वापस आ गए समाधि से गायब हुए बाबा
करीब पांच दिन पहले समाधि से गायब हुए बाबा वापस लौट आए हैं। इस बाबा को उज्जैन से लाया गया है। वापस लौटने के बाद बाबा अंधेरे कमरे में मौन धारण कर बैठे हैं और उन्होंने अब तक कोई खुलासा नहीं किया है। बताया जाता है कि बाबा को लाने के लिए उनके साथी उज्जैन गए थे, जिनका दावा है कि बाबा उज्जैन के शमशानघाट में उन्हें तपस्या करते हुए मिले। हालांकि यहां आकर बाबा ने अब तक कुछ नहीं बोला है, जबकि बसंतपुर के महाकाल मंदिर में उनसे पूछने वालों की कतारें लगने लगी हैं। बता दें कि चार लोग बाबा को उज्जैन से लेने के लिए आठ अक्तूबर को गए थे। इस दौरान बसंतपुर के लोगों ने पंचायत प्रधान के माध्यम से पुलिस में भी मामला दर्ज करवाया है। पुलिस अब इस मामले को देख रही है, जो बाबा से सारे राज उगलवाने का प्रयास करेगी। बताया जा रहा है कि पुलिस सोमवार को बाबा से पूछताछ करेगी। वहीं, बाबा की समाधि से गायब हो जाने की चर्चा सिर्फ सुन्नी क्षेत्र ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में हो रही थी। अब बाबा के वापस आने की भी चर्चा हो रही है। लोग चाहते हैं कि इस मामले का जल्द खुलासा हो जाए। कई लोग बाबा को ढोंगी करार दे रहे हैं, मगर उनके भक्त अभी भी गफलत में हैं। जब तक इस पूरे मामले का खुलासा नहीं हो जाता कि बाबा समाधि में लीन रहते हुए गड्ढे के भीतर से कैसे गायब हो गए, तब तक यह पहेली अनसुलझी ही रहेगी। महाकाल मंदिर में दूसरे बाबाओं का कहना है कि अब तक उन्हें बाबा ने कुछ भी नहीं बताया है। उन्होंने पूछने की कोशिश की है, मगर बाबा मौन व्रत धारण किए हुए हैं। शिमला ग्रामीण के बसंतपुर में महाकाल मंदिर से बाबा कैसे गायब हुआ और कैसे उज्जैन पहुंच गया, यह रहस्य अभी बरकरार है। हालांकि बाबा राजेंद्र नाथ वापस महाकाल मंदिर बसंतपुर पहुंच गया है। शनिवार रात को वापस पहुंचे बाबा देवेंद्र नाथ मौन धारण किए हुए हैं तथा किसी से भी बातचीत नहीं कर रहे हैं। वहीं, मंदिर के अन्य बाबा भी इस प्रकरण पर कोई भी जबाब नहीं दे रहे हैं, जिससे कई सवाल अनसुलझे ही रह गए हैं। बता दें कि बसंतपुर विकास खंड कार्यालय के समीप महाकाल मंदिर में नौ दिनों से समाधि में लीन बाबा देवेंद्रनाथ निर्धारित दिन जब गड्ढे से बाहर नहीं निकला तो अन्य बाबाओं एवं भक्तों ने प्रचार कर दिया कि बाबा शरीर समेत स्वर्गलोक चले गए हैं। अन्य बाबाओं ने बताया गया कि बाबा उज्जैन में हैं, जिसके बाद मंदिर के बाबा एवं दो अन्य लोग उज्जैन चले गए। इसके बाद सभी लोग बाबा सहित शनिवार देर रात को वापस बसंतपुर लौट आए। वहीं, लोगों ने पुलिस से मामले की जांच करने की मांग की है। उनके अनुसार जब पीडब्ल्यूडी ने मंदिर की जमीन को लेकर को से स्टे लिया हुआ है, तो मंदिर का उपयोग कैसे हो रहा है।