पर्यावरण सन्तुलन को बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण अत्यन्त आवश्यक- डाॅ. सैजल
जाबली में पंचायत स्तरीय वन महोत्सव का डा. राजीव सैजल ने किया शुभारम्भ
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डा. राजीव सैजल ने कहा कि भारतीय संस्कृति में पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया है तथा हम सभी को पुरातन परम्पराओं को अपनाकर प्रकृति को सहेजने की दिशा में कार्य करना होगा। डाॅ. सैजल सोलन जिला के कसौली विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत जाबली में पंचायत स्तरीय वन महोत्सव में पौधरोपण के उपरान्त उपस्थित जन समूह को सम्बोधित कर रहे थे। डाॅ. सैजल ने औषधीय अर्जुन का पौधा रोपकर पौधरोपण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत 500 पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है तथा आंवला, कचनार, तुनी, अर्जुन, रीठा, झकरींडा व शीशम के पौधे लगाए जाएगें। उन्होंने कहा कि यह सभी पौधे औषधीय गुणों से भरपूर हैं तथा ये मनुष्य एवं प्रकृति के लिए अमूल्य हैं। उन्होंने कहा कि पहले भारतीय परम्परा में वृक्षों एवं वनस्पतियों की पूजा की जाती थी। इसका एक उद्देश्य प्रकृति का संरक्षण भी था। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इस परम्परा को अपनाएं ताकि बहुमूल्य वनस्पतियों को बचाकर पर्यावरण को अक्षुण्ण जा सके। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि सृष्टि के सभी प्राणी अपने अस्तित्व के लिए प्रकृति पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा कि केवल मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है जो प्रकृति से केवल लेना जानता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण सन्तुलन को बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि पौधरोपण के साथ-साथ रोपे गए पौधों की सुरक्षा भी सुनिश्चित बनाएं। डाॅ. सैजल ने इस अवसर पर प्रदेेश एवं केन्द्र सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए लोगों से आग्रह किया कि इनका लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि सोलन वन वृत में अभी तक लगभग 2 लाख के करीब पौधारोपण किया जा चुका है। ग्राम पंचायत जाबली के प्रधान दुनी चन्द धीमान ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा उनके समक्ष पंचायत की समस्याएं रखीं। इस अवसर पर बीडीसी सदस्य किरण प्रकाश अत्री, शोंक राम, कसौली भाजपा मण्डल के सचिव किरपाल सहगल, महिला मण्डल प्रधान कोटी बिल्लो नेगी, महिला मण्डल प्रधान दतयार चिन्तो देवी, तहसीलदार कसौली कपिल तोमर, एसीएफ पवन कुमार अचल उपस्थित थे।