कुल्लू: 10 हजार फीट की ऊंचाई पर पैराग्लाइडर पायलट को किया रेस्क्यू
** 2 की पहले हो चुकी है मौत
कुल्लू जिला की पर्यटन नगरी मनाली में 10 हजार फीट की ऊंचाई पर दुर्घटनाग्रस्त हुए पैराग्लाइडर के पायलट को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। पैराग्लाइडर का पायलट सर्बिया का रहने वाला है और अब विदेशी पायलट का ढालपुर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। रेस्क्यू टीम ने बीती रात को 10 हजार फीट की पहाड़ी पर चढ़कर उसे सुरक्षित अस्पताल तक पहुंचाया। मिली जानकारी के अनुसार सर्बिया के रहने वाले पायलट ने जिला कांगड़ा के बीड़ बिलिंग से उड़ान भरी थी, लेकिन वह आसमान में दिशा भटक गया और मनाली की पहाड़ियों में पतालसू पीक के समीप दुर्घटना का शिकार हो गया। ऐसे में पायलट ने अपने बचाव के लिए संदेश भेजा था। 34 साल के पायलट की टांगों में फ्रैक्चर हो गया है। ऐसे में मनाली एडवेंचर टुअर ऑपरेटर्स एसोशिएसन से भी पायलट को रेस्क्यू करने के लिए मदद मांगी गई थी।
एसोसिएशन के सदस्य जोगिंदर ने बताया कि, 'उनकी टीम से बीते शुक्रवार शाम चार बजे के करीब मदद मांगी गई थी। रात 8 बजे उनकी टीम चढ़ाई करते हुए पतालसू पीक पर पहुंची वहां पर उन्होंने देखा कि पायलट के पैर में चोट लगने के बाद खून निकल रहा था और उसकी हालत को देखते हुए टीम के सदस्यों ने उसे रात को ही रेस्क्यू कर लिया। उनके साथ एक बैकअप टीम भी मौजूद थी और सोलंग गांव के लोगों ने भी इसमें काफी सहयोग किया है। इससे पहले इसी सप्ताह में मनाली के मढ़ी में एक पैराग्लाइडर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। पैराग्लाइडर उड़ा रही विदेशी महिला की भी इस दुर्घटना में मौत हो गई थी। मृतक महिला की पहचान चेक गणराज्य की रहने वाली मिसुर्सवा डिटा केसका के रूप में हुई थी।वहीं, मंगलवार को भी बीर-बिलिंग में एक बेल्जियम पैराग्लाइडर की मौत हो गई थी। पैराग्लाइडर अपना पैराशूट नहीं खोल पाया था। यह दुर्घटना उस समय हुई थी जब अलग-अलग उड़ान भरने वाले दो पैराग्लाइडर हवा में टकरा गए, जिससे बेल्जियम के पैराग्लाइडर फेयरेट की मौत हो गई। हादसे में पोलिश पैराग्लाइडर घायल हो गया था।