शिमला: संस्कृत और टांकरी सीखने का अच्छा मौका, गेयटी में 1 अप्रैल से 30 जून तक होगा प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन

हिमाचल प्रदेश भाषा एवं संस्कृति विभाग शिमला में एक विशेष त्रैमासिक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर रहा है, जिसमें आपको प्राचीन संस्कृत संस्कृत और टांकरी लिपि के रहस्यमय पहलुओं को जानने और सीखने का अनोखा अवसर मिलेगा। यह शिविर 1 अप्रैल से 30 जून तक हर दिन शाम 5:30 बजे से 1 घंटे के लिए गेयटी थिएटर, शिमला में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यशाला के माध्यम से प्रतिभागियों को संस्कृत के मूलभूत ज्ञान, उच्चारण, पाठन और टांकरी लिपि के विशेष कौशल में गहराई से प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस शिविर में भाग लेने के इच्छुक व्यक्ति 5 अप्रैल तक आवेदन कर सकते हैं। भाषा एवं संस्कृति विभाग के निदेशक पंकज ललित ने कहा कि विभाग की ओर से शिमला में संस्कृत और टांकरी लिपि पर कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से लोग जुड़ पाएंगे। इस कार्यशाला के माध्यम से लोगों को संस्कृत और टांकरी लिपि का मूलभूत प्रशिक्षण दिया जाएगा। 5 अप्रैल तक लोग इस त्रैमासिक प्रशिक्षण शिविर के लिए आवेदन कर पाएंगे। मस्तराम शर्मा संस्कृति और किशोरी लाल चंदेल टांकरी लिपि का प्रशिक्षण देंगे। इस दौरान संस्कृत के शिक्षक डॉ मस्तराम शर्मा ने बताया कि इस प्रशिक्षण शिविर के माध्यम प्राचीन भाषा संस्कृत का ज्ञान लोगों को मिल पाएगा। शिविर में विद्यार्थियों को संस्कृत पाठन और उच्चारण का प्रशिक्षण दिया जाएगा।