देहरा : नारी सशक्तिकरण एक समाजिक कार्य, स्त्री दिवस पर बोली डॉ. श्रेया बख्शी
विनायक ठाकुर । देहरा
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद केंद्रीय विश्वविद्यालय देहरा इकाई के द्वारा रानी लक्ष्मीबाई जयंती व स्त्री शक्ति दिवस के उपलक्ष्य पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में डॉ श्रेया बख्शी रही। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन व रानी लक्ष्मीबाई को श्रद्धांजलि अर्पित कर हुआ। इकाई उपाध्यक्ष अनिता ठाकुर ने मुख्य वक्ता डॉ श्रेया बख्शी व उपस्थित सभी का स्वागत किया। इकाई उपाध्यक्ष व इकाई मंत्री दीक्षित धलारिया ने मुख्य वक्ता को पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया। डॉ. श्रेया बख्शी ने अपने वक्तव्य में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 'रानी लक्ष्मीबाई जी' का जीवन प्रेरणादाई गाथाओं से भरा पड़ा है, जो भारत की प्रत्येक नारी शक्ति को प्रेरणा प्राप्त होती है। रानी लक्ष्मी बाई जी ने अपनी मातृभूमि को अंग्रेजो के अधीन नही होने दिया रणभूमि में अपना सर्वस्व बलिदान दिया।
श्रेया ने समाज में महिलाओं व पुरषों की भागीदारी व संतुलन बनाए रखने की महत्वपूर्ण जानकारी उपस्थित छात्र-छात्राओं को दी। कार्यक्रम के अंत में इकाई मंत्री ठाकुर दीक्षित धलारिया ने मुख्य वक्ता व उपस्थित लोगों का कार्यक्रम में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु आभार व्यक्त करते हुए कहा कि खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी। इन पंक्तियों से ही हमें प्रेरणा लेनी चाहिए कि कभी हार नही माननी चाहिए। आज के समाज में प्रत्येक छात्रा झांसी की रानी है, प्रत्येक भारतीय छात्रा कौशल व आत्मविश्वास में सशक्त है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व का सबसे बडा़ छात्र संगठन होने का गौरव प्राप्त संगठन है। नारी सशक्तिकरण व छात्राओं को आत्मनिर्भर व हुनर को मंच प्रदान करने के लिए विद्यार्थी परिषद सदैव प्रयासरत रहती है।