हिमाचल: हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज प्रिंसिपल यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार

बिलासपुर जिला स्थित राजकीय हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बंदला कॉलेज के प्रिंसिपल हिमांशु मोंगा को पुलिस ने देर रात गिरफ्तार कर लिया है। प्रिंसिपल पर कॉलेज की एक छात्रा ने यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले में एक सनसनीखेज वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें प्रिंसिपल को अस्पताल में भर्ती छात्रा के साथ अश्लील हरकतें करते देखा जा सकता है। घटना के बाद तकनीकी शिक्षा मंत्री ने जांच के निर्देश दे दिए हैं, जबकि बिलासपुर पुलिस ने हिमांशु मोंगा के खिलाफ FIR दर्ज कर जांच तेज कर दी है। वीरवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से फैला, जिसमें प्रिंसिपल हिमांशु मोंगा अस्पताल के बिस्तर पर एक कंबल के नीचे छात्रा के साथ कथित तौर पर अश्लील हरकतें करता दिख रहा है। इस वीडियो और पीड़िता की शिकायत सामने आने के बाद कॉलेज परिसर में छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साए छात्रों ने देर रात तक धरना प्रदर्शन किया और प्रिंसिपल का पुतला फूंका। परिजनों में भी प्रिंसिपल के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। सुंदरनगर कॉलेज में भी हिमांशु मोंगा द्वारा एक छात्र से अनुचित हरकतों से जुड़ी शिकायत की कॉपी भी इसी दौरान सामने आई। पुलिस द्वारा प्रिंसिपल को गिरफ्तार करने के बाद ही छात्र शांत हुए। आज पीड़ित छात्रा के कोर्ट में बयान दर्ज होने की संभावना है। आरोपी बिलासपुर के लखनपुर वार्ड नंबर-11, नजदीक पुलिस लाइन का निवासी है। छात्राओं ने आरोप लगाया है कि प्रिंसिपल अक्सर लड़कियों को परेशान करते थे और अपने कैबिन में बुलाकर अश्लील हरकतें करते थे। उन पर लड़कियों को गलत संदेश भेजने और कॉल करने का भी आरोप है। जवाब न देने पर उन्हें धमकाया जाता था। यह भी आरोप है कि जब हिमांशु मोंगा मंडी जिला के सुंदरनगर इंजीनियरिंग कॉलेज में तैनात थे, तब भी एक छात्र ने उन पर अनुचित व्यवहार की शिकायत कॉलेज प्रबंधन को दी थी। तब भी छात्राओं के बयान दर्ज हुए थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। छात्रों और बंदला पंचायत के प्रधान सतीश ठाकुर ने इस मामले को न दबाने और प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस और सरकार का रुख:
एसपी बिलासपुर संदीप धवल ने प्रिंसिपल की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि छात्रा की शिकायत पर मामला दर्ज कर सभी पहलुओं पर जांच जारी है। वहीं, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने इस घटना को "शर्मसार करने वाला" बताया। उन्होंने तकनीकी शिक्षा निदेशक और सचिव से बात की है। मंत्री ने बताया कि छात्रा की शिकायत कुछ दिन पहले आई थी, जिसकी जांच तकनीकी शिक्षा विभाग की सेक्सुअल हरासमेंट कमेटी को सौंपी गई है। इस कमेटी की मुखिया एक पॉलिटेक्निक कॉलेज की महिला प्रिंसिपल हैं। मंत्री ने दो दिन के भीतर जांच रिपोर्ट देने और उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।