जसवां-परागपुर: बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत 1 दिवसीय कार्यक्रम आयोजित
यह कार्यक्रम महिला एवम बाल विकास विभाग, बाल विकास परियोजना प्रागपुर के सौजन्य से खंड प्राथमिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय रक्कड़, जिला कांगड़ा के अधीन आयोजित किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" योजना को बढ़ावा देना और इसके अंतर्गत महिलाओं और लड़कियों के प्रति जागरूकता फैलाना था। कार्यशाला में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के प्रमुख उद्देश्यों पर विस्तृत चर्चा की गई, जैसे घटते लिंगानुपात को सुधारना, महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना, लिंग आधारित भेदभाव को समाप्त करना, लड़कियों की सुरक्षा और शिक्षा को बढ़ावा देना, और लड़कियों के व्यक्तिगत कौशल को बढ़ाना। सीडीपीओ प्रागपुर बलजीत सिंह ने इस विषय पर विस्तार से चर्चा की और बताया कि शिक्षा के आरंभिक चरण से लड़कों और लड़कियों को बराबरी का दर्जा देना, और लड़कियों में नेतृत्व की क्षमता को विकसित करना भेदभाव को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सुपरवाइजर प्रागपुर संदीप कुमार ने बताया कि "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" योजना में शिक्षा विभाग का योगदान अहम है। उन्होंने यह भी कहा कि महिला एवम बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग को मिलकर काम करना होगा, ताकि एक बेहतर और समावेशी समाज का निर्माण किया जा सके। कार्यशाला में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने वाली विभिन्न योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना, मिशन वात्सल्य, मुख्यमंत्री सुख शिक्षा, मुख्यमंत्री कन्यादान, शगुन योजना, बेटी है अनमोल योजना और विधवा पुनर्विवाह पर भी जानकारी दी गई। इन योजनाओं का उद्देश्य आर्थिक सशक्तिकरण और समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है। इस प्रकार, यह कार्यशाला महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों और उनके विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।