प्रदेश में कुछ ज़िलों में हो रही लगातार बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के स्कूली बच्चे हर दिन मौत को चुनौती देकर स्कूल पहुंचने को मजबूर हैं। यहां गिरि नदी पूरे उफान पर है और ऐसे में छछेती पंचायत के कई गांवों के बच्चों को नदी पार करके स्कूल पहुंचना पड़ रहा है। कुछ परिजन बच्चों को स्कूल पहुंचाने जा रहे हैं, जिन्हें हर रोज बच्चों की जान जोखिम में डालकर उन्हें स्कूल पहुंचाना पड़ रहा है। जटिल भौगोलिक परिस्थितियां और सरकारी अनदेखी स्कूली विद्यार्थियों पर भारी पड़ रही है। बारिश के बाद छछेती पंचायत के क्यारी, डाडुवा, कईला समेत आधा दर्जन गांवों के ग्रामीणों का जीवन पटरी पर नहीं लौट पाया है। हालात यह हैं कि ग्रामीणों का संपर्क अभी भी अन्य क्षेत्रों से नहीं जुड़ पाया है। गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ना तो दूर फुटब्रिज बनाने में भी सरकार ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। सतौन से श्री रेणुका जी तक कहीं पर भी गिरि नदी के आर-पार होने के लिए कोई फुटब्रिज या पुल आदि नहीं है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि सभी सामाजिक प्राणी एक दूसरे के पूरक हैं,और यह प्रयास किया जाना चाहिए कि आवश्यकता पड़ने पर समाज के कमजोर वर्गों की यथासंभव सहायता की जाए। डॉ. सैजल आज यहां विशेष बच्चों के लिए समर्पित रोशनी संस्था के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। डॉ. सैजल ने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं कार्यान्वित कर रही है। विशेष एवं दिव्यांगजनों के कल्याण को ध्यान में रखकर अनेक नवीन प्रयास आरंभ किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार 70 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले दिव्यांगजनों को सामाजिक सुरक्षा पैंशन के रूप में 1500 रुपए प्रतिमाह तथा 40 प्रतिशत से 69 प्रतिशत तक विकलांगता वाले उिदव्यांगजनों को 850 रुपए प्रतिमाह सामाजिक सुरक्षा पैंशन प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में वर्तमान प्रदेश सरकार आम आदमी की सरकार है और यह प्रयास किया जा रहा है कि विभिन्न निर्णयों के माध्यम से आमजन को समय पर लाभान्वित किया जाए। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि एक-एक व्यक्ति से समाज बनता है,और यह हम सभी का व्यक्तिगत एवं सामूहिक दायित्व है, कि समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए सभी एकजुट हों। उन्होंने कहा कि विशेष बच्चे विशिष्ट प्रतिभा के धनी होते हैं और समय पर सही मार्गदर्शन से इनकी प्रतिभा को सभी के सामने लाया जा सकता है। डॉ. सैजल ने कहा कि सितंबर माह को पूरे देश में पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है और इस वर्ष का पोषण माह ‘हर घर पोषण व्यवहार’ के उद्देश्य के साथ आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि पोषण माह के महत्व को समझें और अपने शिशुओं,गर्भवती माताओं,स्त्रियों एवं परिजनो को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पौष्टिक आहार प्रदान करें। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में गांव-गांव में स्थानीय स्तर पर सुपाच्य पौष्टिक आहार उपलब्ध हैं। डॉ. सैजल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एवं सोलन जिला पोषण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश को इस वर्ष पोषण अभियान के सफल कार्यान्वयन के लिए तीन राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। सोलन जिला को भी पोषण अभियान में निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। डॉ. सैजल ने इस अवसर पर रोशनी संस्था को प्रदेश सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने आशा जताई कि संस्था विशेष बच्चों के लिए अपने प्रयासों को नए आयाम प्रदान करेगी और अन्य को भी इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करेगी। भाजपा राष्ट्रीय महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और संस्था की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से रोशनी संस्था निरंतर आगे बढ़ रही है और संस्था विशेष बच्चों के जीवन को प्रकाशित करने की दिशा में प्रयासरत है। उन्होंने प्रदेश सरकार से संस्था को अधिक सहयोग देने का आग्रह किया। इन्नर व्हील मिड टाउन सोलन की ओर से इस अवसर पर संस्था को विशेष बच्चों के लिए एक वर्ष की भोजन सामग्री प्रदान की गई। इस अवसर पर विशेष बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। रोशनी संस्था के अध्यक्ष आरएस चंदेल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। बघाट बैंक के अध्यक्ष पवन गुप्ता,नगर परिषद सोलन की उपाध्यक्ष मीरा आनंद,प्रदेश भाजपा प्रवक्ता रितु सेठी,जिला भाजपा के महामंत्री नरेंद्र ठाकुर,बघाट बैंक निदेशक मंडल की सदस्य पूजा हांडा, इन्नर व्हील मिड टाउन की अध्यक्ष सविता भल्ला,रोटरी क्लब के अध्यक्ष मनीष तोमर,अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी विवेक चंदेल, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता कैप्टन एसपी जगोता,जिला कल्याण अधिकारी बीएस ठाकुर,तहसीलदार सोलन गुरमीत नेगी,अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा बड़ी संख्या में भक्तजन इस अवसर पर उपस्थित थे। ।
इस वर्ष गणेश चतुर्थी का पर्व 2 सितम्बर सोमवार को मनाया जा रहा है। यह पर्व हिन्दुओं का एक प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार भारत के विभिन्न भागों में मनाया जाता है किन्तु महाराष्ट्र में बडी़ धूमधाम से मनाया जाता है। पुराणों के अनुसार इसी दिन गणेश का जन्म हुआ था। गणेश चतुर्थी पर हिन्दू भगवान गणेशजी की पूजा की जाती है। कई प्रमुख जगहों पर भगवान गणेश की बड़ी प्रतिमा स्थापित की जाती है। इस प्रतिमा का नौ दिन तक पूजन किया जाता है। नौ दिन बाद गाजे बाजे से श्री गणेश प्रतिमा को किसी तालाब इत्यादि जल में विसर्जित किया जाता है। कब शुरू हो रही है गणेश चतुर्थी तिथि इस साल गणेश चतुर्थी 02 सितंबर दिन सोमवार को सुबह 9 बजकर 1 मिनट से शुरू होने जा रही है, जो 3 सितंबर सुबह: 6 बजकर 50 मिनट तक है। इस दिन लोग अपने घरों में भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना करते हैं और 9 दिनों तक इसकी पूजा अर्चना करते हैं। और 10वें दिन धूमधाम के साथ भगवान गणेश की मूर्ति का विसर्जन करते हैं। आपको बता दें कि इस बार गणेश विसर्जन की शुभ तारीख 12 सितंबर है। बता दें कि भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद माह के शुक्लपक्ष की चतुर्थी और स्वाति नक्षत्र और सिंह लग्न में हुआ था। इसलिए गणेश चतुर्थी की पूजा हमेशा दोपहर के वक्त की जाती है। गणेश चतुर्थी का महत्व हिन्दू धर्म में भगवान गणेश का विशेष स्थान है। कोई भी पूजा, हवन या मांगलिक कार्य उनकी स्तुति के बिना अधूरा है। हिन्दुओं में गणेश वंदना के साथ ही किसी नए काम की शुरुआत होती है। यही वजह है कि गणेश चतुर्थी यानी कि भगवान गणेश के जन्मदिवस को देश भर में पूरे विधि-विधान और उत्साह के साथ मनाया जाता है। सिर्फ चतुर्थी के दिन ही नहीं बल्कि भगवान गणेश का जन्म उत्सव पूरे 10 दिन यानी कि अनंत चतुर्दशी तक मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी का सिर्फ धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व ही नहीं है बल्कि यह राष्ट्रीय एकता का भी प्रतीक है। पौराणिक जन्म कथा शिवपुराण के अन्तर्गत माता पार्वती ने स्नान करने से पूर्व अपनी मैल से एक बालक को उत्पन्न करके उसे अपना द्वारपालबना दिया। शिवजी ने जब प्रवेश करना चाहा तब बालक ने उन्हें रोक दिया। इस पर शिवगणों ने बालक से भयंकर युद्ध किया परंतु संग्राम में उसे कोई पराजित नहीं कर सका। अन्ततोगत्वा भगवान शंकर ने क्रोधित होकर अपने त्रिशूल से उस बालक का सर काट दिया। इससे भगवती शिवा क्रुद्ध हो उठीं और उन्होंने प्रलय करने की ठान ली। भयभीत देवताओं ने देवर्षिनारद की सलाह पर जगदम्बा की स्तुति करके उन्हें शांत किया। शिवजी के निर्देश पर विष्णुजी उत्तर दिशा में सबसे पहले मिले जीव (हाथी) का सिर काटकर ले आए। मृत्युंजय रुद्र ने गज के उस मस्तक को बालक के धड पर रखकर उसे पुनर्जीवित कर दिया। माता पार्वती ने हर्षातिरेक से उस गजमुखबालक को अपने हृदय से लगा लिया और देवताओं में अग्रणी होने का आशीर्वाद दिया। ब्रह्मा, विष्णु, महेश ने उस बालक को सर्वाध्यक्ष घोषित करके अग्रपूज्यहोने का वरदान दिया। भगवान शंकर ने बालक से कहा-गिरिजानन्दन! विघ्न नाश करने में तेरा नाम सर्वोपरि होगा। गणेश्वर!तू भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी को चंद्रमा के उदित होने पर उत्पन्न हुआ है। इस तिथि में व्रत करने वाले के सभी विघ्नों का नाश हो जाएगा और उसे सब सिद्धियां प्राप्त होंगी। मान्यता है चन्द्र-दर्शन निषिद्ध प्रत्येक शुक्ल पक्ष चतुर्थी को चन्द्रदर्शन के पश्चात् व्रती को आहार लेने का निर्देश है, इसके पूर्व नहीं। किंतु भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को रात्रि में चन्द्र-दर्शन (चन्द्रमा देखने को) निषिद्ध किया गया है। जो व्यक्ति इस रात्रि को चन्द्रमा को देखते हैं उन्हें झूठा-कलंक प्राप्त होता है। ऐसा शास्त्रों का निर्देश है।
