सोलन: बघाट बैंक मामला में 20 डिफाल्टरों की संपत्तियां होगी नीलाम
सहायक पंजीयक सहकारी समिति सोलन ने मंगलवार को बघाट बैंक लोन डिफाल्टरों के मामले की सुनवाई के लिए अदालत लगाई। इसमें 41 डिफाल्टरों को समन जारी कर सुनवाई के लिए बुलाया गया था। इसमें करीब 23 डिफाल्टर सुनवाई के लिए पहुंचे। 20 डिफाल्टरों की संपत्तियों की नीलामी के सहायक पंजीयक की अदालत ने आदेश जारी किए हैं। तीन डिफाल्टरों ने 2.80 लाख रुपये के चेक दे दिए। वहीं उन्होंने हर माह किस्तें भरने के लिए भी हामी भरी। उन्हें कुछ राहत दे दी गई। इसमें सबसे बड़ा डिफाल्टर ऊना से पहुंचा था। उसकी करीब 6 करोड़ रुपये देनदारी ब्याज सहित हो चुकी है। डिफाल्टर ने कहा कि वह अपनी संपत्ति बेचकर जल्द ही पूरा ऋण का पैसा लौटा देगा। कुछ अन्य डिफाल्टरों ने भी खुद अपनी संपत्तियां बेचकर ऋण चुकाने की बात कही, जिसके बाद उन्हें कुछ माह का समय दिया गया है।
बघाट बैंक लोन मामले में कुछ डिफाल्टर और गारंटरों ने बड़े खुलासे भी किए। इस दौरान कर्मचारियों पर आरोप लगाए कि डिफॉल्टरों ने बैंक प्रबंधन और उन्होंने लोन देने के बदले उनसे पैसे भी लिए थे। बाकायदा इसके लिए उन्होंने अपने खातों की डिटेल भी दिखाई। वहीं गारंटर ने भी आरोप लगाए कि लोन देने के समय उन्हें केवल यह बताया गया था कि 3 लाख की लिमिट है। बाद में यहां आकर पता चला कि 30-30 लाख रुपये का लोन लिया गया है और बड़ी बात क्या है कि इसमें गारंटर की जमीन को भी अटैच किया गया था। इसके अलावा डिफॉल्टरों ने यह भी आरोप लगाया कि सोलन शहर में एक नामी और बड़े डिफाल्टर को पुलिस गिरफ्तार करने में नाकाम रही है। जबकि छोटे-छोटे डिफॉल्टरों को गिरफ्तार किया जा रहा है।
करीब 18 डिफाल्टर अदालत से समन जारी होने के बाद भी अदालत में नहीं पहुंचे। अब सहायक पंजीयक की अदालत से उनकी गिरफ्तारी के लिए जल्द गैर जमानती वारंट जारी होंगे और उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। तीन दिन तक चलने वाली सहायक पंजीयक की अदालत बुधवार को भी जारी रहेगी। दूसरे दिन 39 डिफाल्टरों को इसमें बुलाया गया है। उधर, सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं सोलन गिरीश नड्डा ने कहा कि अभी दो दिन और अदालत लगेगी।
