केलांग : रवि ठाकुर का प्रयास, सैलानियों के लिए लाहुल बन गया खास, सैम बौद्ध

बोले, जिस्पा में आयोजित फेस्टिवल को सफल बनाने में पूर्व विधायक ने निभाई अहम भूमिका
आलाेक। केलांग
जिस्पा में हाल ही में आयोजित हुए दो दिवसीय लाहुल टूरिज्म फेस्टिवल के सफल आयोजन को लेकर लाहुल ईको टूरिज्म सोसायटी के अध्यक्ष सैम बौद्ध ने सोसायटी के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों का अभार व्यक्त किया है। सैम बोद्ध ने कहा है कि उक्त फेस्टिवल के आयोजन का मुख्य उद्देश्य लाहुल में पर्यटकों की गतिविधियों को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि घाटी में अधिक से अधिक पर्यटक पहुंचे इसका प्रयास लाहुल ईको टूरिज्म सोसायटी लगातार कर रही है। वहीं, इस फेहरिस्त में जिस्पा में उक्त फेस्टिवल का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया है। उन्होंने कहा कि उन्हें ये बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि घाटी में पर्यटकों की गतिविधियों को बढ़ाने या यूं कहें कि लाहौल में पर्यटकों को पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान लाहौल-स्पीति के पूर्व विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि ठाकुर का भी रहा है।
उन्होंने कहा कि बतौर पर्यटन कारोबारी के तौर पर रवि ठाकुर ने 90 के दशक में लाहौल के जिस्पा में एक होटल का निर्माण किया और घाटी में सैलानियों को बड़े शहरों की तर्ज पर सुख सुविधा उपलब्ध करवाने की नई पहल की थी। इस फेहरिस्त में उन्होंने जहां अपने स्तर पर उस समय सैलानियों को लाहौल-स्पीति की संस्कृति व पारंपरिक व्यंजनों से भी रू-ब-रू करवाया। वहीं, जिस्पा को भी पर्यटन मानचित्र पर लाया। उन्होंने कहा कि घाटी में चाहे धार्मिक आयोजन हो या फिर पर्यटकों से जुड़े हुए बड़े कार्यक्रम लाहौल स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर इन सभी आयोजनों को सफल बनाने के लिए जहां आयोजकों की हर तरह से मदद करते हैं वहीं लाहौल स्पीति को पर्यटन की दृष्टि में विकसित करने को लेकर भी वे लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस्पा में आयोजित किए गए लाहुल टूरिज्म फेस्टिवल को सफल बनाने के लिए इस वर्ष भी लाहुल स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने हर तरह से लाहुल ईको टूरिज्म सोसायटी की मदद की है, जिसके लिए वे तहे दिल से उनका अभार व्यक्त करते हैं।
सैम बोद्ध ने कहा है कि पूर्व विधायक रवि ठाकुर द्वारा रखी गई जिस्पा में पर्यटन कारोबार की नींव को आज जहां वे एक मार्ग दर्शन के रूप में देखते हैं। वहीं, रवि ठाकुर के प्रयासों से ही आज जिस्पा लाहुल घाटी में सैलानियों का हव बना हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण गत दो वर्षों से जिस्पा में उक्त फेस्टिवल का आयोजन नहीं किया जा सका था। लिहाजा इस वर्ष स्थितियां थोड़ी सामान्य होने के बाद उक्त फेस्टिवल का आयोजन किया गया और यह पूरी तरह सफल रहा है, जिसका श्रेय वे सोसायटी के तमाम सदस्यों को देते हैं, जिनके प्रयासों से आज यह फेस्टिवल सफल हो सका है। उन्होंने कहा कि इस फेस्टिवल में जहां देश-विदेश के सैलानियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। वहीं, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी पर्यटकों ने जमकर लुफ्त उठाया।