हिमाचल प्रदेश ज़िला कुल्लू में रविवार को कुछ लोगों ने एक शर्मनाक घटना को अंजाम दे दिया। कुल्लू के गैमन ब्रिज के पास लोगों ने एक बेकसूर कंडक्टर को बच्चा चोर समझकर पूरी बेरहमी के साथ पीटा। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। एसपी कुल्लू गौरव सिंह ने बताया कि रविवार सुबह कुल्लू थाने पर सूचना मिली के गैमन पुल के पास कुछ लोग एक अनजान व्यक्ति को बच्चा चोर समझ कर उसके साथ मारपीट कर रहे हैं। इस पर पुलिस थाना कुल्लू की एक टीम तुरंत मौके पर पहुंची और व्यक्ति को पुलिस थाने लाकर उससे पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि यह व्यक्ति बिलासपुर का रहने वाला है और एक ट्रक कंडक्टर है, जो वहां पानी की टंकी से पानी पीने गया था। जहां पर एक बच्चा भी मौजूद था। इस व्यक्ति ने उस बच्चे से हंसकर नमस्ते बोला और पानी की टंकी के बारे में पूछा जिस पर वह बच्चा डर गया और चिल्लाने लगा। बच्चे से पूछने पर पता चला कि वह इसलिए चिल्लाया क्योंकि उसे उसके माता-पिता ने बताया था कि आजकल यहां बच्चा चोर घूम रहे हैं। वहां मौजूद व्यक्तियों ने उस व्यक्ति के पास इत्र की शीशी को बेहोशी की दवा बता कर कंडक्टर के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। इस पर उन सभी व्यक्तियों जिन्होंने बिना पुलिस से मदद लिए अपने हाथ में कानून लेने की कोशिश की, के ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज़ किया है। पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि जिन लोगो ने उसके साथ मारपीट की है उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। वहीं पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने आम जनता से भी अपील की है कि अफवाहों से बचें। यदि ऐसा कोई मामला लगता है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें और कानून को अपने हाथ में न ले।
प्रदेश के सबसे शिक्षित जिला हमीरपुर का 1 सितंबर 1972 में गठन हुआ था जिसके बाद इस जिले ने शिक्षा के क्षेत्र के साथ-साथ राजनीतिक रूप से भी अपनी एक अलग पहचान बनाई है। 1972 से लेकर 2019 तक के सफर की बात करें तो इस दौरान हमीरपुर के लोगों ने यहां बहुत बड़ा बदलाव देखा। वहीं एक छोटा सा कस्बा देखते ही देखते शिक्षा का हब के रूप में पूरे प्रदेश में मशहूर हो गया। इसके साथ ही जब एनआईटी हमीरपुर में आया तो शिक्षा के जगत में एक बहुत बड़ा मुकाम हमीरपुर को हासिल हुआ। 1998 के बाद हमीरपुर में विकास की रफ्तार तो बढ़ी ही वहीं इसके साथ हमीरपुर में कई तरह के नए शिक्षा संस्थान खुले जिससे स्वरोज़गार और रोज़गार दोनों तरह के कई नए दरवाजे़ भी हमीरपुर के लिए खुल गए। आज की बात करें तो हमीरपुर जिला में इस समय मेडिकल कॉलेज, होटल मैनेजमेंट कॉलेज, एनआईटी टेक्निकल यूनिवर्सिटी, एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के अलावा शिक्षा से जुड़ी कई ऐसी एकेडमी चल रही हैं जिनका नाम पूरे प्रदेश में जाना जाता है। इसके साथ ही खेलों में विजय कुमार के रूप में ओलंपियन फौज में बड़ी संख्या में हीरो, चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टर डीएस राणा, शिक्षा के क्षेत्र में हिम एकैडमी, फिल्म इंडस्ट्री में हमीरपुर के लोगों का नाम और राजनीतिक के क्षेत्र में काफी जाना जाता है।
आईआरसीटीसी से ई-टिकट खरीदना अब महंगा होगा। एक आदेश के तहत इंडियन रेलवे ने पहली सितम्बर से सेवा शुल्क बहाल करने का फैसला किया है। आईआरसीटीसी की ओर से 30 अगस्त को जारी आदेश के मुताबिक अब आईआरसीटीसी गैर वातानुकूलित श्रेणी की ई-टिकट पर 15 रुपए और प्रथम श्रेणी सहित वातानुकूलित श्रेणी की सभी ई-टिकट पर 30 रुपए का सेवा शुल्क वसूल करेगा।
देश में पहली तारीख से कई नए परिवर्तन होने जा रहे है। इसमे सड़क दुर्घटनाओं में लगातार हो रही बढ़ोतरी के मद्देनज़र यातायात नियमो का उल्लंघन करने पर जुर्माने की राशि में कई गुना की बढ़ोतरी की गयी है। इस नियम से सम्बंधित विधेयक संसद के पिछले सत्र में ही पारित हुआ था। जुर्माने में बढ़ोतरी पहली सितम्बर से प्रभावी हो जाएगी। नए नियमो के अनुसार बिना लाइसेंस वाहन चलने पर चालान की राशि को एक हज़ार रुपए से बढ़ाकर पांच हज़ार रुपए किया गया है। शराब पीकर वाहन चलाने पर अब दस हज़ार रुपए का जुर्माना भरना होगा। पहले यह राशि दो हज़ार रुपए थी। स्वीकृत गति से तेज़ वाहन चलाने के मामले में जुर्माना राशि को पांच सो रुपए से बढाकर पाँच हज़ार रुपए किया गया है। आपात सेवा के काम में लगे वाहन को गुजरने के लिए जगह नहीं देने पर दस हज़ार रुपए का दंड भरना होगा। वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करते हुए पकड़े जाने पर पांच हज़ार रुपए का जुर्माना देना होगा। बिना हेलमेट के दोपहिया चलाने पर एक हज़ार रुपए जुर्माना और तीन महीने के लिए लाइसेंस जब्त किया जा सकता है।
कलराज मिश्र के स्थान पर बंडारू दत्तात्रेय को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक रविवार को पांच राज्यपालों की नियुक्ति और तबादले किए गए हैं। राष्ट्रपति भवन कार्यालय द्वारा रविवार को जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र का तबादला कर उन्हें राजस्थान की कमान सौंपी गयी है। इसी के साथ भगत सिंह कोश्यारी महाराष्ट्र के राज्यपाल, आरिफ मोहम्मद खान केरल के राज्यपाल, और डा . तमिलिसाई सुंदरराजन तेलंगाना के राज्यपाल के पद की जिम्मेदारी संभालेंगे । बता दें कि अभी कुछ ही समय पहले कलराज मिश्र को हिमाचल का राज्यपाल बनाया गया था और अब फिर उन्हें बदल दिया गया है।
सोलन ज़िला के अंतर्गत परवाणु पुलिस ने चिट्टे सहित तीन व्यक्तियों को कब्ज़े में लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह परवाणु पुलिस ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग 05 के नज़दीक, पंचकूला की तरफ से धर्मपुर की और जा रही करेटा कार न. HP 74- 9869 से चेकिंग के दौरान 27.23 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया। आरोपियों की पहचान संजीव भारद्वाज पुत्र प्यारे लाल निवासी गांव सूजी डाकखाना जावली तहसील कसौली जिला सोलन आयु करीब 40 वर्ष, सुरिंद्र कुमार पुत्र राम चंद निवासी गांव वझोडू डाकखाना जोवडी तहसील अर्की जिला सोलन आयु करीब 33 वर्ष तथा रवि कुमार पुत्र राजिन्द्र कुमार निवासी मकान न० 03 गली न० 01 अरमान नगर डकोआ जालंधर कैंट पंजाब आयु करीब 32 वर्ष के तौर पर हुई है। परवाणु पुलिस द्वारा आगामी कार्यवाही की जा रही है।
