सोलन: शूलिनी के MBA छात्रों के लिए 'अगली पीढ़ी के नेतृत्व' पर सत्र का हुआ आयोजन
शूलिनी बिज़नेस स्कूल के एमबीए छात्रों ने स्कूल में चल रही सामाजिक प्रभाव पहल श्रृंखला के तहत डेनेसफा नो-एंड-कंपनी के संस्थापक जय ज़िराकी के साथ एक प्रेरक और विचारोत्तेजक संवाद में भाग लिया। ज़िराकी ने "अगली पीढ़ी के नेतृत्व की यात्राएँ" विषय पर एक प्रभावशाली व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने नो-एंड दर्शन से परिचित कराया। अपने संबोधन में उन्होंने यह दर्शाया कि किस प्रकार रोज़मर्रा के व्यापारिक और उपभोक्ता निर्णयों को समुदायों तथा सामाजिक कल्याण में दीर्घकालिक निवेश के रूप में पुनर्परिभाषित किया जा सकता है। उन्होंने उद्देश्य-संचालित नेतृत्व की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए कहा कि नेतृत्व को केवल लाभ तक सीमित न रखकर पीढ़ीगत विरासत के निर्माण और समाज के उत्थान की दिशा में प्रयासरत होना चाहिए।
सत्र का संयोजन शूलिनी बिज़नेस स्कूल के डीन एवं अध्यक्ष प्रोफेसर मुनीश सहरावत द्वारा, प्रो चांसलर विशाल आनंद के सहयोग और प्रोत्साहन से किया गया। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रोफेसर डॉ. अभिलाषा चौहान ने किया, जिन्होंने छात्रों के लिए उपयोगी संवाद और सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की। शूलिनी बिज़नेस स्कूल ने ऐसे ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों के माध्यम से वास्तविक जीवन से जुड़े दृष्टिकोणों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाकर ज़िम्मेदार नेतृत्व के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और सुदृढ़ किया है। यह सत्र विश्वविद्यालय के सामाजिक प्रभाव, नैतिक नेतृत्व और संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) पर केंद्रित दृष्टिकोण के अनुरूप आयोजित किया गया।
