सोलन: जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक के नव-गठित निदेशक मंडल की पहली बैठक संपन्न
जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड के नव-निर्वाचित बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की पहली बैठक बैंक के बाईपास रोड़ स्थित मुख्य कार्यालय में चेयरमैन एडवोकेट मुकेश शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत नवनियुक्त निदेशकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाकर हुई। इसके बाद बोर्ड सदस्यों ने बैंक की दीर्घकालिक रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा की, जिसमें डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना, ऋण वितरण प्रक्रिया को सरल बनाना, जोखिम प्रबंधन को मजबूत करना, ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सहकारी बैंकिंग का विस्तार जैसे विषयों को प्राथमिकता दी गई। वित्तीय समावेशन, सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के अनुरूप योजनाएं और सदस्य भागीदारी को बढ़ाने पर भी बल दिया गया। बोर्ड ने यह संकल्प लिया कि बैंक सामाजिक जिम्मेदारी निभाने में भी अग्रणी भूमिका निभाएगा।
इसी क्रम में बैंक का नाबार्ड द्वारा किया गया वार्षिक वैधानिक निरीक्षण, जो 27 अक्टूबर 2025 को शुरू हुआ था, 17 नवंबर को सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर नाबार्ड की टीम डीजीएम संजीव शर्मा, डीडीएम अशोक चौहान, एजीएम पारस राम, शुभ श्रीवास्तव ने बोर्ड के साथ बैठक कर निरीक्षण रिपोर्ट, निष्कर्षों और आगे के लिए सुझाव साझा किए। अधिकारियों ने बैंक की वित्तीय स्थिति, अनुपालन स्तर, ऑपरेशनल दक्षता, जोखिम मूल्यांकन और आवश्यक सुधारात्मक प्रक्रियाओं जैसे आंतरिक नियंत्रण प्रणाली को मजबूत करना, डेटा प्रबंधन का उन्नयन, पर्यावरणीय जोखिमों का आकलन पर विस्तृत जानकारी दी। बोर्ड ने पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CAR), एनपीए प्रबंधन और डिजिटल लेनदेन सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर आवश्यक स्पष्टीकरण भी प्राप्त किए। नाबार्ड ने बैंक की प्रगति की सराहना करते हुए भविष्य में भी हर सम्भव सहयोग देने का आश्वासन दिया।
बैठक के अंत में बोर्ड ने एकमत होकर पारदर्शिता, सुशासन और सदस्य हितों को सर्वोपरि रखते हुए बैंक के कामकाज को और अधिक प्रभावी और सुरक्षित बनाने का संकल्प दोहराया। बैठक में बैंक के प्रबंध निदेशक पंकज सूद, निदेशक योगेश भारत्या, विजय ठाकुर, संजीव कौशल, लाजकिशोर, रोशन वर्मा और लक्ष्मी ठाकुर उपस्थित रहे। बैठक को सफलतापूर्वक संचालित करने में वरिष्ठ प्रबंधन टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा। जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड ने स्पष्ट किया कि वह अपने सदस्यों और हितधारकों के हितों की रक्षा और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में निरंतर योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।