वो 1 सितम्बर 1972 का दिन था। तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ यशवंत सिंह परमार उस दिन सोलन में मौजूद थे। डॉ परमार ओल्ड डीसी ऑफिस चौक या क्रांति चौक पर जैसे ही पहुंचे तो उपस्थित लोगों ने जबरदस्त नारेबाजी और तालियां बजाकर डॉ परमार का अभिनन्दन किया। तब डॉ परमार ने कहा था 'ये स्वागत मेरा है या नए ज़िले का।' जी हाँ उस दिन सोलन को ज़िले का दर्जा दिया गया था और आज सोलन 47 वर्ष का हो चूका है। 47 वर्षों के इस सफर में सोलन ने बहुत कुछ हासिल किया है तो बहुत लम्बा सफर तय करना फिलहाल शेष है। जानते है सोलन के इस सफर के बारे में : मशरूम सिटी ऑफ़ इंडिया: जिला मुख्यालय सोलन को मशरूम सिटी ऑफ़ इंडिया का तमगा भी प्राप्त है। सोलन में मशरूम अनुसन्धान निदेशालय भी जहाँ मशरूम पर शोध होता है। बीत कुछ दशकों में मशरूम उत्पादन से यहाँ के किसानो की तकद्दीर बदल गई है। सिटी ऑफ़ रेड गोल्ड: हिमाचल प्रदेश में हर वर्ष लगभग डेढ़ लाख मेट्रिक टन टमाटर का उत्पादन होता है। इसका करीब 40 फीसदी उत्पादन सिर्फ सोलन में होता है। सोएं में उगने वाला हिम सोना टमाटर न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी एक्सपोर्ट होता है। एजुकेशन हब ऑफ़ हिमाचल: सोलन की पहचान प्रदेश के एजुकेशन हब के तौर पर होती है। यहाँ 9 विवि है। देश के जाने माने स्कूल लॉरेंस सनावर और पाइनग्रोव भी सोलन में ही स्थित है। इसके अतिरक्त यहाँ प्रदेश की इकलौती सेंट्रल स्टेट लाइब्रेरी और उर्दू भाषा एवं प्रशिक्षण संस्थान भी है। इसके अतिरक्त जिला में 9 विवि, 769 प्राथमिक विधालय, 142 माध्यमिक विधालय, 60 उच्च विधालय व 127 वरिष्ठ माध्यमिक विधालय है। देश का फार्मा हब है सोलन: हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल एरिया बीबीएन सोलन में आता है। इस क्षेत्र में छोटे बड़े करीब ढाई हज़ार उद्योग है। इसके अलावा परवाणू में भी करीब 500 उद्योग है। कुल जीडीपी में एक चौथाई योगदान सोलन का: प्रदेश की कुल जीडीपी में सोलन का योगदान 25 प्रतिशत से भी अधिक है। सोलन का पर कैपिटा इनकम भी तीन लाख 90 हज़ार से अधिक है, जो प्रदेश में अव्वल है। अनुसूचित जाति / जनजाति का प्रदेश स्तरीय कार्यालय सोलन में स्थित है। वादे, जिन्हें पूरा होने का इंतज़ार है ... जिला मुख्यालय सोलन प्रदेश की सबसे बड़ी नगर परिषद् है। अब तक सरकार ने इसे नगर निगम बनाने की जहमत नहीं उठाई। इससे पहले स्मार्ट सिटी के चयन में भी सोलन को तरजीह नहीं दी गई थी। टमाटर आधारित फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट और कोल्ड स्टोरेज की मांग कई दशकों से लंबित है। परवाणू और बीबीएन क्षेत्र को रेलमार्ग से जोड़ने का वादा किसी भी सरकार ने पूरा नहीं किया। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कभी भी जरूरी कदम नहीं उठाये गए। जिला सोलन में पर्यटन सिर्फ कसौली और चायल तक ही सिमट कर रह गया है। जबकि अन्य क्षेत्रों में भी पर्यटन की अपार संभावनाएं है। जिला सोलन का क्षेत्रफल 1935 वर्ग किलोमीटर है। सोलन में 4 मंडल, 5 तहसीलें व 211 पंचायतें है। 2011 सेन्सस के अनुसार सोलन की आबादी 5 लाख 77 हज़ार है।
सरकार ने पब्लिक सेक्टर 10 बैंकों के विलय की घोषणा की है। इन 10 बैंको के विलय से 4 बैंक बनेंगे। साथ ही सरकार ने इन सभी 10 बैंकों को 55,250 करोड़ रुपये दिये जाने की भी घोषणा की है , जिसमे से अकेले पंजाब नेशनल बैंक को 16,000 करोड़ रुपये मिलेंगे। जिन बैंकों का विलय हो रहा है, वे समान तकनीकी प्लेटफॉर्म पर ऑपरेट होंगे। पंजाब नेशनल बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक का एक में विलय होगा। इस तरह ये बैंक मिलकर देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बनाएंगे और इनका बिजनेस 17.95 लाख करोड़ होगा। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक मिलकर एक बैंक का गठन होगा, जो देश का पांचवां सबसे बड़ा पीएसयू बैंक होगा। इसका बिजनेस 14.59 लाख करोड़ होगा। इंडियन बैंक का विलय इलाहाबाद बैंक के साथ किया जाएगा और इस तरह यह देश का सातवां सबसे बड़ा पीएसयू बैंक बन जाएगा। इसका बिजनेस 8.08 लाख करोड़ होगा। केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का भी विलय किया जाएगा, जो देश का चौथा सबसे बड़ा पीएसयू बैंक होगा। इसका बिजनेस 15.20 लाख करोड़ होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इन दस बैंकों के कर्मचारियों को आश्वस्त किया है कि विलय के कारण उनकी नौकरी नहीं जाएगी। इस तरह बंटेगा 10 बैंकों में कुल 55,250 करोड़ : पंजाब नेशनल बैंक- 16,000 करोड़ रुपये यूनियन बैंक ऑफ इंडिया- 11,700 करोड़ रुपये बैंक ऑफ बड़ौदा- 7,000 करोड़ रुपये केनरा बैंक- 6,500 करोड़ रुपये इंडियन बैंक- 2,500 करोड़ रुपये इंडियन ओवरसीज बैंक- 3,800 करोड़ रुपये सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया- 3,300 करोड़ रुपये यूको बैंक- 2,100 करोड़ रुपये यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया- 1,600 करोड़ रुपये पंजाब एंड सिंध बैंक- 750 करोड़ रुपये
डीएवी अम्बुजा विद्या निकेतन दाड़लाघाट के दसवीं कक्षा के छात्र सौमिल शर्मा ने एक बार फिर स्कूल तथा अभिभावकों का नाम रोशन किया है। सौमिल शर्मा ने आईएसआरओ द्वारा 10 से 25 अगस्त तक ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रदेश भर में टॉप 2 में अपना स्थान बनाया। इस प्रतियोगिता के माध्यम से हर राज्य से टॉप 2 बच्चे आईएसआरओ के बंगलुरू स्थित केन्द्र से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चंद्रयान 2 की सफल लैंडिंग का लाइव टेलीकास्ट 7 सितम्बर को देखेंगे। सौमिल शर्मा की इस उपलब्धि पर स्कूल तथा अभिभावकों में खासा उत्साह है। स्कूल प्रबंधन समिति के चैयरमेन अनुपम अग्रवाल तथा स्कूल प्रधानाचार्य मुकेश ठाकुर ने सौमिल शर्मा को इस विशिष्ट उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दी। प्रधानाचार्य ने कहा कि यह हम सब के लिए गर्व की बात है कि सौमिल शर्मा प्रधानमंत्री के साथ बंगलुरू स्थित आईएसआरओ के केन्द्र से चंद्रयान 2 का नजारा देखेंगे।
औद्योगिक शहर परवाणु के सैक्टर-1 में चल रहें संस्कार फाऊंडेशन ट्रस्ट के तहत नशा मुक्ति केंद्र के पंजीकरण संदेह के घेरे में आ रहा है। यहां पर सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या यह नशा मुक्ति केंद्र कही पर पंजीकृत था या फिर बिना पंजीकरण के ही चल रहा था। इस नशा मुक्ति केंद्र पर परवाणु की एक महिला ने कथित तौर पर उसके पति के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है, जिसके बाद उसके पति की इलाज के दौरान चंडीगढ़ अस्पताल में मौत हुई। परवाणु पुलिस को अभी तक इस नशा मुक्ति केंद्र के पंजीकरण से संबंधित कोई भी दस्तावेज नहीं मिले है। हालांकि संस्कार फाऊंडेशन ट्रस्ट तहसील कसौली में पंजीकृत है, जिसकी जानकारी परवाणु पुलिस ने अपनी प्रारंभिक जांच में जुटा ली है। यहां पर सबसे बड़ी बात यह भी है कि नशा छुडवाने आए जसविंद्र की मौत को करीब 4 दिन का समय बीत चुका है, लेकिन परवाणु पुलिस की अभी तक नशा मुक्ति केंद्र के एम.डी. के साथ कोई भी बातचीत नहीं हुई है और न ही केंद्र के किसी प्रकार के दस्तावेजो को पुलिस को सौंपा गया है। फिलहाल परवाणु पुलिस की माने तो मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद कारवाई को आगे बढ़ाई जाऐगी। बता दे कि परवाणु में बीते 26 अगस्त को नशा मुक्ति केंद्र में नशा छुडवाने के लिए दाखिल हुए जसविंद्र सिंह की मौत का मामला सामने आया था। इस मामले में अभी मृतक की पत्नी ने पुलिस थाना परवाणु में मामला दर्ज करवाया है, जिसके बाद परवाणु पुलिस ने इस आधार पर शव का पोस्टमार्ट करवाया है, जिसकी रिपोर्ट अभी तक नही आई। मृतक के शरीर में मिले है नीले रंग के निशान : पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार मृतक के शरीर में नीले रंग के निशान मिले है और यह निशान पहले के थे या फिर नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल होने के बाद के है इसका खुलासा होना बाकी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चल सकेगा कि यह निशान कितने दिन पुराने है। इस मामले में अभी पोस्टमार्ट की रिपोर्ट नही आई है। यह ट्रस्ट तहसील कसौली में तो पंजीकृत है, लेकिन इस नशा मुक्ति केंद्र का पता नहीं है कि कही पर पंंजीकृत है। इसके बारे में अभी तक कोई दस्तावेज नहीं मिले है। इसके अलावा इस नशा मुक्ति केंद्र के एम.डी. से भी कोई बात नही हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सब कुछ पता चल सकेगा। -रुपेश कांत, एस.एच.ओ., पुलिस थाना परवाणु।
