जन्म से लेकर 6 माह तक शिशु के लिए स्तनपान ज़रूरी
ज़िला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा सोलन स्थित कल्याण भवन में विश्व स्तनपान सप्ताह पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी शारदा सारस्वत ने की। उन्होंने कहा कि मां का दूध नवजात शिशु के लिए अमृत समान है। इसमें वे सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि शिशु के लिए विकास व वृद्धि के लिए आवश्यक होते हैं। उन्होंने कहा कि जन्म से लेकर 6 माह तक शिशु को केवल स्तनपान करवाया जाना चाहिए। शिशु के मानसिक व बौद्धिक विकास मां के दूध से होता है। मां का दूध सुपाच्य होता है और यह डायरिया, न्यूमोनिया और अस्थमा से बचाता है। उन्होंने कहा कि शिशु के जन्म के एक घंटे के भीतर केवल 45 प्रतिशत महिलाएं ही बच्चे को स्तनपान करवाती हैं। जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी ने कहा कि स्तनपान करवाना केवल शिशु के लिए ही नहीं बल्कि मां के लिए भी लाभदायक है। स्तनपान महिलाओं में स्तन कैंसर, गर्भाश्य कैंसर, दिल का दौरा और स्ट्रोक के जोखिम को कम करता है। उन्होंने कहा कि यह शरीर की चर्बी को भी कम करता है। स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को संतुलित भोजन करवाना चाहिए जिसमें उचित मात्रा में प्रोटीन, वसा, कार्बोहाईड्रेट, खनिज पदार्थ और विटामिन हों ताकि बच्चे को भरपूर दूध मिल सके। इस अवसर पर मेहंदी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। प्रतियोगिता में नीना देवी प्रथम, बिट्टु द्वितीय तथा सोनिया तृतीय स्थान पर रही। नारा लेखन प्रतियोगिता में पुष्पा प्रथम, सुमन द्वितीय तथा ज्योति तृतीय स्थान पर रही।