ज्वालामुखी: सड़को पर तड़प-तड़प के मर रहा बेसहारा गौवंश ,भाजपा सरकार चुप क्यों :संजय रत्न
ज्वालामुखी: गऊ माता और गऊ वंश पर सियासत करने वाली बीजेपी ने करोड़ों रुपया खर्चा है, जो कि सीधे-सीधे टैक्सपेयर के पैसे का दुरुपयोग है। यह बात ज्वालामुखी के पूर्व विधायक एवम प्रदेश वरिष्ठ प्रवक्ता संजय रत्न ने जारी प्रेस बयान में कही। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपए खर्चने के बावजूद हजारों बेसहारा गौवंश सड़कों पर भटकता हुआ हादसों का शिकार हो रहा है, वहीं कई दुर्घटनाएं इस बेसहारा गऊ वंश के कारण हो रही हैं। संजय रत्न ने कहा कि कर्जों के पहाड़ के नीचे दबे प्रदेश की सरकार ने गऊ वंश के नाम पर करोड़ों रुपए सरकार ने खर्चे हैं लेकिन इस करोड़ों रुपए से अधिकांश राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी है और जो थोड़ा बहुत बजट लगा भी है उसका गऊ वंश को कोई विशेष लाभ नहीं मिला है। हां यह दीगर है कि सरकार आंकड़ों की बाजीगिरी में इस बजट को जस्टिफाई करने में लगी है। संजय रत्न ने कहा कि जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी क्षेत्र के लुथान में साढ़े तीन करोड़ रुपए की लागत से कॉऊ सेंक्चुरी बनाई गई है लेकिन दिलचस्प यह है कि इस कॉऊ सेंक्चुरी को अधिकारिक एजेंसी से न बनवाकर फॉरेस्ट विभाग से बनवाया गया है। जिसकी निर्माण गुणवत्ता पर बनने से पहले ही सवाल खड़े हो रहे हैं। इतना ही नहीं इस कॉऊ सेंक्चुरी के टेंडर तक नहीं हुए हैं। स्वाभाविक तौर पर चेहतों को लाभ पहुंचाने के लिए यह करोड़ों रुपया गऊ वंश के नाम पर होम किया गया है। सवाल यह उठता है कि जब गऊ वंश के नाम पर प्रदेश में खर्चा गया करोड़ों रुपया गऊ वंश को कोई राहत नहीं दे पाया है तो इस फिजूलखर्ची की जिम्मेदारी व जवाबदेही किसकी है, सरकार को यह बताना होगा। उन्होंने कहा कि सरकारी बजट की जितनी लूट भाजपा के इस कार्यकाल में हुई है शायद ही कभी हुई हो। यही कारण है कि बीजेपी से अब जनता का नहीं उसके अपने कार्यकर्ताओं का भरोसा खत्म हो रहा है और रही-सही कसर आगामी विधानसभा चुनावों में जनता पूरी कर देगी।