विधानसभा सत्र में विधानसभा सदस्य बलवीर सिंह चैधरी द्वारा पंचायतों में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सदन में संकल्प लाया गया।विधायक विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर सुभाष ठाकुर ने इसके समर्थन में कहा कि सभी सदस्यों को इसकी चिंता है और उम्मीद है कि इस संबंध में कड़े कदम उठाये जायँगे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार कई वर्षों से पंचायतों में हो रहा है सभी सदस्य यह चाहते हैं कि इस भ्रष्टाचार को खत्म किया जाए। आज पंचायती राज सिस्टम में पंचायतों के विकास के लिए बहुत पैसा आया है यह विकास कार्य हर पंचायत में होने चाहिए। केंद्र सरकार की तरफ से 14वें वित्त आयोग के तहत 10-20-30 लाख रूपय प्रत्येक पंचायत को विकास कार्यो के लिए आता है और कई अन्य केंद्र प्रायोजित योजनाएं हैं जैसे मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना व प्रधानमंत्री आवास योजना ऐसी अनेकों योजनाएं हैं। उसी तरह हमारे राज्य में सांसद निधि, राज्य सभा सांसद निधि, विधायक निधि और अनेकों ऐसी नीतियां हैं, सभी को चिन्ता है कि इस सिस्टम को मजबूत किया जाए। हर पंचायत में हो तकनिकी सहायक उन्होंने सुझाव दिया कि हर एक पंचायत में एक-एक तकनीकी सहायक होना चाहिए। कनिष्ठ अभियंता को 25-25 पंचायतें दी गई है जिस कारण वे 1 माह में सभी पंचायतों तक नहीं पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर एक के पास 10 पंचायतें दे दी जाए तो वे यह कार्य ठीक से कर पाएंगे। इसी तरह पंचायत सचिव और बीडीओ की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।
- परवाणु पुलिस कर रही रिपोर्ट का इंतजार - नशा मुक्ति केंद्र परवाणु पर लगा है अरोप, मारपीट से हुई है मौत पुलिस थाना परवाणु के तहत सामने आए नशा छुडवाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र परवाणु में दाखिल हुए जसविंद्र सिंह की मौत मामले में अब पोस्टमार्ट से खुलासा होगा कि आखिर जसविंद्र सिंह की मौत कैसे हुई। इस मामले में मृतक की पत्नी ने सैक्टर-1 स्थित नशा मुक्ति केंद्र पर कथित तौर पर आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया हुआ है। परवाणु पुलिस भी मामले में कारवाई को आगे बढ़ाने के लिए पोस्टमार्ट रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। मामले में अभी तक पोस्टमार्टम की रिपोर्ट नही आ सकी है और आज शाम तक रिपोर्ट आने की संभावना बनी हुई है, जिसके बाद इस मामले से पर्दा उठ सकेगा। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार मृतक के शरीर में नीले रंग के घाव भी पाए गए है, लेकिन यह अभी पता नही चल सका है कि यह घाव अभी के है या पहले के है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलते ही घाव की स्थिति भी पूरी तरह से स्पष्ट हो जाऐगी। बता दे कि इस मामले में मृतक की पत्नी कुलविंद्र कौर ने परवाणु थाने में शिकायत दर्ज करवाई है कि उसका पति जसविंद्र सिंह शराब पीने का आदी था और उसने अपने पति व जेठ को नशा छुडवाने के लिए परवाणु नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल करवाया था, जहां पर उसके साथ मारपीट की और इसके कारण उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद उसके पति को चंडीगढ़ अस्पताल में भर्ती करवाया जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। - बाक्स : पोस्ट मार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद आगे की कारवाई की जाएगी। रुपेश कांत, एस.एच.ओ., पुलिस थाना परवाणु।
कंडाघाट में एक होटल की लापरवाही का खामियाजा एक व्यक्ति को अपनी जान गवाकर भरना पड़ा। पंजाब के 44 लोग Zurich Resort में ठहरे थे। ये लोग एक एग्रीकल्चर कोआपरेटिव सोसाइटी के है और यहाँ एक मीटिंग के लिए 24 अगस्त से ठहरे हुए थे। रविवार 25 अगस्त की सुबह होटल मैनेजर इनमे से एक मेहमान हरदेव सिंह को कमरे के बाहर सीढ़ियों के नीचे गिरा हुआ पाया। घटना की सुचना पुलिस को दी गई जिसके बाद पुलिस ने मौके पर जाकर तहकीकात की। तहकीकात में सामने आया कि जिस कमरे में हरदेव सिंह ठहरा था उसमें पिछे बालकोनी के लिये दरवाजा था तथा बालकोनी में ग्रिल नहीं लगी थी।संभवतः रात के समय हरदेव सिंह उपरोक्त उक्त दरवाजे से बाहर आया होगा व बालकोनी में ग्रिल न होने के कारण व अन्धेरा होने के कारण निचे गिर गया। यह हादसा होटल प्रबन्धन की लापरवाही के कारण हुआ है। इस संदर्भ में अभियोग धारा 336 व 304 भारतीय दण्ड संहिता में पंजीकृत करके पुलिस द्वारा आगामी कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। .
तीन माह में 369 शराबी चालकों को मिली है सजा सोलन जिला पुलिस द्वारा शराब पीकर वाहन चलाने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध शिंकजा कसा गया है। पिछले तीन माह में न्यायलय ने 369 चालकों को सजा सुनाई है। मई 2019 में शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों को न्यायालय द्वारा 88 वाहन चालकों को न्यायालय के उठने तक की सजा सुनाई गई तथा 2,22,100 रू जुर्माना किया गया। माह जुन में माननीय न्यायलय द्वारा 148 वाहन चालकों को न्यायालय के उठने तक की सजा सुनाई गई तथा 4,55,000 रू. जुर्माना किया गया। माह जुलाई में न्यायलय द्वारा 133 वाहन चालकों को न्यायालय के उठने तक की सजा सुनाई गई। इसके अतिरिक्त 02 वाहन चालको को 07 दिन व 01 वाहन चालक को 04 दिन साधारण कारावास की सजा सुनाई गई तथा 2,17,603 रू. जुर्माना किया गया ।
नशे के खिलाफ सोलन पुलिस की कार्रवाई ज़ारी है। सोमवार को भी सोलन पुलिस ने नशे के एक सौदागर को दबोचने में सफलता हासिल की है। हालांकि उक्त आरोपी इत्तेफ़ाक़ से पुलिस से हत्थे चढ़ गया। जानकारी के अनुसार पुलिस ने संदेह के आधार पर दोहरी दिवार क्षेत्र में एक युवक से 9.70 ग्राम हेरोइन बरामद की है। आरोपी पुलिस को देखकर डर गया था और पीछे मुद लौटने लगा था जिसके बाद पुलिस ने उसकी तलशी लेकर हेरोइन बरामद की। आरोपी की पहचान जतिन शर्मा पुत्र जोगेन्द्र शर्मा निवासी गाँव पथरागढ़ डा. दाड़लाघाट तह. अर्की जिला सोलन के रूप में हुई है। जिस तरह चलते फिरते लोगों से हेरोइन बरामद हो रही है उससे स्पष्ट है कि सोलन अब नशे के गढ़ में तब्दील हो चूका है। हालांकि पुलिस पिछले कुछ समय से काफी लोगों पर शिकंजा कस चुकी है लेकिन इससे पहले पुलिस क्या कर रही थी, ये सवाल उठना लाज़मी है। जाहिर है रातों रात नशे के कारोबार की जड़ें इतनी गहरी नहीं हुई है।
महत्वाकांक्षी पोषण अभियान में निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक बार पुनः सोलन जिला को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह जानकारी उपायुक्त सोलन केसी चमन ने दी। केसी चमन ने कहा कि पोषण अभियान के तहत सोलन जिला को जिला स्तरीय कन्वरजेंस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ज़ुबिन ईरानी ने नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल की उपस्थिति में उपायुक्त सोलन एवं एकीकृत बाल विकास परियोजना विभाग की टीम को यह पुरस्कार प्रदान किया। उपायुक्त सोलन केसी चमन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी सोलन वंदना चौहान ने यह पुरस्कार प्राप्त किया। जिला में ‘हर घर पोषण त्यौहार’ पोषण अभियान के तहत कुपोषण को मिटाने एवं कुपोषण से संबंधित अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए सोलन जिला में विभिन्न सम्बद्ध विभागों के सहयोग से सघन अभियान कार्यान्वित किया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिला में ‘हर घर पोषण त्यौहार’ आरंभ किए गए। इस त्यौहार द्वारा सोलन जिला की सभी ग्राम पंचायतों एवं गांव-गांव में लोगों को यह समझाने में सहायता मिली है कि कुपोषण को दूर करने के लिए क्या किया जाना चाहिए और इस संबंध में किस प्रकार केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा सहायता प्रदान की जा रही है। इसलिए अव्वल है जिला सोलन जनवरी से मार्च 2019 की अवधि में सोलन जिला में गर्भाधान के 12 सप्ताह के भीतर गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण प्रतिशत बढ़कर 81.78 प्रतिशत हो गया। इस अवधि में एक वर्ष तक के शिशुओं का टीकाकरण शत-प्रतिशत रहा। इस समय अवधि में गर्भवती महिलाओं को निर्धारित स्थानों से 360 कैल्शियम गोली देने का प्रतिशत 95.33 प्रतिशत रहा। 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों एवं किशोरों को पहले तथा दूसरे चरण में पेट के कीड़े मारने की दवा देने का प्रतिशत लगभग 99 प्रतिशत रहा। जिला के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में महिलाओं को स्तनपान का व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया गया और इस संबंध में उचित परामर्श दिया गया। जिला के सभी 1281 आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण के संबंध में परामर्श सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। यह सत्र प्रत्येक माह की 15 एवं 24 तारीख को आयोजित किए जा रहे हैं। सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में गोद भराई, अन्न प्राशन्न संस्कार एवं जन्म दिवस को उत्सव के रूप में मनाया जाता है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में प्रथम प्रवेश दिवस और सुपोषण दिवस का आयोजन भी किया जाता है।
