देहरा: संस्कृत भारती ने केंद्रीय विद्यालय में आरंभ किया संस्कृत संभाषण शिविर

पीएम केंद्रीय विद्यालय नलेटी में सोमवार को केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर एवं संस्कृत भारती के संयुक्त तत्वावधान में 10 दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर का आरंभ किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विद्यालय के प्रधानाचार्य सतनाम सिंह एवं मुख्य वक्ता के रूप में वेदव्यास परिसर बलाहर के शिक्षाशास्त्र विद्याशाखा के अध्यक्ष डॉ.सत्यदेव उपस्थित रहे। शिविर शिक्षक के रूप में वेदव्यास परिसर बलाहर के व्याकरण विद्या शाखा के प्राध्यापक डॉ. रूपलालशर्मा एवं डॉ.भूपेंद्र कुमार ओझा रहे। डॉ सत्यदेव ने बताया कि उक्त 10 दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर केंद्रीय विद्यालय नलेटी के छठी से आठवीं तक की कक्षा के छात्रों के लिए आयोजित किया जा रहा है। जिसमें लगभग 70 की संख्या में छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर विद्यालय के संस्कृत विषय के प्राध्यापक आचार्य किशोरी लाल ने उपस्थित सभी अतिथियों एवं शिविर शिक्षकों का परिचय करवाया व छात्रों को रुचि पूर्वक 10 दिन तक संस्कृत सीखने के लिए प्रेरित किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य सतनाम सिंह ने सभी छात्रों को नियमित रूप से कक्षा में उपस्थित होने एवं संभाषण की दक्षता प्राप्त करने के लिए आग्रह किया। उन्होंने कहा कि संस्कृत एक भाषा ही नहीं अपितु यह भारत की आत्मा है और हम सभी को इसे अत्यंत श्रद्धा से सीखना चाहिए ।
मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित डॉ.सत्यदेव ने कहा कि संस्कृत की हमारे जीवन में उपयोगिता एवं संस्कृत सीखने से न केवल हम भाषा सीखते हैं अपितु संस्कृत हमारे देश की संस्कृति और सभ्यता से जुड़ी हुई है। संस्कृत हमें सिखाती है कि मनुष्य को किस प्रकार से जीवन जीना चाहिए । मुख्य वक्ता के रूप में डॉ सत्यदेव ने सभी का आवाहन किया कि 10 दिन तक संस्कृत सीखने का प्रयास करेंगे और अपने नित्य जीवन में भी इसको अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए आगे आएंगे। इसके बाद शिविर शिक्षक के द्वारा संभाषण शिविर का आरंभ किया गया। संस्कृत सप्ताह महोत्सव के दौरान यह शिविर लगाया जा रहा है। डॉ सत्यदेव के अनुसार हिमाचल प्रदेश में ऐसे शिविरों का आयोजन कई स्थानों पर संस्कृत भारती द्वारा किया जा रहा है।