हिमाचल प्रदेश वॉलीबॉल टीम चयन में विवाद, खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात

हिमाचल प्रदेश वॉलीबॉल टीम के चयन को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। खिलाड़ियों ने चयन प्रक्रिया पर भेदभाव और पक्षपात के आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात की। उनका कहना है कि चयन समिति ने प्रतिभाशाली और अनुभवी खिलाड़ियों को नजरअंदाज कर कोच के बेटे को टीम में शामिल किया। राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भी टीम से बाहर कर दिया गया। खिलाड़ियों ने ऑन-कैमरा ट्रायल दोबारा करवाने की मांग की है ताकि चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे। मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए खेल विभाग के निदेशक को जांच के आदेश दिए और दोबारा ट्रायल करवाने को कहा। दूसरी ओर, चयन समिति के सदस्य अर्जुन अवार्डी संजय कुमार फोगाट ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ट्रायल में 70 लड़के और 45 लड़कियों ने हिस्सा लिया, और चयन प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी रही। खेल मंत्री यादवेंद्र गोमा ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और किसी भी अनियमितता पर सख्त कार्रवाई होगी। यह विवाद 26-27 दिसंबर को शिमला के इंदिरा गांधी खेल परिसर में हुए ट्रायल से जुड़ा है, जो 7-13 जनवरी को जयपुर में होने वाली सीनियर नैशनल वॉलीबॉल प्रतियोगिता के लिए आयोजित किया गया था। खिलाड़ियों की शिकायत और सीएम के हस्तक्षेप से निष्पक्ष चयन की उम्मीद की जा रही है।