बांका हिमाचल : दुनिया के सबसे खूबसूरत क्रिकेट स्टेडियमों में शुमार
हिन्दुस्तान ही नहीं अपितु दुनिया के सबसे खूबसूरत क्रिकेट स्टेडियम की बात जब शुरू होती है तो धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पर आकर रुक जाती है। देश दुनिया में अपनी खूबसूरती के चलते धौलाधर पहाड़ियों की गोद में बसा और समुद्र तल से 1317 मीटर की उंचाई पर स्थित धर्मशाला का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम अपने आप में अनूठा है। धौलाधार की वादियों के ठीक नीचे बने इस मैदान को देखने के लिए हर साल बड़ी संख्या में सैलानी धर्मशाला पहुँचते हैं। आईपीएल और ने अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों के चलते धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम की खूबसूरती दुनिया भर ने देखी है और पूरी दुनिया इसकी ख़ूबसूरती की कायल है।
धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण कार्य 2003 में शुरू हुआ था। इसकी भौगोलिक परिस्थिति के कारण इस स्टेडियम को बनाने में काफी दिक्कतें आई। 2004-2005 तक ये स्टेडियम बन कर पूरी तरह तैयार हो गया। उसके बाद यहां घरेलू क्रिकेट और रणजी ट्रॉफी जैसे मैच ही करवाए जाते थे। कई वर्षों के इंतज़ार के बाद 27 जनवरी, 2013 में पहली बार यह एक दिवसीय क्रिकेट मैच करवाया गया, जो कि भारत बनाम इंग्लैंड की टीम के बीच हुआ। इसके बाद अक्टूबर 2015 को पहला टी 20 मैच भारत बनाम साउथ अफ्रीका हुआ था। इस स्टेडियम में पहला टेस्ट मैच भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया खेला गया था।
स्थानीय व्यापारियों को होता है फायदा :
धर्मशाला स्टेडियम में होने वाले आईपीएल व अंतरराष्ट्रीय मैचों से सैकड़ों स्थानीय कारोबारियों को फायदा होता है। इसमें टैक्सी चालक, होटल मालिक, रेस्तरां, होम स्टे, रेहड़ी संचालक आदि शामिल हैं। इसमें कोई संशय नहीं है की क्रिकेट ने धर्मशाला को पर्यटन के मानचित्र पर विशिष्ठ जगह दिलवाने में बड़ी भूमिका अदा की है।
इस स्टेडियम से जुड़ी एक और रोचक बात है। धर्मशाला में मैच के आयोजकों को किसी भी मैच से पहले बारिश के देवता की शरण में जाना पड़ता है और बारिश न हो इसके लिए बाकायदा मंदिर में पूजा अर्चना व हवन करवाना पड़ता है। ऐसा न हो तो बारिश ऐसा कहर बरपाती है। शुरूआती दौर में यहां होने वाले मैचो में बारिश ने काफी कहर बरपाया। जब भी यहां मैच का आयोजन होता, उसी दौरान बारिश शुरू हो जाती। इसके बाद किसी ने आयोजकों को खन्यारा गांव में भगवान इंद्रूनाग की शरण में जाने की सलाह दी। इंद्रूनाग को यहां बारिश का देवता कहा जाता है। यानी जब भी यहां सूखा पड़ा हो या फिर बारिश नहीं थम रही हो तो यहां के लोग इंद्रूनाग देवता की ही शरण में जाते है।
2019 में हटाई गई थी पाकिस्तानी खिलाड़ियों की फोटो :
कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों ने हमला हुआ था जिसमें 40 से ज्यादा जवानों के शहीद हुए थे। यह एक आत्मघाती हमला था। काफिले में सीआरपीएफ की करीब दर्जनभर गाड़ियों में 2500 से अधिक जवान सवार थे। आतंकियों ने सुरक्षाबलों की दो गाड़ियों को निशाना बनाया था। इसके चलते 2019 में एचपीसीए यानी हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में पुलवामा में जवानों पर हुए हमले पर बड़ा कदम उठाया था। उन्होंने धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम से पाकिस्तान के 13 खिलाड़ियों की फोटो हटा दी थी।