नौणी विवि में 27 सितम्बर से शुरू होगा अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
वैश्विक विकास के लिए कृषि,पर्यावरण और अनुप्रयुक्त विज्ञान में उन्नति विषय पर दूसरा अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 27-29 सितंबर,2019 से डॉ वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय में आयोजित किया जाएगा। कृषि पर्यावरण विकास सोसाइटी और नौणी विश्वविद्यालय इस सम्मेलन को काइरो विश्वविद्यालय के प्लांट पैथोलॉजी रिसर्च इंस्टीट्यूट और नेपाल के त्रिभुवन विश्वविद्यालय के सहयोग से आयोजित कर रहें है। इस तीन दिवसीय आयोजन में भारत के 15 राज्यों और स्पेन, मिस्र, नेपाल और बांग्लादेश के 300 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे। सम्मेलन के दौरान कृषि बागवानी और संबद्ध विज्ञान पर समग्र रूप से चर्चा की जाएगी ताकि समाज के सतत विकास हो सके। विभिन्न राज्य कृषि विश्वविद्यालयों और आईसीएआर के भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, भारतीय गेहूं अनुसंधान और जौ अनुसंधान संस्थान, केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, केंद्रीय उपोष्णकटिबंधीय बागवानी संस्थान के वैज्ञानिक इस सम्मेलन में भाग लेंगे और अपना अनुसंधान प्रस्तुत करेगें। यह सम्मेलन प्रख्यात वैज्ञानिकों,शोधकर्ताओं, विद्वानों और छात्रों को एक मंच पर लाएगा ताकि सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए संबंधित क्षेत्रों में नवीनतम ज्ञान को साझा किया जा सके। स्थानीय समन्वय समिति के अध्यक्ष डॉ जेएन शर्मा और सह-अध्यक्ष डॉ एचआर गौतम ने बताया कि कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में विकास, प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन और आजीविका सुरक्षा के लिए स्थायी पहाड़ी खेती, पर्यावरण प्रबंधन में उभरते मुद्दों, जैविक और संबद्ध विज्ञानों और फार्मास्यूटिकल और अनुप्रयुक्त विज्ञानों में हाल के रुझानों जैसे प्रमुख विषयों पर इस आयोजन में चर्चा होगी। जलवायु परिवर्तन और कृषि पर प्रभाव जैसे गंभीर मुद्दे पर एक विशेष चर्चा भी की जाएगी। सम्मेलन के दौरान विश्वविद्यालय के 50 से अधिक छात्र और संकाय भी अपने शोध प्रस्तुत करेंगे।