हिमाचल : 10 अगस्त तक बारिश का येलो अलर्ट, इतना नुकसान: जानें मौसम अपडेट

हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में तेज बारिश आफत बन चुकी है। लगातार हो रही बारिश ने राज्य के हालात चुनौतीपूर्ण बना दिए हैं। जिसके चलते आम जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने जानकारी दी कि 7 और 8 अगस्त को राजधानी शिमला सहित सिरमौर, सोलन और कांगड़ा में भी कुछ -एक क्षेत्रों में तीव्र बारिश होने की सम्भावना जताई है। इसके बाद 9 से 12 अगस्त तक प्रदेश में बारिश से होने की संभावना है। वही मौसम विभाग द्वारा लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।
इन जगहों में येलो अलर्ट जारी
राज्य में कई हिस्सों में 10 अगस्त तक बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में 7 अगस्त को सोलन और सिरमौर जिला में बारिश होने की संभावना जताई गई है। 8 अगस्त को कांगड़ा शिमला, सोलन, सिरमौर में वहीँ 9 अगस्त को ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, मंडी और 10 अगस्त को ऊना, कांगड़ा, मंडी व सिरमौर के कुछ क्षेत्रों में भी बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है।
बीते 24 घंटों में इन क्षेत्रों में हुई बारिश
पिछले 24 घंटों में हिमाचल के शिमला, भुंतर, कल्पा, धर्मशाला, ऊना, नाहन, पालमपुर, सोलन, मनाली, कुकुम्सेरी, सराहन में हल्की से मध्यम बारिश और वहीँ कसौली, धरमपुर, गोहर, बग्गी, नैना देवी, सुंदरनगर, कांगड़ा जैसे कुछ एक क्षेत्रों में तीव्र से बहुत तीव्र बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश में अधिकतम तापमान ऊना में 32.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और वहीँ न्यूनतम तापमान केलोंग में 11.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
533 सड़कें, 635 बिजली ट्रांसफार्मर ठप
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की बीते कल के नए जन उपयोगिता स्थिति रिपोर्ट के मुताबिक पुरे राज्य में 533 सड़कें बाधित हैं, जिनमें NH-3, NH-5, NH-21 तथा NH-305 सम्मिलित हैं। इसके अलावा 635 बिजली ट्रांसफार्मर काम नहीं कर रहे हैं और 266 जलापूर्ति योजनाएं अवरुद्ध हैं।
199 लोगों की गई जान
हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि राज्य में इस साल 20 जून से 6 अगस्त तक मानसून में कुल 199 मौतें हुईं हैं, जिसमें 108 भूस्खलन, अचानक बाढ़, बादल फटने के साथ ही बिजली के झटके के कारण हुईं हैं। मंडी, कुल्लू और कांगड़ा जैसे जिले सबसे अधिक प्रभावित हुई हैं जिनमें केवल मंडी में बारिश से सबसे ज्यादा 23 मौतें हुई हैं। वहीँ 304 लोगों के घायल होने की और 36 लोगों के लापता होने की भी पुष्टि की है। अभी तक कुल नुकसान लगभग 1905.5 करोड़ रुपये का हुआ है जिसमें सड़कें, घर, कृषि, बागवानी, बिजली और जल क्षेत्र प्रभावित हुए हैं।