सीएम मेरे गृहक्षेत्र में आएं, लेकिन कृपया यहां झूठ न बोलें: जयराम ठाकुर

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिहं सुक्खू सराज विधानसभा क्षेत्र में माता बगलामुखी के लिए 50 करोड़ की लागत से बन रहे रोपवे का उद्घाटन करेंगे। पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुक्खू पर तंज कसते हुए कहा, आप मेरे विधानसभा क्षेत्र सराज में आ रहे हैं, लेकिन आपसे निवेदन है कि यहां आकर झूठ न बोलें। जयराम ठाकुर ने कहा, आप मेरे विधानसभा क्षेत्र में आ रहे हैं। सराज विधानसभा के तहत देवी का महत्वपूर्ण स्थान बगलामुखी में आ रहे हैं। ये देश का पहला प्रोजेक्ट है, जो नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित है, जिसके तहत माता बगलामुखी के लिए 50 करोड़ की लागत से रोपवे का निर्माण किया जाएगा। मेहरबानी करके इसका उद्घाटन करिए, लेकिन झूठ बोलकर सीएम सुक्खू जनता को गुमराह न करें। जो भी प्रोजेक्ट तैयार होता है, उसका उद्घाटन करिए, लेकिन इस प्रकार से झूठ मत बोलिए।
जयराम ठाकुर ने सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि आजकल सीएम जहां भी जाते हैं, वहां भाजपा द्वारा किए कामों का फीता काट रहे हैं। बावजूद इसके लोगों के बीच जाकर ये झूठ बोल रहे हैं कि उस काम उनकी सरकार ने करवाया है, जबकि हकीकत ये है कि उन सभी कामों को बतौर मुख्यमंत्री भाजपा सरकार के समय उन्होंने बजट के साथ शुरू करवाया था। माता बगलामुखी के लिए 50 करोड़ की लागत से बने रोप-वे का निर्माण भी भाजपा सरकार के समय में ही शुरू हुआ था। उन्होंने कहा कि सीएम सराज में आकर कम से कम इसके बारे में झूठ न बोलें। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, सीएम ने ढली बस स्टैंड के उदघाटन के बाद ये झूठ बोला है कि उस बस स्टैंड के लिए भाजपा सरकार ने बजट का कोई प्रावधान नहीं किया था, जबकि हकीकत यह है कि यह बस स्टैंड स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बना है। उन्होंने कहा कि साल 2022 में भाजपा सरकार ने 4 करोड़ के बजट प्रावधान के साथ ढली बस स्टैंड का निर्माण कार्य शुरू किया था, जबकि बाकी बजट नियमों के तहत किश्तों में जारी हुआ है। जयराम ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग को नकारना सीएम की इसी खूबी को दर्शाता है कि वे दिन के उजाले में बड़ी चतुराई से झूठ बोल देते हैं। जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने दो-दो बार उद्घाटन और दो-दो बार शिलान्यास करने का नया रिवाज छेड़ रखा है, जिन परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास पूर्व सरकारों द्वारा किए जा चुके हैं, उनके उद्घाटन और शिलान्यास फिर से किए जा रहे हैं। सीएम के नाते उन्हें नए कार्यों को शुरू करना चाहिए, जबकि वे किए हुए कार्यों का फिर से रिबन काटने में लगे हुए हैं।