्धाओं पर कोई टिप्पणी नहीं की है। उन्होंने केवल इतना कहा है कि यह युद्ध भाजपा सरकार की विफलता का परिणाम था। इसके बाद भी जब बात नहीं बनी तो कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह ने डैमेज कंट्रोल करने के लिए सैनिकों की तारीफों के पुल बांधना शुरू कर दिया। उन्होंने अपनी अगली जनसभा में कहा कि देश के जवानों का ऋण हमारी सात पीढ़ियां भी नहीं चुका सकतीं। देश के जवान दिन-रात सरहद पर जान हथेली पर लेकर जनता की रक्षा करते हैं। उनकी कुर्बानियों का कर्ज भला कौन चुका सकता है।