रासायनिक नहीं , प्राकृतिक ढंग से खेती करे किसान
जलागम विकास परियोजना द्वारा दुर्गा माता मंदिर धुंधन में किसानों की कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यशाला में मुख्य रूप से एरिया प्रोग्राम मैनेजर संजय शर्मा भी उपस्थित रहे। उनके साथ अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन के कार्यक्रम प्रबंधक भूपेंद्र गांधी,कृषि विशेषज्ञ एचके शर्मा व इफ़को जैविक राज्य विपणन प्रबंधक गुरमीत सिंह मनकोटिया भी मौजूद थे। इस मौके पर मनकोटिया ने किसानों को इफको नामक जैविक की दवाइयों के बारे में जानकारी दी। जलागम विकास परियोजना के अध्यक्ष रूपलाल वर्मा ने किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए जागरूक किया ओर किसानों से आह्वान किया कि आज हम प्रण करें कि अपने खेतों में हम कोई रासायनिक खाद और किसी भी प्रकार का रासायनिक स्प्रे नहीं करेंगे। रूपलाल वर्मा ने कहा कि ना हम स्वयँ जहर खाएंगे और ना ही दूसरों को खिलाएंगे। रूपलाल ने सरकार द्वारा चलाई जा रही प्राकृतिक शून्य बजट खेती के बारे में भी लोगों को जानकारी दी तथा किसानों से आग्रह किया कि हर किसान बाजार से खाद व दवाइयां न खरीद कर स्वयं पहाड़ी गाय के गोबर व मूत्र से खाद व स्प्रे की दवाइयों का निर्माण करें। उन्होंने किसानों को गाय के गोबर व मूत्र से बनने वाले जीवामृत बीजामृत धन जीवामृत और फसलों को फफूंदनाशक से बचाने के लिए द्रेकशस्त्र अग्नि शास्त्र व दस्पणि बनाने व प्रयोग करने की विधि भी किसानों को बताई। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जलागम विकास परियोजना के सदस्यों व अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन में कार्यरत चंपा वर्मा,रमेश शुक्ला ने अपना महत्वपूर्ण सहयोग दिया। इस शिविर में 123 किसानों ने भाग लिया और किसानों को 90% अनुदान पर जैविक दवाइयां भी बांटी गई। एसीएफ से आए कार्यक्रम प्रबंधक भूपेंद्र गांधी ने किसानों से प्राकृतिक खेती करने के साथ युवाओं और बच्चों को नशीले पदार्थों जैसे शराब,भांग और चिट्टा से बचाने की भी अपील की और कहा कि आने वाली युवा पीढ़ी ही देश का भविष्य है। कार्यक्रम प्रबंधक संजय शर्मा ने किसानों से प्राकृतिक खेती करने का आग्रह किया। इस मौके पर कृषि विभाग खंड कुनिहार से एसएमएस मनोज शर्मा व बीटीएम निखिल ने भी किसानों को रासायनिक दवाइयां और खाद न डालने पर प्रकाश डाला।सरकार का लक्ष्य किसानों की आय को दोगुना करना ही है यह तभी संभव होगा जब किसान प्राकृतिक ढंग से खेती करेंगे। मनोज शर्मा ने कहा कि हर गांव के लोग प्राकृतिक खेती की शुरुआत करें। विभाग किसानों की हरसंभव सहायता करेगा। इस अवसर पर एरिया प्रोग्राम मैनेजर संजय शर्मा,अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन के कार्यक्रम प्रबंधक भूपेंद्र गांधी,कृषि विशेषज्ञ एचके शर्मा,इफ़को जैविक राज्य विपणन प्रबंधक गुरमीत सिंह मनकोटिया,जलागम विकास परियोजना के अध्यक्ष रूपलाल वर्मा,कृषि विभाग खंड कुनिहार से एसएमएस मनोज शर्मा व बीटीएम निखिल,चंपा वर्मा,रमेश शुक्ला,परसराम वर्मा,रामदत्त ठाकुर,राजेंद्र ठाकुर,रतन चंद बट्टू,हेमराज डोगरा,गोपाल शर्मा राजेंद्र सिंह वर्मा,मुंशीराम वर्मा,राजपाल ठाकुर,हेमराज शर्मा,मदन शर्मा,चंपा वर्मा,रमादेवी,रीनू,रीता शर्मा,शीला देवी,रेखा देवी,सरोज,मंजू,जानकी, निर्मला,रमा,नानक चंद,अमर देव वर्मा,अमर सिंह,भुवनेश,लेख राम,जय राम,भूप चंद,दुनीचंद,सुधीर,रमेश सहित जलागम विकास परियोजना के सदस्यों व स्थानीय लोगों ने भाग लिया।