प्रदेश सरकार डाॅ. परमार की विकसित हिमाचल की परिकल्पना को साकार करने के लिए वचनबद्ध-डाॅ. राजीव बिंदल
हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार स्वर्गीय डाॅ. यशवंत सिंह परमार की संपूर्ण हिमाचल के संतुलित विकास की परिकल्पना को पूर्ण रूप से साकार कर रही है। डाॅ. बिंदल गत देर सांय यहां स्वर्गीय डाॅ. परमार की 113वीं जयंती पर सिरमौर कल्याण मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। डाॅ. राजीव बिंदल ने कहा कि हिमाचल जैसे दुरूह भौगोलिक परिस्थितियों वाले प्रदेश में गांव-गांव तक विकास पहुंचाने के लिए दूरदर्शी सोच रखने के कारण ही डाॅ. परमार को हिमाचल निर्माता कहा जाता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार विभिन्न नवीन योजनाओं एवं प्रयासों के माध्यम से राज्य के गांव-गांव का एक समान विकास सुनिश्चित बनाने की दिशा में कार्यरत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार डाॅ. परमार के हिमाचल को हर क्षेत्र में आदर्श बनाने के सपने को पूरा करने के लिए कृतसंकल्प है।विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में 4 अगस्त, 2019 को डाॅ. यशवंत सिंह परमार के सम्मान में जो कार्य किया गया है वह बहुत पहले हो जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश कीे सभी सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं तथा महाविद्यालयों में डाॅ. वाईएस परमार की जयंती मनाने की घोषणा की है। यह न केवल हिमाचल निर्माता को सच्ची श्रद्धांजलि है अपितु इसके माध्यम से भावी पीढ़ियों को सही मायनों में विकास में उनके योगदान और उनकी सोच की जानकारी मिलेगी। डाॅ. बिंदल ने कहा कि 4 अगस्त, 2019 को ही विधानसभा में डाॅ. परमार के वक्तव्यों का संकलन कर एक पुस्तक का विमोचन किया गया है। इस पुस्तक का एक-एक शब्द स्वर्गीय डाॅ. परमार की जुबानी है और इससे कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। उन्होंने डाॅ. परमार के कार्यों को सभी तक पहुंचाने और सिरमौर जिला की विशिष्ट संस्कृति के संवर्द्धन एवं प्रचार-प्रसार के लिए सिरमौर कल्याण मंच सोलन को बधाई दी। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय डाॅ. परमार के जन्म स्थान जिला सिरमौर के चन्हालग में संग्रहालय बनाने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए वे स्वयं क्षेत्र का दौरा करेंगे। उन्होंने सोलन में निर्मित होने वाले सिरमौर कला एवं संस्कृति भवन के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 2 लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने सिरमौर कल्याण सभा को अपनी ऐच्छिक निधि से 21 हजार रुपये तथा चूड़ेश्वर लोक सांस्कृतिक कलामंच को 10 हजार रुपये प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने इस अवसर पर प्रकाशित स्मारिका का विमोचन भी किया। डाॅ. राजीव बिंदल ने इस अवसर पर राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड में कार्यरत जिला सिरमौर के विवेक ठाकुर को विश्व की सबसे ऊंची एवरेस्ट चोटी सहित अन्य पर्वतों पर सफलतापूर्वक फतह हासिल करने के लिए ‘सिरमौर सम्मान’ तथा सुप्रसिद्ध गायक एवं लेखक विद्यानंद सरैक को उनके कार्यों के लिए ‘परमार सम्मान’ से विभूषित किया। इस अवसर पर चूड़ेश्वर सांस्कृतिक दल द्वारा सिरमौरी कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर डाॅ. परमार की स्मृतियों को संजोए रखने के लिए भाषा एवं कला संस्कृति विभाग के सहयोग से एक कवि एवं विचार गोष्ठी भी आयोजित की गई। सिरमौर कल्याण मंच के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार बलदेव चैहान ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और सिरमौर कल्याण मंच द्वारा डाॅ. परमार की स्मृति में आयोजित की जा रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी प्रदान की। उन्होंने सिरमौर कला एवं संस्कृति भवन के निर्माण के लिए धनराशि उपलब्ध करवाने की मांग की। सोलन के विधायक डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल, शिमला लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद प्रो. वीरेंद्र कश्यप, प्रदेश खादी बोर्ड के उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम गुलेरिया, नगर परिषद सोलन के अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर, उपाध्यक्ष मीरा आनंद, पार्षदगण, जिला परिषद सदस्य शीला, सोलन से भाजपा के उम्मीदवार रहे डाॅ. राजेश कश्यप, डाॅ. यशवंत सिंह परमार वानिकी एवं बागवानी विश्वविद्यालय नौणी के कुलपति डाॅ. परमेंद्र कौशल, एपीएमसी के सदस्य पदम सिंह पुंडीर, ग्राम पंचायत शामती के प्रधान संजीव सूद, दुधारू पशु सुधार सभा सोलन के अध्यक्ष रविंद्र परिहार, जिला भाजपा महामंत्री नरेंद्र ठाकुर, कोषाध्यक्ष लक्ष्मी ठाकुर, बीडीसी कंडाघाट के पूर्व अध्यक्ष नंदराम कश्यप, भाजपा, भाजयुमो एवं अन्य संस्थाओं के पदाधिकारी, प्रदेश विधानसभा के सचिव यशपाल शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोलन डाॅ. शिव कुमार शर्मा, उपमंडलाधिकारी सोलन रोहित राठौर, सिरमौर कल्याण मंच के महासचिव डाॅ. राम गोपाल शर्मा, वरिष्ठ सदस्य डाॅ. एसएस परमार, यशपाल कपूर, अन्य पदाधिकारी, सदस्य, जिले के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।