ऊना:श्री शिव महापुराण कथा के चौथे दिन शिव विवाह पर श्रद्धा की छटा, भजनों पर झूमे श्रद्धालु

जिला ऊना मुख्यालय में चल रही नौ दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा के चौथे दिन शिव विवाह का भावुक प्रसंग प्रस्तुत किया गया। कथा स्थल हर हर महादेव और जय शिव शंकर के जयकारों से गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने भजनों पर झूमकर अपनी भक्ति व्यक्त की।
कथा व्यास जगतगुरु श्री 1008 विकास दास महाराज ने माता पार्वती की तपस्या, सप्त ऋषियों के उपदेश तथा ताड़का वध की कथा का विस्तार से वर्णन किया। इसके बाद शिव-पार्वती विवाह की कथा सुनाते हुए उन्होंने वातावरण को भावुक कर दिया। भजन "सांसों की माला पर सिमरूं मैं शिव का नाम" पर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो उठे।
महाराज ने भजन "लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा" गाकर श्रद्धालुओं को भक्ति रस में सराबोर कर दिया।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने भाग लेकर आरती में सम्मिलित हुए और महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। उनके साथ विजय आंगरा, डॉक्टर राजन आंगरा, नारायण आंगरा, साहिल जैतिक और राजकुमार पठानिया भी मौजूद रहे।
जगतगुरु विकास दास महाराज ने कथा के दौरान समाज में फैल रहे नशे के जाल पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भगवान शिव ने समाज की रक्षा के लिए विषपान किया, लेकिन आज कुछ लोग भोलेनाथ का नाम लेकर भांग और नशे को महिमामंडित कर रहे हैं, जो पूरी तरह गलत है।
उन्होंने कहा, "भगवान शिव रक्षक हैं, सृष्टि के पालनकर्ता हैं, वे कभी भी परिवार को तोड़ने या नशे की प्रेरणा देने वाले नहीं हो सकते।" उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे नशे से दूर रहें, पढ़ाई करें, रोजगार की ओर बढ़ें और समाज के लिए ईमानदारी से कार्य करें।
विकास दास महाराज ने कहा कि हिमाचल प्रदेश भी अब नशे की गिरफ्त में है। पहले यह हालात पंजाब तक सीमित थे, लेकिन अब देशभर में सिंथेटिक ड्रग्स का खतरा फैल चुका है। उन्होंने कहा कि जो युवा नशे की चपेट में हैं, उन्हें बाहर निकालने के लिए सरकार, समाज और संत समाज को एकजुट होकर काम करना होगा। वहीं जो नशे के माफिया और सप्लायर हैं, उनका सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए और उनके खिलाफ कठोर कानून लागू किए जाने चाहिए।
विकास दास महाराज ने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के नशा मुक्ति अभियान की सराहना करते हुए कहा कि उनका यह प्रयास अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने कहा, "राज्यपाल स्वयं फील्ड में जाकर नशे के विरुद्ध रैलियां कर रहे हैं, समाज को जोड़ रहे हैं और जागरूकता फैला रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि संत समाज भी इस अभियान में भागीदार है और वे स्वयं अपनी कथाओं के माध्यम से लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक कर रहे हैं। आने वाले समय में वे राज्यपाल से मिलकर नशा मुक्ति अभियान को और मजबूती देने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करने का प्रयास करेंगे।
कथा के आयोजक राकेश पुरी और राघव पुरी ने समस्त अतिथियों और श्रद्धालुओं का धन्यवाद ज्ञापित किया और सभी से अनुरोध किया कि वे इस धार्मिक आयोजन के माध्यम से समाज सुधार की दिशा में भी योगदान दें।