पहलगाम नरसंहार के विरोध में धर्मपुर में आक्रोश, राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

डिंपल शर्मा/धर्मपुर (मंडी), 26 अप्रैल: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 28 हिंदुओं की निर्मम हत्या के विरोध में आज धर्मपुर बाजार में क्षेत्र के जागरूक नागरिकों और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने तहसीलदार धर्मपुर रमेश कुमार के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति को एक ज्ञापन प्रेषित किया, जिसमें जम्मू-कश्मीर में हिंदू समुदाय पर हो रहे लगातार अत्याचारों और लक्षित हमलों पर गहरी चिंता व्यक्त की गई। ज्ञापन में कहा गया है कि कश्मीरी हिंदू समुदाय दशकों से कट्टरपंथी ताकतों का निशाना बना हुआ है। उन्हें न केवल धमकियां दी जा रही हैं, बल्कि उनकी जान और संपत्ति भी खतरे में है। 1990 के दशक में हुए नरसंहार और पलायन की त्रासदी आज भी हिंदू समाज के मन में ताजा है। नागरिकों ने हाल के वर्षों में हुई लक्षित हत्याओं और सांप्रदायिक हमलों का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन से अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा और पुनर्वास के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। प्रतिनिधियों ने जोर देकर कहा कि हिंदू समुदाय को अपने ही देश में डर के साए में जीने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जो लोकतंत्र और मानवाधिकारों के मूल सिद्धांतों के विरुद्ध है। उन्होंने राष्ट्रपति से तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया और यह सुनिश्चित करने की मांग की कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और पीड़ितों को न्याय मिले। इस अवसर पर क्षेत्र के कई सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी और नागरिक समाज के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे और उन्होंने पीड़ित समुदाय के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की।