आखिरकार अंशुल जिंदगी की जंग हार गया। ग्राम पंचायत पंजगाई का 20 वर्षीय अंशुल एस एस बी की ट्रेनिंग के दौरान कोमा में चला गया। मिली जानकारी अनुसार अंशुल शर्मा को नहाते समय दौरा पड़ा था, जिसके बाद 20 दिन से अंशुल कोमा में था। उधर, जैसे ही खबर क्षेत्रवासियों को मिली, सारा क्षेत्र गम में डूब गया। वहीं, अंशुल की विधवा मां व छोटे भाई पर भी दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। 20 वर्षीय अंशुल एक साल पहले ही एसएसबी में भर्ती हुआ था। वह अभी गोरखपुर में अपनी ट्रेनिंग पूरी कर रहा था। लेकिन 20 दिन पहले ट्रेनिंग के दौरान गोरखपुर में ही उसके साथ कुछ ऐसा घटित हुआ कि वह कोमा में चला गया। बताया जा रहा है कि 20 दिन पूर्व अंशुल ग्राउंड से खेलकर आया और नहाने के लिए जैसे ही उसने पानी अपने ऊपर फेंका उसे दौरा पड़ गया। इसके बाद उसे लखनऊ अस्पताल लाया गया, जहां पता चला कि वह कोमा में जा चुका है।शनिवार को 20 दिन बाद आखिरकार अंशुल जिंदगी की जंग हार गया और सभी को अलविदा कह गया। अंशुल के परिवार में उसकी मां मधु और छोटा भाई हैं। पिता कुलभूषण भी एसएसबी की सेवाएं देते वक्त ही स्वर्ग सिधार गए थे। उनकी मौत के बाद ही अंशुल को नौकरी मिली थी। अंशुल शर्मा को लेकर माता मधु ने बहुत से सपने सँजोये थे , परंतु कुदरत ने जिंदगी में एक और दर्द उन्हें दे दिया। रविवार को अंशुल शर्मा के पार्थिव शरीर कों घर लाया गया और अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार के दौरान उनके पार्थिव शरीर को वहां पर उपस्थित सशस्त्र सेना बल के जवानों ने सलामी दी ओर भारत माता की जय बोलकर अंतिम विदाई दी गई। सैकड़ों की संख्या में इस दुखद अवसर पर लोगों की भीड़ अंतिम विदाई के दौरान बरमाणा श्मशान घाट में उपस्थित थी।
दिनचर्या में अपनाएं आयुर्वेद के नियम-डॉ. राजीव सैजल आरोग्य भारती सोलन द्वारा आयोजित एक दिवसीय आरोग्य मेला एवं ‘स्वस्थ शरीर, स्वस्थ परिवार, स्वस्थ ग्राम, स्वस्थ राष्ट्र’ विषय पर आयोजित सम्मेलन में विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।डॉ. बिंदल ने कहा कि आरोग्य भारती द्वारा आज के सम्मेलन के लिए चुना गया विषय न केवल सामायिक है अपितु सभी के लिए आवश्यक भी है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आज के सम्मेलन के उपरांत हम सभी को स्वस्थ व्यक्ति से स्वस्थ राष्ट्र की दिशा में अपने योगदान के विषय में गंभीरता से सोचना होगा। हम सभी को यह प्रण लेना होगा कि शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ हम स्वयं भी प्रसन्न रहें और सामाजिक क्रियाकलापों में भागीदारी सुनिश्चित कर देश के प्रसन्नता सूचकांक को भी पुष्ट करें।उन्होंने इस महत्वपूर्ण विषय पर सम्मेलन आयोजित करने तथा विभिन्न प्रदर्शनियों के माध्यम से लोगों को आरोग्य, आहार एवं दवाओं की जानकारी प्रदान करने के लिए आरोग्य भारतीय सोलन को बधाई दी। डॉ. बिंदल ने इस अवसर पर योग प्रस्तुत करने वाले बच्चों को अपनी ऐच्छिक निधि से 10 हजार रुपए तथा आरोग्य भारती सोलन को 20 हजार रुपए प्रदान करने की घोषणा की। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि शरीर का अर्थ है निरंतर नाश होने वाला। उन्होंने कहा कि हमारा शरीर आत्मोत्थान एवं मोक्ष प्राप्ति का साधन भी है और इसी के माध्यम से हम देशहित के कार्य कर सकते हैं। सेवानिवृत आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. एसएस परमार ने सभी का स्वागत किया तथा आरोग्य भारती के अध्यक्ष डॉ. एमपी सिंघल ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।इस अवसर पर नशा निवारण विषय पर एक लघु नाटिका एवं बच्चों द्वारा योग प्रदर्शन भी किया गया। विभिन्न विभागों द्वारा स्वास्थ्य एवं पोषाहार से संबंधित प्रदर्शनियां भी लगाई गई। इन्हें किया सम्मानित विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने इस अवसर पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पीजीआई चंडीगढ़ की डॉ. जयमंती बख्शी, सेवानिवृत आयुर्वेद चिकित्सक एवं आरोग्य भारती के सचिव डॉ. राकेश पंडित, आयुर्वेदाचार्य एवं केन्द्रीय आयुष विभाग के पूर्व सलाहकार डॉ. सुरेंद्र कुमार शर्मा तथा अखिल भारतीय आयुर्वेद अनुसंधान केन्द्र के महानिदेशक डॉ. करतार धीमान को सम्मानित भी किया।
खेल जगत में अपनी एक पहचान बना चुकी मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी के मैदान में आजकल भारत के हर राज्य से महिला हैंडबाल खिलाड़ी अभ्यास कर रही है। इन खिलाड़ियों में काफी ज्यादा अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी भी है। मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी के मैदान में भारतीय रेलवे महिला हैंडबाल टीम का प्रशिक्षण शिविर चल रहा है। यह जानकारी मोरसिंघी हैंडबॉल नर्सरी की कोच व संचालक स्नेहलता ने दी। उन्होंने बताया कि शिविर पांचवे दिन वरिष्ठ अधिवक्ता,अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व जिला बाल कल्याण समिति सदस्य बिलासपुर पवन चन्देल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि मुझे यहां आकर बहुत अच्छा लगा। इतने कम समय में इतना नाम व खिलाड़ियों ने इतनी उपलब्धियाँ हासिल की है वो काबिलेतारीफ है। एक से बढ़कर एक खिलाड़ी है यहाँ। उन्होंने कहा मेरा पूरा सहयोग हमेशा आपके साथ रहेगा। मुख्यातिथि के मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी में पहुंचने पर सभी खिलाड़ियों ने उनका जोरदार स्वागत किया। मोरसिंघी हैंडबॉल नर्सरी की कोच व संचालक स्नेहलता, सचिन चौधरी व अन्य ने मुख्यातिथि को शॉल, टोपी , स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सचिन चौधरी, स्नेहलता, जगदम्बा शर्मा महामंत्री महिला मोर्चा घुमारवीं, मनोरमा चौहान, अरविंद यादव कोच भारतीय रेलवे महिला हैंडबॉल टीम, सुरेंद्र कुमार मैनेजर भारतीय महिला हैंडबॉल टीम, संगीता व मोरसिंघी हैंडबॉल नर्सरी व रेलवे के सभी खिलाड़ी मौजूद रहे।
करीब बीते एक माह में दिल्ली से जुड़े तीन राजनीति के दिग्गजों का निधन हुआ है। 20 जुलाई को 15 वर्ष तक दिल्ली की सीएम रही शीला दीक्षित का निधन हुआ। इसके बाद 6 अगस्त को दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज दुनिया को अलविदा कह गई। अब शनिवार (24 अगस्त) को पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के निधन का समाचार आया है, जिनका दिल्ली की राजनीति में काफी दखल रहा है। वे कई बार दिल्ली के सीएम दावेदार भी माने जाते रहे लेकिन शीला दीक्षित के राज में 15 साल तक दिल्ली में कमल नहीं खिला।वे लंबे समय से टीशू कैंसर से जूझ रहे थे और नौ अगस्त से दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे। 13 साल तक रहे DDCA अध्यक्ष अरुण जेटली 1999 से 2012 तक दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (Delhi and District Cricket Association) के अध्यक्ष भी रहे। 2014 की मोदी लहर में हारे अरुण जेटली ने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में केवल एक बार 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा। मोदी लहर के बावजूद अरुण जेटली को अमृतसर लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी अमरिंदर सिंह के हाथों एक लाख से ज्यादा मतों से हार का सामना करना पड़ा था। बावजूद उन्हें वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई।
