कुल्लू : तीर्थन घाटी की बदहाल सड़कों को सुधारने और जानमाल की सुरक्षा के लिए स्थानीय लोग लामबंद

आलाेक। कुल्लू
ग्राम पंचायत पेखड़ी के उपप्रधान वीरेंद्र भारद्वाज की अगुवाई में विभागीय अधिकारियों से मिला प्रतिनिधिमंडल गुशैणी पेखड़ी सड़क पर निकासी नालियों को खोलने और शीघ्र ही सुरक्षा दीवार लगाने बारे शासन प्रशासन को सौंपा ज्ञापन। जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं के बावजूद ग्रामीण संपर्क सड़कों की दुर्दशा बद से बदतर होती जा रही है। विभागीय उदासीनता और लापरवाही के कारण लोग अपने जानमाल का नुकसान उठाने तथा जोखिम भरा सफर करने को मजबूर हैं। तीर्थन घाटी में ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाली अधिकांश संपर्क सड़कें अपनी दुर्दशा को व्यान कर रही है। गुशैनी पेखडी सड़क मार्ग पर बंद पड़ी निकासी नालियां डेढ़ दशक बाद भी नहीं खुल पा रही है, जिस कारण स्थानीय लोगों को भारी भरकम नुकसान झेलना पड़ रहा है और इस बरसाती मौसम में जानमाल के खतरे का अंदेशा बना हुआ है।
विभाग और शासन प्रशासन से बार बार आग्रह करने के बावजूद भी इस सड़क मार्ग की कोई सुध नहीं ली जा रही है। इसलिए समस्या के समाधान हेतु अब स्थानीय लोग एकजुट होना शुरु हो गए हैं। पार्क प्रभावित क्षेत्र के हजारों लोगों को लाभांवित करने वाला यह सड़क मार्ग आज अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा है। इस सड़क मार्ग पर बने कई तीखे और उतार-चढ़ाव वाले करीब 20 से अधिक मोड़ों पर वाहन चलाना किसी खतरे से खाली नहीं है। सड़क के किनारे पानी की निकासी के लिए बनाई गई नालियों में मिट्टी और मलबा भर गया है और घास उगी हुई है। हल्की सी बारिश में ही पानी सड़क से बहता हुआ लोगों के खेतों और मकानों में चला जाता है, जिस कारण लोगों के खेतों और सड़क में भू-स्खलन हो रहा है।
भूृ-स्खलन के कारण काफी बड़ी बड़ी चट्टाने खिसक रही है, जो लोगों के जान-माल को खतरा पैदा कर रही है और स्थानीय लोग डर और भय के माहौल में जी रहें हैं। ग्राम पंचायत पेखड़ी के उपप्रधान वीरेंद्र भारद्वाज की अगुवाई में एक प्रतिनिधि मंडल जिसमें ग्राम पंचायत नोहांडा के पूर्व प्रधान स्वर्ण सिंह ठाकुर, वार्ड पंच प्रताप सिंह व अन्य स्थानीय निवासी सुरेंद्र सिंह, गोपाल चंद, पूर्ण चंद और डोला राम आदि लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता चमन सिंह ठाकुर और बिजली विभाग के सहायक अभियंता मुंशी राम से उनके कार्यालय में मिले। लोगों ने मांग की है कि गुशैनी पेखड़ी सड़क मार्ग की क्षतिग्रस्त निकासी नालियों को शीघ्र ही बहाल किया जाए, ताकि समय रहते सड़क का रख रखाव हो सके और भूस्खलन जैसी अन्य किसी अनहोनी घटना को रोका जा सके।