हिमाचल की वादियों से चिकित्सा जगत में एक नया सवेरा, प्रदेश की पहली रोबोटिक सर्जरी आज

आज हिमाचल प्रदेश चिकित्सा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि की ओर कदम बढ़ा रहा है। शिमला स्थित अटल सुपर स्पेशिलिटी आयुर्विज्ञान संस्थान, चमियाणा में पहली बार रोबोटिक तकनीक से सर्जरी की जाएगी। यह केवल एक सर्जरी नहीं, बल्कि आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में उठाया गया एक क्रांतिकारी कदम है। इस अत्याधुनिक तकनीक की मदद से अब ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर के अनुभव और मशीन की सटीकता का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा, जिससे मरीजों को बेहतर इलाज, तेज़ रिकवरी और कम दर्द की सुविधा मिल सकेगी।
प्रदेश को मिलेगी नई पहचान
यह पहल न केवल उपचार को अधिक सुरक्षित बनाएगी, बल्कि हिमाचल को राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं के मानचित्र में एक नई पहचान दिलाने में भी मदद करेगी। यह दिन सिर्फ चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए नहीं, बल्कि उन सभी मरीजों के लिए विशेष है जिन्होंने कभी दर्दरहित, सटीक और आधुनिक इलाज का सपना देखा था।
महेंद्र पाल होंगे पहले मरीज
इस ऐतिहासिक शुरुआत में महेंद्र पाल पहले मरीज होंगे जिनकी प्रोस्टेट की रोबोटिक सर्जरी की जाएगी। विशेषज्ञों के अनुसार, यह सर्जरी न केवल अधिक सटीक होगी, बल्कि कम समय में पूरी की जा सकेगी, जिससे मरीज को जल्दी स्वस्थ होने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री करेंगे उद्घाटन
इस अत्याधुनिक तकनीक की शुरुआत का शुभारंभ सोमवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा किया जाएगा। यह दिन चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
अब नहीं जाना पड़ेगा बड़े शहरों में
रोबोटिक सर्जरी में हाई डेफिनिशन कैमरा और मशीन-नियंत्रित रोबोटिक आर्म्स का प्रयोग किया जाता है, जो बेहद सूक्ष्म स्तर पर भी ऑपरेशन करने में सक्षम होते हैं। इससे मरीजों को कम खून बहने, कम दर्द और तेज़ रिकवरी जैसे लाभ मिलते हैं। इस सुविधा के शुरू होने से अब मरीजों को इलाज के लिए बड़े शहरों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा।
42 करोड़ रुपये के उपकरणों से लैस होगा संस्थान
अटल सुपर स्पेशिलिटी आयुर्विज्ञान संस्थान में करीब 42 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण स्थापित किए जा रहे हैं। इनमें यूरोलॉजी, रीनल ट्रांसप्लांट, कार्डियक एनेस्थीसिया, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, प्लास्टिक सर्जरी, कार्डियोथोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी, कार्डियोलॉजी, पीडियाट्रिक सर्जरी और न्यूरोसर्जरी जैसी महत्वपूर्ण चिकित्सा सेवाओं के लिए आधुनिक उपकरणों की व्यवस्था की जा रही है।