सरकार ने अनुबंध कर्मियों को करारा झटका दिया है। अनुबंध कर्मियों को अब वरिष्ठता में अनुबंध सेवाकाल का लाभ नहीं मिलेगा। जब वे नियमित होंगे, तभी से वरिष्ठता गिनी जाएगी। सरकार के इस निर्णय से अनुबंध कर्मियों में निराशा है। वर्तमान में करीब 40 हजार अनुबंध कर्मी हैं। सरकार की नीति के अनुसार ये तीन साल के सेवाकाल के बाद नियमित होते हैं। पीटीए शिक्षकों का तीन साल का कार्यकाल पिछले साल पूरा हो गया था, लेकिन वे अभी तक नियमित नहीं हो पा रहे हैं। सरकार का कहना है कि सरकारी सेवा में कार्यरत सभी कर्मचारियों को वरिष्ठता उनकी नियमितीकरण की तिथि से दिए जाने का प्रावधान है। नियमित के विपरीत अनुबंध आधार पर नियुक्त कर्मचारियों पर विभिन्न सेवा संबंधित नियम लागू नहीं होते हैं। कन्ट्रेक्चुअल अप्वाइंटमेंट की शर्तो के अनुसार यह एक अस्थायी व्यवस्था है, जिसे हर साल सशर्त बढ़ाया जाता है। अनुबंध पर दी गई सेवा अवधि को वरिष्ठता लाभ दिया जाना प्रशासनिक रूप से तर्कसंगत नहीं है। अनुबंध नियमित कर्मचारी संघ हिमाचल प्रदेश ने इसे निराशाजनक बताया है। संघ का कहना है कि सरकार ने विभिन्न कर्मचारियों को लाभ देने के लिए कई बार नियमों में संशोधन किया है, पर जब बात अनुबंध और अनुबंध से नियमित कर्मचारियों की आती है तो नियमों का हवाला देकर टाल दिया जाता है।
प्रदेश में पर्यटन को पंख लगाने के लिए हिमाचल के हर हलके में एक हेलीपैड बनाया जायेगा होगा और छह स्थानों पर हेलीपोर्ट बनाए जाएंगे। सीएम जयराम ठाकुर ने बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू के सवाल पर जानकारी दी कि अभी प्रदेश में 64 हेलीपैड हैं। जल्द सरकार द्वारा 11 विधानसभा हलकों में हेलिपैड का निर्माण किया जायेगा। इनमे नादौन, बड़सर, इंदौरा, जसवां परागपुर, सुलह, बल्ह, गगरेट, हरोली, कुटलैहड़, नाहन व पांवटा शामिल है। इसके अतिरक्त सरकार उड़ान दो योजना के अंतर्गत हिमाचल में छह हेलीपोर्ट बनाएगी। इनके निर्माण के लिए पवन हंस लिमिटेड कंपनी द्वारा विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की गई है। इस पर लगभग 28.80 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। - सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि रामपुर और झाकड़ी में 20 किलोमीटर के दायरे में दो हेलीपोर्ट का निर्माण करना सही नहीं है। एक हेलिपैड किसी अन्य जिले के मुख्यालय में बनाना चाहिए। - पांवटा के विधायक सुखराम चौधरी ने हेलीपैड के निर्माण में सिरमौर को प्राथमिकता देने की मांग उठाई। - विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने नाहन में हेलीपैड स्थापित करने की मांग उठाई। यहाँ बनेंगे हेलीपोर्ट( अनुमानित लागत) बनरेड़ू (संजौली-ढली बाईपास शिमला) 10 करोड़ रामपुर, (शिमला) 3,59,16,082 झाकड़ी (शिमला) 3,16,02,490 कांगनीधार (मंडी) 5,25,18,539 बद्दी (सोलन) 2,73,29,340 मनाली (सासे कुल्लू) 3,34.41.780
हिमाचल प्रदेश में दो दिन हुई बारिश के कारण 23 लोगों की मौत हो गई है।इस साल बारिश से अब तक 43 लोगों की मौत हाे चुकी है व 574 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। प्रदेश में 800 से ज्यादा सड़कें व 13 राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है।कुल्लू में दो पुल टूट गए हैं। मौसम विभाग ने जिला मंडी, कांगड़ा, शिमला, सोलन, सिरमौर व बिलासपुर में रेड अलर्ट ज़ारी किया है। फिलहाल राहत कार्यों के लिए सरकार ने 15 करोड़ रुपये जारी किए हैं। जिला मंडी में ब्यास अपना रौद्र रूप दिखा रही है। जिला सोलन में भारी बारिश के कारण अब तक पांच लोगों की मौत हो गई है। बिलासपुर जिला के कठलग गांव में जमीन धंसने से सात घर जमींदोज हो गए। शिमला में आठ लोगों की मौत हो गई है। 12 से लोग घायल हो गए हैं। जिला चंबा के मैहला विकास खंड की बंदला पंचायत में मकान की दीवार गिरने से मलबे में दबकर दादा-पोती की मौत हो गई। जिला चंबा में मौसम के बिगड़े तेवरों के चलते उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा पर प्रशासन ने रोक लगा दी है। बर्फवारी के बाद लाहुल-स्पीति की चंद्रताल झील के आसपास करीब 127 लोग यहां फंस गए थे, जिन्हें रेस्क्यू कर लिया गया है। कोकसर के पास पगलनाला में आई बाढ़ से कोकसर में 50 से अधिक सेना के वाहन भी फंसे हुए हैं।
सूबे में ऐसी कई पंचायतें हैं जिनके आधे लोग एक विधानसभा क्षेत्र तो आधे दूसरे हलके में आते हैं। इसके चलते काफी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। इस समस्या के समाधान के लिए सरकार ने नई पंचायतों के गठन का निर्णय लिया है। इससे कई विधानसभा क्षेत्रों में ब्लॉकों, जिला परिषदों, पंचायत समिति वार्डों और पंचायतों की सीमाओं में फेरबदल होगा। ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने मंगलवार को विधांनसभा में नई पंचायतों के गठन की जानकारी दी। लाहुल स्पीति में फंसे कृषि मंत्री विधानसभा सत्र के पहले दिन कृषि मंत्री डॉक्टर रामलाल मार्कंडेय हिस्सा नहीं ले पाए है। दरअसल कृषि मंत्री लाहुल स्पीति में फंसे हुए हैं।सरकार द्वारा कृषि मंत्री डॉक्टर रामलाल मार्कंडेय को सत्र के लिए लाने की व्यवस्था की जा रही है। इंजीनियरिंग कॉलेजों में खाली रहीं 1,954 सीटें प्रदेश के सरकारी और निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में इस साल 1954 सीटें खाली रही हैं। तकनिकी शिक्षा मंत्री बिक्रम सिंह ने वधानसभा सत्र के दौरान यह जानकारी दी।विदित रहे कि बीते तीन वर्षों में जेईई मेन्स और एचपीसीईटी की मेरिट समाप्त होने पर रिक्त सीटें जमा दो कक्षा के आधार पर भरने के बाद भी सीटें खाली रह रही हैं। ऊना में पकड़े ड्रग्स के 106 मामले जिला ऊना में 1 अप्रैल 2018 से 31 जुलाई 2019 तक सिंथेटिक ड्रग्स चिट्टा, चरस, अफीम के 106 मामले पकड़े गए। चिट्टा के 60, चरस के 41, अफीम के 5 मामले दर्ज किए गए हैं जबकि अवैध शराब बेचने के 201 मामले दर्ज हुए हैं। सीएम द्वारा ये जानकारी सदन में दी गई है।
लोगों ने पैसे एकत्र कर की शव को दफनाने में मदद एक अभागा बाप अपनी ढाई माह की बच्ची को इसलिए नहीं बचा सका क्यों कि उसके पास उसे दूध पिलाने हेतु पैसे नहीं थे। ढाई माह की केतकी ने रोते-बिलखते हुए दम तोड़ दिया। पिता करता भी क्या, जेब में पैसे नहीं थे और उस पर बरसात के बाद लगे जाम ने मुश्किलों में और इजाफा कर दिया था। परमेरी निवासी बहादरपुर उत्तर प्रदेश मंडी में मजदूरी कर जीवन यापन कर रहा था। मूसलाधार बसरात के बाद वह अपने परिवार के साथ अपने घर के लिए निकला था। नेशनल हाईवे चंडीगढ़ मनाली स्वारघाट के पास भूस्खलन के कारण बंद था जिसे सोमवार शाम को एकतरफा आवाजाही के लिए खोला गया। परमेरी भी अपने परिवार के साथ इसी जाम में फंसा हुआ था। आर्थिक तौर पर कमजोर इस परिवार के पास न तो किराए के पैसे बचे थे, न ही कुछ खाने के लिए बचा था। ऐसे में भला बच्ची के लिए दूध कहा से लाता। सो बच्ची ने दम तोड़ दिया।इसके बाद स्थानीय लोगों ने 3500 रुपए की राशि एकत्रित की और बच्ची को दफनाने में भी मदद की। इस दर्दनाक मंजर को देख मौके पर मौजूद लोगों की आंखें भी भर आई।
World Photography Day on 19th august of every year. This day is not only for the people who work in photography but for all the people of different professions to show their emotions from the art of photography and understand its true meaning. It is celebrated to promote photography as a hobby. Many contests are also held during the time of this day to encourage people. Any photo related to architecture, travel, wildlife, home, etc. can be used by people to show their interests by photography. The winners get the awards after the completion of the contests. This day has a history that will surely amaze you. The first day of a photograph was made on the 19 August 1939 in France. The first online global gallery was hosted on the 19th of August 2010. Around 270 photographers shared their ideas on that day. The day is celebrated so that people from various countries and cultures come forward under the same roof and organise competitions, workshops, seminars, etc. This is also to inspire the next generation to get complete guidance from the professionals and scholars in the field.
