चिट्टे के खिलाफ अभियान को जन आंदोलन नहीं बनाया तो प्रदेश हो जाएगा बर्बाद - राजेश राणु

पंचरुखी/जयसिंहपुर/(नरेंद्र डोगरा): भाजपा के जिला महामंत्री, राजेश राणु ने चिट्टा निवारण समिति के गठन के बाद पंचरुखी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह गंभीर चेतावनी दी कि अगर प्रदेश में चिट्टे के खिलाफ एक जन आंदोलन खड़ा नहीं किया गया, तो हिमाचल प्रदेश बर्बादी की कगार पर पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि हर रोज़ चिट्टे और अन्य नशों से हो रही युवाओं की मौत से अनेकों परिवार पूरी तरह से उजड़ रहे हैं। राणु ने कहा कि यह नशा महामारी बन चुका है, और अगर जनता इस पर जागरूक नहीं होती तो यह शांत और देवताओं का हिमाचल भी बर्बाद हो जाएगा। मीडिया की हेडलाइन में हर दिन यही आता है कि युवा नशे के कारण अपना घर का सामान तक बेच रहे हैं। दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि अब तक जनता इन तस्करों और इस नशे के खिलाफ जागरूक नहीं हुई है। बहुत से लोग सोचते हैं कि 'मुझे और मेरे बच्चों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा', लेकिन यह हमारी सबसे बड़ी गलतफहमी है। चिट्टा कब आपके घर पहुंचे, यह पता ही नहीं चलता। उन्होंने इस संदर्भ में एक उदाहरण भी दिया कि एक लड़के ने अपनी मां और बहन को नशा करने से रोकने के लिए उनकी खाने की चीज़ों में चिट्टा मिला दिया, जिससे वे दोनों भी इस नशे की लत में फंस गए। यह बताता है कि चिट्टा कितना खतरनाक है। पंजाब का उदाहरण भी दिया, जहां के युवा चिट्टे के कारण बर्बाद हो गए हैं। उन्होंने बताया कि वहां के परिवार अपनी करोड़ों की संपत्ति बेचकर बच्चों को विदेशों में भेज रहे हैं, ताकि वे इस नशे से बच सकें। उन्होंने कहा कि आज छोटे-छोटे स्थानों और चौराहों पर चिट्टे के तस्कर पकड़े जा रहे हैं, लेकिन यह बड़ा सवाल है कि जो बड़े तस्कर हैं, वे पुलिस की पहुंच से दूर क्यों हैं। पुलिस प्रशासन को इस पर गहरी नजर रखनी चाहिए। राजेश राणु ने जनता से अपील की कि इस अभियान में हर किसी को जागरूक होना चाहिए। उन्होंने कहा अगर हम चिट्टे के तस्करों को पकड़ने के लिए सक्रिय रूप से काम नहीं करेंगे तो पुलिस को इसके बारे में जानकारी नहीं मिल सकती।
उन्होंने बताया कि जयसिंहपुर विधानसभा में चिट्टा निवारण समिति का गठन किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत पंचरुखी से हो रही है। इसके बाद यह समिति पूरे जयसिंहपुर क्षेत्र में कार्य करेगी। जयसिंहपुर चिट्टा निवारण समिति की पंचरुखी इकाई में समाजसेवी अमन राणा, रिटायर्ड डीएसपी मस्तराम और रेलवे से रिटायर पुलिस अधिकारी रंजीत ठाकुर जैसे प्रमुख लोग शामिल होंगे। इस समिति के सदस्यों ने स्थानीय जनता से आग्रह किया कि अगर किसी को चिट्टे के तस्करों के बारे में जानकारी हो, तो वे दिए गए नंबरों पर सूचना दें। इन नंबरों को सोशल मीडिया पर भी सार्वजनिक किया जाएगा।
अमन राणा ने समिति की ओर से यह भी घोषणा की कि जो भी व्यक्ति चिट्टे के तस्करों को पकड़ने में मदद करेगा, उसे 31,000 रुपए का इनाम दिया जाएगा। राणा ने कहा, हम इस अभियान को जड़ से खत्म करने के लिए हर पंचायत से लगभग पांच युवाओं को जोड़ेंगे और सभी का प्रयास होगा कि इस नशे को समाप्त किया जाए।