'जय बजरंग वाली बोल कर बटन दबाना' किस दिशा में कर्नाटक चुनाव ?

कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। मतदान की तारीख नजदीक आते-आते ध्रुवीकरण भी हो चला है। कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया, तो भाजपा ने बात को भुनाने का कोई मौका नहीं छोड़ा। खुद प्रधानमंत्र नरेंद्र मोदी अपनी रैलियों में 'जय बजरंग बली' के नारे लगवाने लगे। हनुमान चालीसा के पाठ शुरू हो गए हैं। प्रधानमंत्री का वीडियो भी वायरल है जिसमें वह रैली में कह रहे हैं कि 10 मई को जब मतदान केंद्रों पर वोट डालें तो 'जय बजरंग बली' बोलकर उन्हें सजा दें। भाजपा का हर छोटा बड़ा नेता बजरंग बली के मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर आक्रामक है। रैलियों और रोड शो में बजरंग बली के नारे लग रहे हैं। वहीँ कांग्रेस का जवाब है की हम बजरंगदल पर प्रतिबंध की बात कर रहे है जिनका बजरंबली से कोई लेना देना नहीं है।
बजरंगबली का कर्नाटक कनेक्शन
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मांड्या की अपनी पहली रैली में भगवान राम और हनुमान का जिक्र करते हुए यूपी-कर्नाटक कनेक्शन जोड़ा था। योगी ने कहा कि प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त हनुमान यहां की धरती पर ही पैदा हुए थे। इसके जरिए योगी ने कर्नाटक की जनता से एक भावनात्मक अपील की थी। योगी ने कहा कि कर्नाटक और उत्तर प्रदेश का संबंध त्रेतायुग से है। बजरंगबली का जन्मस्थान कर्नाटक में माना जाता है। कांग्रेस मेनिफेस्टो में बजरंग दल पर बैन की बात को बीजेपी सीधे बजरंगबली से जोड़ रही है। आस्था का मुद्दा ऐसा है जो जनता पर सीधे असर करता है। ऐसे में बीजेपी ने कांग्रेस को इस मुद्दे चक्रव्यूह में घेर लिया है।