विधायक सुभाष ठाकुर ने विधानसभा सत्र में जल परिवहन नीति पर रखा वक्तव्य
विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर के विधायक सुभाष ठाकुर ने नियम 130 के अंतर्गत जल परिवहन नीति के बारे में विधानसभ सत्र के दौरान अपना वक्तव्य रखा। उन्होंने कहा कि बिलासपुर जिला में गोविंद सागर झील सबसे लंबी झील है जिसकी लंबाई 63 किलोमीटर है यह भाखड़ा से लेकर सलापड तक है। उन्होने कहा कि इस झील के दोनों तरफ 170 घाट हैं तथा इस झील में 170 रजिस्टर्ड प्राइवेट वोट्स चलती हैं। प्रतिदिन 1 हजार लोग कोई दरिया के पार जाता है कोई भाखड़ा जाता है कोई ज्योरीपतन कोई कुटलैहड जाता है। उन्होने बताया कि यह झील बिलासपुर जिला के चारों विधानसभा क्षेत्रों है वहीं पर यह कुटलैहड जिला ऊना के निर्वाचन क्षेत्र को भी कवर करती है तथा मंडी के सलापड और सुंदरनगर निर्वाचन क्षेत्र के डैहर को भी छूती है। इसी तरह से हमारी दूसरी झील कोलडैम है कोलडैम बनने के बाद वहां के लोगों को भी बहुत दिक्कत हुई है। उनके जो आर पार के रास्ते थे, जाने के साधन थे, वह भी बाधित हुए हैं आम व्यक्ति को बहुत कठिनाई आई है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने जिस तरह से जल परिवहन नीति के लिए 50 हजार करोड रुपए रखा है हिमाचल प्रदेश में भी यह पैसा आए। यहां पर भी जल प्रबंधन नीति बने, जिससे हमारे लोगों को सुविधा हो और हिमाचल प्रदेश जैसे सुंदर प्रदेश जहां पर अनेकों प्रदेशों, विदेशों से लोग घूमने के लिए आते हैं। उन्होने कहा कि यहां पर पर्यटन की बहुत संभावनाएं हैं पर्यटन की दृष्टि से भी अगर हमारी यह परिवहन नीति और इसके तहत अच्छे वोट, अच्छी सुविधा मिले तो निश्चित तौर पर हिमाचल प्रदेश आर्थिक दृष्टि से भी मजबूत होगा और हमारे नौजवानों को रोजगार मिलेगा। हमारे लोगों को जो इन झीलों से कठिनाई हुई है उनको भी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि बिलासपुर जिला में 3500 मछुआरे हैं जो प्रतिदिन मछली पकड़ते हैं लेकिन उनके पास साधन नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 1 हजार लोग भाखड़ा से आते हैं उनको यह सुविधा मिलेगी क्योंकि हमारी बाउंड्री पंजाब के साथ लगती है भाखड़ा से सलापड तक जाने में 3 घंटे का समय लगता है भाखड़ा से प्रतिदिन हमारे वोट आते हैं अगर अच्छे वोट मिले तो 1 घंटे में यह सफर होगा, लोगों को सुविधा मिलेगी और जो पर्यटक मनाली तक जाते हैं उनको भी सुविधा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि अत्यधिक वर्षा के कारण श्री नैना देवी जी चुनाव क्षेत्र के कोट कहलूर में लैंड स्लाइडिंग के कारण दोनों तरफ से लोग गिरे हुए थे जलमार्ग के माध्यम से 3 सौ लोगों को वहां से बिलासपुर तक सुरक्षित लाया गया जिसके लिए उन्होने सरकार और जिला प्रशासन का धन्यवाद किया। उन्होने कहा कि अगर हमारे पास परिवहन नीति होती, अच्छे वोट होते तो शायद वह लोग वहां नहीं फंसते और उनको हम भाखड़ा तक ले जा सकते थे। उन्होने कहा कि अच्छे वोट आएं, नौजवानों को रोजगार के अवसर मिले और जिला बिलासपुर भी पर्यटन की दृष्टि से पर्यटन मानचित्र से जुड़ सकें।
उन्होने कहा कि सुन्नी से कोलडैम तक पहुंचने में 3 घंटे का समय लगता है। अगर जल परिवहन नीति के तहत अच्छे स्टीमर हमारे पास होंगे तो यह दूरी कम होगी और 1 घंटे में सुन्नी से कोलडैम तक पहुंचा जा सकता है और पर्यटक भी इस झील का आनंद ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार संवेदनशील सरकार है प्रगतिशील सरकार है और टूरिजम को बढाना चाहती है आम आदमी की दिक्कत दूर करना चाहती है। उन्होने कहा कि जल परिवहन नीति हिमाचल प्रदेश में आए तो हिमाचल प्रदेश में रोजगार के साधन बढ़ेगें। उन्होने हिमाचल प्रदेश में जल परिवहन नीति का समर्थन किया।