एक बच्ची अब भी लापता, मां के साथ निकली थी , मां का शव बरामद भारी बारिश और भूस्खलन के चलते अब तक 8 अधिक लोगो की मौत हो चुकी है और अब तक एक दर्जन से अधिक लोगों के घायल होने का समाचार है। शिमला के आरटीओ आफिस के पास रविवार सुबह भूस्खलन में एक मकान के चपेट में आने से एक परिवार की दो बेटीयों की मौत हो गयी। साथ ही एक आदमी के इस हादसे में घायल होने की सूचना है। इसी तरह जिला शिमला के हाटकोटी में शनिवार देर रात एक ट्रक पर पत्थर गिरने से उसमें मौजूद एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि एक व्यक्ति घायल हो गया। बताया जा रहा है कि ट्रक जालंधर से सेब भरने को सावड़ा आया था। एक अन्य मामले में जुब्बड़हट्टी के शाल-चनोग रोड पर सुगना गांव में एक गोशाला भूस्खलन के चपेट में आ गई, जिसमें एक 40 वर्षीय महिला की मौत हो गई। इसी तरह ठियोग की थथल खड़ में भारी पानी आने से वहां से गुजर रही एक महिला अपनी बेटी के साथ बह गई। हादसे में पूर्णा नामक महिला की मौत हो गई जिसकी आयु 53 वर्ष थी, जबकि उसकी बेटी की तलाश जारी है। शिमला के कुमारसैन में भी एक पेड़ के गिरने से नेपाली मूल के दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई।
जिस न्यूज एंकर को देखकर हम बड़े हुए, वो न्यूज एंकर अब हमारी बीच नहीं रहीं। हम बात कर रहे हैं दूरदर्शन की मशहूर एंकर नीलम शर्मा की। दूरदर्शन की पत्रकार और मशहूर एंकर नीलम शर्मा का निधन हो गया है। इस बात की जानकारी दूरदर्शन ने ट्वीट कर दी। नीलम शर्मा दूरदर्शन का एक जानामाना चेहरा थीं, बताया जा रहा है कि वो कैंसर से पीड़ित थीं। इस साल मार्च माह में नीलम शर्मा को 'नारी शक्ति सम्मान' से सम्मानित किया गया था। नीलम दूरदर्शन का एक जाना माना चेहरा रहीं।बताया जा रहा है कि नीलम शर्मा कैंसर से पीड़ित थीं। 'नारी शक्ति' सम्मान के अलावा नीलम को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। दूरदर्शन पर चलने वाला उनका तेजस्विनी प्रोग्राम करोड़ों लोगों की पसंद रहा हैं। नीलम शर्मा हमीरपुर जिला के भोरंज तहसील के भलवानी गांव से सम्बंध रखतीं थीं। उनकी शिक्षा-दीक्षा दिल्ली में ही हुईं थी लेकिन उनका अपने पैतृक गांव से ख़ासा जुड़ाव था और वे नियमित अपने गांव आया-जाया करतीं थीं। उनके निधन से उनके गांव में शौक का माहौल है।
हलवाई की दूकान पर मजदूरी करता था मृतक रक्षाबंधन पर शादीशुदा बेटी से मिलने हाफ डे ले घर के लिए निकला था सरसा नदी में बहे नालागढ़ के सैणी माजरा निवासी एक व्यक्ति का शव शुक्रवार को पंजाब के रणजीतपुरा में मिला है। मृतक 47 वर्षीय धर्मपाल सिंह के परिजनों ने स्वयं शव को ढूंढा व पुलिस के हवाले किया। पुलिस ने दोपहर बाद शव को नालागढ़ चिकित्सालय में पोस्टमार्टम कराने के बाद अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया है। मृतक अपने पीछे दो बेटे व दो बेटियों को छोड़ गया है। मृतक धर्मपाल सिंह, सैणी माजरा में सड़क के साथ हलवाई की दुकान पर मजदूरी करता था। 15 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन उसकी शादीशुदा बड़ी बेटी घर पर आई हुई थी, जिसके चलते वह दुकान से जल्दी ही घर के लिए रवाना हो गया। शाम साढ़े चार बजे वह जैसे ही वह सरसा नदी पार करने लगा ताहि अचानक नदी में पानी आ गया और वह पानी के बहाव में बह गया। आसपास मौजूद लोगों ने इसे बहते हुए देख लिया था जिससे हादसे की जानकारी मिल सकी।इसके बाद से ही उसकी तलाश ज़ारी थी। शुक्रवार सवेरे दस बजे पंजाब के रणजीतपुरा के समीप लोगों ने उसका शव रेत में दबा हुआ देखा और उसे निकालकर पुलिस के हवाले किया पोस्टमार्टम कराने के बाद शुक्रवार शाम को मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। डीएसपी चमन लाल ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में मौत का कारण पानी में डूबना ही लग रहा है, पर बिसरा जांच के बाद ही मौत के कारणों का पता लग पाएगा।
नाहन-शिमला नेशनल हाईवे पर स्थित बनाह की सेर गांव के समीप एक व्यक्ति की तालाब में डूबने से मौत हो गई। हादसा बुधवार शाम पेश आया। बताया जा रहा है बनाह की सेर निवासी मृतक रम्मी कुमार ने शराब पी हुई थी और वह नशे में तालाब में नहाने उतरा और दलदल में फंस गया। इस बात की सूचना ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने उसे तत्काल सिविल अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बुधवार देर शाम को सिविल अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया जिसके बाद वीरवार सुबह मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।
भारत मां जो आजाद कराणे तायीं मावां दे पुत्र चढ़े फांसियां हंसदे-हंसदे आजादी दे नारे लाई.. मैं कुण, कुण घराना मेरा, सारा हिन्दुस्तान ए मेरा भारत मां है मेरी माता, ओ जंजीरां जकड़ी ए. ओ अंग्रेजां पकड़ी ए, उस नू आजाद कराणा ए.. कांशीराम जिन्द जवाणी, जिन्दबाज नी लाणी इक्को बार जमणा, देश बड़ा है कौम बड़ी है. जिन्द अमानत उस देस दी ये वो दौर था जब हिंदुस्तान के हर कोने में आजादी के लिए नारे लग रहे थे। क्रांतिकारी देश को आज़ाद करवाने के लिए हर संभव प्रत्यन कर रह थे। पुरे मुल्क में हजरत मोहनी का लिखा गया नारा इंकलाब जिंदाबाद क्रांति की आवाज बन चूका था। उसी दौर में हिमाचल की शांत पहाड़ियों में एक व्यक्ति पहाड़ी भाषा और लहजे में क्रांति की अलख जगा रहा था। वो गांव-गांव घूमकर अपने लिखे लोकगीतों व कविताओं से आम जन को आजादी के आंदोलन से जोड़ रहा था। नाम था कांशी राम, वहीँ काशी राम जिन्हे पंडित नेहरू ने बाद में पहाड़ी गाँधी का नाम दिया। वहीँ बाबा काशी राम जो 11 बार जेल गए और अपने जीवन के 9 साल सलाखों के पीछे काटे। वहीँ बाबा कशी राम जिन्हें सरोजनी नायडू ने बुलबुल-ए-पहाड़ कहकर बुलाया था। और वहीँ बाबा काशी राम जिन्होंने कसम खाई कि जब तक मुल्क आज़ाद नहीं हो जाता, वो काले कपड़े पहनेंगे। 15 अक्टूबर 1943 को अपनी आखिरी सांसें लेते हुए भी कांशी राम के बदन पर काले कपड़े थे और मरने के बाद उनका कफ़न भी काले कपड़े का ही था। ‘अंग्रेज सरकार दा टिघा पर ध्याड़ा’ यानी अंग्रेज सरकार का सूर्यास्त होने वाला है, जैसी कई कवितायेँ लिख पहाड़ी गाँधी ने ब्रिटिश हुकूमत से लोहा लिया था। मुल्क आज़ाद हो गया लेकिन ये विडम्बना का विषय है कि सियासतगारों ने पहाड़ी गाँधी को भुला दिया। बस कभी -कभार, खानापूर्ति भर के लिए पहाड़ी गाँधी को याद कर लिया जाता है। उनका पुश्तैनी मकान भी पूरी तरह ढहने की कगार पर है, मानो एक तेज बरसात का इन्तजार कर रहा हो। 2017 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वीरभद्र सरकार को पहाड़ी गाँधी की याद आई और डाडासिबा में उनके पुश्तैनी घर को कांशीराम संग्रहालय बनाने का वादा किया गया। खेर चुनाव के बाद सरकार बदल गई और जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री बने। वर्ष 2018 में बाबा काशीराम की जयंती पर 11 जुलाई को जयराम ठाकुर ने भी काशीराम संग्राहलय बनाने की घोषणा की, किन्तु एक वर्ष बीत जाने के बाद भी कुछ नहीं हुआ। बाबा कांशी राम की शादी 7 साल की उम्र में हो गई थी। उस वक्त पत्नी सरस्वती की उम्र महज 5 साल थी। साल 1905 में कांगड़ा घाटी में आये भूकंप में करीब 20 हजार लोगों की जान गई और 50,000 मवेशी मारे गए। तब लाला लाजपत राय की कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक टीम लाहौर से कांगड़ा पहुंची जिसमें बाबा काशी राम भी शामिल थे। उनकी ‘उजड़ी कांगड़े देश जाना’ कविता आज भी सुनी जाती है। लाहौर में कांशी राम की मुलाकात मशहूर देश भक्ति गीत ‘पगड़ी संभाल जट्टा’ लिखने वाले सूफी अंबा प्रसाद और लाल चंद ‘फलक’ से हुई जिसके बाद कांशी राम संगीत और साहित्य के माध्यम से आजादी का लड़ाई में रम गए। 