आकर्षण : चाय की नगरी में खूबसूरत ट्यूलिप गार्डन
हिमाचल अपनी खूबसूरत वादियों के लिए देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में प्रसिद्ध है और इस खूबसूरती में अब पालमपुर में बनाया गया ट्यूलिप गार्डन हिमाचल की सुंदरता को चार चाँद लगा रहा है। चाय नगरी के बाद पालमपुर की पहचान ट्यूलिप गार्डन से बन रही है। धौलाधार की तलहटी में बसा पालमपुर के मैदानी इलाकों से दिखने वाले बर्फ से ढके पहाड़ स्विट्जरलैंड का एहसास कराते हैं। वहीं राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए यहाँ पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। अब पिछले कुछ समय से पालमपुर एक और वजह से आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है और वह है आईएचबीटी पालमपुर का बेहद खूबसूरत ट्यूलिप गार्डन। दरअसल कश्मीर के बाद आईएचबीटी पालमपुर ने देश का ये दूसरा ट्यूलिप गार्डन तैयार किया है। इस गार्डन की खासियत ये है कि यह ट्यूलिप गार्डन पूरी तरह स्वदेशी ट्यूलिप पौध से विकसित किया गया है और इसकी पौध लाहौल-स्पीति में तैयार की गई है।
-पूरी तरह से स्वदेशी है ट्यूलिप गार्डन
आम तौर पर ट्यूलिप के पौधे नीदरलैंड, हॉलैंड और अफगानिस्तान से आयात किए जाते है। इस फूल का गहरा रंग और सुंदर आकार लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसकी एक या दो नहीं बल्कि कई खूबसूरत प्रजातियां होती हैं। पालमपुर के गार्डन की खासियत ये है कि ये ट्यूलिप गार्डन पूरी तरह से स्वदेशी ट्यूलिप पौध से विकसित किया गया है। लाहौल-स्पीति और लद्दाख में ये ट्यूलिप के पौधे तैयार किए गए है। ट्यूलिप पहाड़ी इलाकों में ज्यादा उगता है। बाग में लगे ये स्वदेशी फूल बगीचे की शोभा बढ़ाते हैं।
- 11 किस्मों के करीब 50 हजार ट्यूलिप
सीएसआइआर-आईएचबीटी संस्थान पालमपुर के वैज्ञानिकों की अथक मेहनत का ही नतीजा है कि मैदानी जमीन ट्यूलिप जैसे पहाड़ी प्रजाति के फूलों को खुद में समाहित करके अंकुरित करने लग गई है। नतीजतन अब लोग कश्मीर के ट्यूलिप गार्डन का एहसास टी-गार्डन सिटी पालमपुर में भी कर पा रहे हैं। यहां वैज्ञानिकों ने 11 किस्मों के करीब 50 हजार ट्यूलिप तैयार कर दिये हैं, जो कि सबके आकर्षण का केंद्र बने हुए है।
- पर्यटन को मिल रहा बढ़ावा
यूँ तो जिला काँगड़ा में अनेको खूबसूरत पर्यटन स्थल है, लेकिन अब पालमपुर के ट्यूलिप गार्डन से भी पर्यटन क्षेत्र को खूब बढ़ावा मिल रहा है। पहले ट्यूलिप गार्डन को देखने के लिए श्रीनगर जाना पड़ता था, लेकिन अब कश्मीर के बाद आईएचबीटी पालमपुर ने देश का ये दूसरा ट्यूलिप गार्डन तैयार किया है जिसे देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक पालमपुर का रुख करते है।