68 विधानसभा क्षेत्रों की चार्जशीट लाएगी प्रदेश कांग्रेस: राजेश धर्माणी
विपक्ष द्वारा सत्ता पक्ष के खिलाफ चार्जशीट लाना हिमाचल की सियासी परंपरा रही है। विपक्ष में जो भी पार्टी होती है वह सत्ता पक्ष के खिलाफ चार्जशीट लेकर आती है। वीरभद्र सरकार के खिलाफ भाजपा चार्जशीट लाई थी और अब कांग्रेस की बारी है। कांग्रेस जल्द ही जयराम सरकार के अब तक के कार्यकाल पर आरोप पत्र लाएगी। ख़ास बात ये है कि पार्टी सभी 68 विधानसभा क्षेत्राें की अलग-अलग चार्जशीट लेकर आएगी। कांग्रेस चार्जशीट कमेटी के चेयरमैन राजेश धर्माणी का दावा हैं कि कांग्रेस की चार्जशीट हवाई-हवाई नहीं हाेगी, बल्कि तथ्याें पर हाेगी। फर्स्ट वर्डिक्ट मीडिया के साथ हुई विशेष बातचीत में धर्माणी ने इस सियासी चार्जशीट को लेकर पार्टी की बात रखी। सरकार पर हमलावर होते हुए राजेश धर्माणी ने कहा कि इस वक्त हिमाचल में सबसे बड़ा सीएम आरएसएस है। सीएम जयराम ठाकुर अपने दम पर काेई भी फैसला नहीं करते। राजेश धर्माणी की माने तो अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का काेई प्रभाव नहीं पड़ेगा। वे कहते हैं कि इस वक्त कांग्रेस काे पीसीसी चीफ और नेता प्रतिपक्ष लीड कर रहे हैं, अगले साल कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आएगी। पेश है उनके साथ हुई बातचीत के मुख्य अंश..
सवाल: आपको भाजपा सरकार के खिलाफ चार्जशीट तैयार करने की जिम्मेवारी मिली है, ये चार्जशीट कब तक तैयार होगी?
जवाब: पार्टी हाईकमान ने मुझे प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ चार्जशीट तैयार करने के लिए जिम्मेदारी सौंपी है। हमारी टीम हर पहलू पर काम कर रही है, जिसमें भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ आरोप पत्र तैयार किए जाएंगे। हम पहली बार सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों की चार्जशीट लेकर आएंगे। प्रदेश की जयराम सरकार के खिलाफ कई भ्रष्टाचार के आरोप हैं और हमारी टीम तथ्यों के साथ दस्तावेज खंगाल रही है। भाजपा ने 2017 के चुनाव में जो वादे किए थे, उसमें से अभी तक 95 प्रतिशत घोषणाएं पूरी नहीं हुई। ऐसे में कांग्रेस चार्जशीट में भ्रष्टाचार के खिलाफ पुख्ता दस्तावेज के साथ आरोप तय किए जाएंगे।
सवाल: भाजपा सरकार के अब तक के कार्यकाल में आप भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे है। इन कथित आरोपों के पीछे क्या आधार हैं?
जवाब: प्रदेश की जयराम सरकार के अब तक के कार्यकाल में सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार ही हुआ हैं। सरकार ने अपनी नीतियों काे दरकिनार कर अपने चहेतों काे लाभ पहुंचाया। हिमाचल में तो दशा यह है कि आरएसएस सबसे बड़ा सीएम है। प्रदेश की जनता ने जिस उम्मीद के साथ जयराम ठाकुर काे सीएम बनाया, उस पर खरा उतरने में वह पूरी तरह से नाकाम साबित हो चुके हैं। सरकार में बैकडोर एंट्री, कर्मचारियों की मांगों को नजरअंदाज, नीतियों के खिलाफ किए जा रहे काम समेत ऐसे कई अनियमितता हैं, जिसे कांग्रेस चार्जशीट में संलग्न करेंगे। हम काेई कथित आरोप नहीं लगा रहे हैं, बल्कि पुख्ता सबूत के साथ चार्जशीट लेकर आएंगे। कांग्रेस विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी है। हम लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं और जनहित के मुद्दों पर बात करते हैं।
सवाल: हर बार दाेनाें दलों की ओर से चार्जशीट आती है, लेकिन उस पर जांच क्यों नहीं होती?
जवाब: जांच करवाने की जिम्मेवारी सरकार की हाेती है। पूर्व में जब कांग्रेस की सरकार थी तो जिन लाेगाें के खिलाफ आरोप लगे थे, उनके खिलाफ जांच की और निष्कर्ष भी निकला। तथ्यों के आधार पर पत्र लाएंगे तो निश्चित रूप से जांच में आंच नहीं आएगी। प्रदेश की जयराम सरकार के जिन मंत्रियों ने भ्रष्टाचार किया होगा उन्हें आने वाले समय में भुगतना पड़ेगा। कांग्रेस ने जब-जब भी चार्जशीट तैयार की तब-तब जांच काे अंतिम रूप दिया गया। जहां तक भाजपा चार्जशीट की बात है वह पूरी तरह से हवाई-हवाई होती है, जिसमें न तो तथ्य होते है और न ही सबूत। ऐसे में भाजपा सरकार जांच करेगी भी तो आखिर किसके खिलाफ।
सवाल: अगले साल चुनाव भी होने हैं तो क्या चार्जशीट का लाभ कांग्रेस काे मिलेगा ?
जवाब: अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी। प्रदेश की जनता साक्षर है, जनता भली भांति जान चुकी है कि डबल इंजन की सरकार पूर्ण रूप से विफल रही है और पूर्ण रूप से दिशाहीन भी है। कमर तोड़ महंगाई, बेराेजगारी, ओल्ड पेंशन स्कीम, काेराेना काल में भ्रष्टाचार, भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बदलना, विधानसभा स्पीकर बदलना यही संकेत दे रहा है कि भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार के साथ समझाैता किया। संभवत: अगले साल यानी 2022 में हाेने वाले चुनाव में कांग्रेस चार्जशीट का लाभ संगठन काे मिलेगा।
सवाल: प्रदेश कांग्रेस अब स्व. वीरभद्र सिंह के बाद किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी?
जवाब: प्रदेश कांग्रेस संगठन के नाम पर चुनाव लड़ेगी और जीतेगी भी। वीरभद्र सिंह आपने आप में एक नेतृत्व थे, लेकिन अब उनके नहीं होने से संगठन काे एकजुट होकर चुनाव लड़ना पड़ेगा। पार्टी हाईकमान तय करेगा कि चुनाव जीतने के बाद किसे सीएम का चेहरा बनाया जाए। भाजपा की तरह कांग्रेस पहले ही सीएम पद का उम्मीदवार घोषित नहीं करती है। ऐसे में मैं यही कहना चाहता हूं कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष संगठन काे लीड कर रहे हैं। अगले साल कांग्रेस सत्ता में वापसी करेगी।