आज से मानसून सत्र का आगाज़, सदन में सत्ता और विपक्ष के बीच तीखी बहस और हंगामे के पूरे आसार

हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को दोपहर दो बजे से शुरू होगा। माना जा रहा है कि यह सत्र हंगामेदार रहेगा। विपक्ष प्राकृतिक आपदा, स्कूल बंद करने समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है। रविवार को भी सत्र की तैयारियां जारी रहीं और विधानसभा परिसर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई।18 अगस्त से 2 सितंबर तक चलने वाले इस सत्र में कुल 12 बैठकें होंगी। यह हिमाचल विधानसभा के इतिहास का चौथा सबसे लंबा सत्र होगा। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि जनहित से जुड़े मुद्दों पर सार्थक चर्चा हो, इसके लिए सोमवार को सत्र शुरू होने से पहले दोपहर 12 बजे सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है।
अब तक विधानसभा सचिवालय को 981 सवाल मिल चुके हैं, जिनमें 793 तारांकित और 188 अतारांकित हैं। नियम 62, 101 और 130 के तहत भी कई सूचनाएं आई हैं, जिन पर सरकार को कार्रवाई करनी है। पहले दिन सदन में पूर्व विधायक गणेश दत्त भरवाल को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। वहीं कृषि विश्वविद्यालय और बागवानी विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक को वापस लेने का प्रस्ताव भी रखा जाएगा। इसी दिन भाजपा आपदा पर स्थगन प्रस्ताव लाने की तैयारी में है, जबकि कांग्रेस सुबह 10 बजे बैठक कर अपनी जवाबी रणनीति बनाएगी। भाजपा विधायक दल की बैठक में तय हुआ है कि आपदा प्रभावितों को मुआवजा न मिलना, विश्वविद्यालयों में कुलपति नियुक्ति, कर्मचारियों की मांगें और संस्थान बंद करने जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा जाएगा।
भाजपा का आरोप है कि ढाई सौ से ज्यादा लोगों की मौत और ढाई हजार मकानों को नुकसान होने के बावजूद प्रभावितों को राहत नहीं दी गई। केंद्र की ओर से मदद आने के बावजूद, प्रदेश सरकार पीड़ितों तक सहायता पहुंचाने में नाकाम रही। संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में ओक ओवर शिमला में होगी। इसमें सत्र की रणनीति तय की जाएगी। विपक्ष के हर हमले का करारा जवाब दिया जाएगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि सरकार 12 दिन के इस सत्र में कई महत्वपूर्ण विषय लेकर आएगी और सदन का सदुपयोग जनता के हित में किया जाएगा।