1919 में जब जालियांवाला बाग हत्याकांड के वक्त बाबा कांशी राम भी अमृतसर में थे।इसके बाद ब्रिटिश राज के खिलाफ बगावत के जुर्म में कांशीराम को 5 मई 1920 को लाला लाजपत राय के साथ दो साल के लिए धर्मशाला जेल में डाल दिया गया। 1931 में भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को फांसी मिलने के बाद उन्होंने प्रण लिया कि जब तक मुल्क आज़ाद नहीं हो जाता, तब तक वो काले कपड़े पहनेंगे।उन्हें ‘स्याहपोश जरनैल’ भी कहा गया। वर्ष 1937 में जवाहर लाल नेहरू ने होशियारपुर के गद्दीवाला में एक सभा को संबोधित करते हुए बाबा कांशीराम को पहाड़ी गांधी कहकर संबोधित किया था, जिसके बाद से कांशी राम को पहाड़ी गांधी के नाम से ही जाना गया। बाबा काशी राम ने 1 उपन्यास, 508 कविताएं और 8 कहानियां लिखीं। 23 अप्रैल 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कांगड़ा के ज्वालामुखी में बाबा कांशी राम पर एक डाक टिकट जारी किया था। काशी राम के नाम पर हिमाचल प्रदेश से आने वाले कवियों और लेखकों को अवॉर्ड देने की भी शुरुआत हुई थी, पर पिछले कुछ सालों से ये अवार्ड नहीं दिया जा रहा है। बाकी कांशीराम के नाम से उनके गांव में एक सरकारी स्कूल बना है, जो पंजाब के मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरों ने बनवाया था। दरअसल, हिमाचल बनने से पहले बाबा कशी राम का गृह क्षेत्र पंजाब में आता था।
प्रतियोगिता के ग्रैंड फिनाले में प्रतियोगियों ने अपनी प्रतिभा के दम पर खूब बटोरी तालियां ग्रैंड फिनाले में भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश की सचिव डॉo पूर्णिमा चौहान ने की बतौर मुख्यातिथि शिरकत हुनरबाज़ हिमाचल का ग्रैंड फिनाले शिमला के क्योंथल हॉल में आयोजित किया गया। इसमें प्रदेशभर से हुनरबाज़ों ने अपना दम खम दिखाया।कार्यक्रम में भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश की सचिव डॉ पूर्णिमा चौहान ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।प्रतियोगिता के ग्रैंड फिनाले में डांस में जूनियर वर्ग यावनिका, अक्षिता, चहक, पलक, कृतिका, मन्नत शर्मा, वंशिका, मेघा, श्रेया, यशोर्धन, तमन्ना, दिविता, गीतांजलि, अदवे, अवनिशा, अंकिता, अक्षरा, जिनिया, शिवंशी, शियोना, सुप्रिया वही सीनियर वर्ग में अनिता, सुजल, इशिता, बिपाशा, जाखन, कविता ने अपनी प्रस्तुति दी। ग्रुप डांस में बीट बस्टर ग्रुप, सन बीन इंटरनेशनल स्कूल जुब्बल, लूज़र क्रू पौंटा साहिब व निरितयांगन ग्रुप सोलन ने भी अपनी प्रस्तुतियां दी।वही संगीत मुकाबले में सीनियर वर्ग में दिनेश कुमार बेदी, अंजलि भाटिया, श्वेता सूद, अंजलि शांडिल, सुमित सूद, विक्की, चरण सिंह, प्रज्ञा ठाकुर, तेजस्वनी, पूजा, नेहा शर्मा, युगल रावत ने अपने जलवे बिखेरे वही जूनियर वर्ग में विवान गुप्ता, दिव्यांशी, ईशा ठाकुर, ओजश्वी शर्मा, आर्यन शर्मा, क्षितिज ने अपनी प्रस्तुतियां दी। वही योग में निधि डोगरा व भूपेंदर ने अपनी प्रस्तुति दी और सभी को योग के माध्यम से स्वस्थ रहने का संदेश दिया। ग्रैंड फिनाले के फाइनल संगीत मुकाबले में निर्णायक मंडल में प्रसिद्ध लोक गायक अच्छर सिंह परमार, राष्ट्रपति अवार्ड जिया लाल ठाकुर, एकमात्र बेंजो वादक व प्रसिद्ध गायक अश्वनी शर्मा, मशहूर रंगकर्मी भूपेंदर शर्मा, मशहूर गायक कुमार साहिल व राजकीय कन्या महाविद्यालय शिमला की सँगीत विषय की प्राध्यापक डॉ कल्पना मौजूद रही। नृत्य मुकाबले के निर्णायक मंडल में मशहूर नृत्य शिक्षक रिंकू खान, बॉम्बे डांस कम्पनी से जानवी हाडी व सेक्रेट हार्ट स्कूल शिमला की नृत्य शिक्षिका हिमांशी मारवाड़ी मौजूद रही। हुनरबाज हिमाचल के ग्रैंड फिनाले में मंच ने हिमाचल की विभूतियों को भाषा एवं संस्कृति विभाग की सचिव डॉ पूर्णिमा चौहान के हाथों से देवभूमि शिखर सम्मान से भी नवाजा। इसमें प्रसिद्ध लोकगायक व हिमाचली संस्कृति को कई लोकगीत प्रदान करने वाले सोम दत्त बट्टू, प्रसिद्ध लोकगायक व वरिष्ठ रंगकर्मी अच्छर सिंह परमार, कला सम्मान से सम्मानित इल्ला पांडे, मशूहर लोक गायक व रचयता ज्वाला प्रसाद, प्रदेश में सूफी कलाम को जिंदा रखे हुए व हिमाचल के सुप्रसिद्ध गायक अश्वनी शर्मा, आई टी बी पी में बतौर डिप्टी कमांडेंट तैनात व बाकमाल चित्रकार कमल कुमार व वरिष्ठ रंगकर्मी व फ़िल्म जगत से जुड़े भूपेंद्र शर्मा को देवभूमि शिखर सम्मान से सम्मानित किया गया। वही कार्यक्रम में कांगडा से सोनू भोलू सूद, प्रसिद्ध कलाकार टिंकू विहान, हिमाचल के सर्वश्रेष्ठ कॉमेडी किंग प्रिंस गर्ग, निर्देशक व थिएटर आर्टिस्ट एकलव्य सेन, मशहूर मॉडल भारती अत्री, मशहूर लोक गायक ऐ सी भारद्वाज, हिम स्टार ग्रुप के संस्थापक चेतन प्रकाश, समाजसेवी रोबॉट रॉय, हिलीवुड स्टूडियो से विनोद भारद्वाज, समाजसेवी सुरेश ओबरॉय, हिमाचल एकता मंच के संस्थापक दीपलाल भारद्वाज, प्रिसिद्ध लोक गायक दोत राम पहाड़िया, संगीतकार अनिशा भारद्वाज, सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल की प्रधानाचार्या अमिता भारद्वाज, हिमाचल फ़िल्म सिनेमा के संस्थापक ठाकुर के सी परिहार, मंच संचालक मुनीष नंदन, हिमाचल की शान पूनम नेगी बतौर विशेष अतिथि मौजूद रहे। ग्रैंड फिनाले में कड़ी टक्कर होने के बाद परिणाम घोषित किये गए जिसमें सीनियर ग्रुप में पहले स्थान पर तेजस्वनी रही ।वही दूसरे स्थान पर अनिता, तीसरे स्थान पर सुजल, चौथे स्थान पर प्रज्ञा ठाकुर और पांचवे स्थान पर इशिता रही।जबकि जूनियर वर्ग में पहले स्थान पर अवनिशा, दूसरे स्थान पर दिव्यांशी, तीसरे स्थान पर आर्यन, चौथे स्थान पर गीतांजलि और पांचवे स्थान पर जेनिया रही। ग्रुप डांस में सीनियर में पौण्टा साहिब से लूज़र क्रू ने प्रथम स्थान हासिल किया जबकि जूनियर वर्ग में सोलन के नृत्यआंगन ग्रुप ने प्रथम स्थान हासिल किया।
- कसौली से धधकी थी क्रांति की ज्वाला हिंदुस्तान के स्वतंत्रता संग्राम में हिमाचल प्रदेश का योगदान भी कम नहीं रहा। देवभूमि हिमाचल वीर योद्धाओं और स्वतंत्रता सेनानियों की जन्म और कर्म भूमि भी रहा है। वर्ष 1857 में जब देशभर में ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ विद्रोह प्रखर हुआ तो पहाड़ों की शांतवादियों में भी क्रांति की ज्वाला धधक उठी। करीब चार महीने में देश के पहले स्वतंत्रता संग्राम के लिए लगभग 50 देशभक्त फांसी के फंदे में झूल गए थे। इसकी शुरुआत हुई थी कसौली से। 20 अप्रैल, 1857 को ब्रिटिश हुकुमत के खिलाफ हिमाचल में विद्रोह की चिंगारी कसौली अंग्रेज सैनिक छावनी से भड़की थी। तब 6 भारतीय सैनिकों ने कसौली पुलिस थाने को फूंक दिया था। देखते ही देखते विद्रोह की ये चिंगारी कसौली से डगशाई, सुबाथू, जतोग व कालका छावनियों में फैल गई। तब सिर्फ 45 हिन्दुस्तानियों ने करीब 200 अंग्रेज़ों को परास्त किया था। कसौली की तत्कालीन एडिशनल कमिश्नर पी. मैक्सवेल ने इस घटना के बारे में लिखा कि ये हैरत की बात थी कि कैसे सिर्फ 45 भारतीय सैनिकों ने 200 अंग्रेज सैनिकों को हराया था। उधर, जतोग में गोरखा रेजिमेंट ने सूबेदार भीम सिंह के नेतृत्व में छावनी व खजाने पर कब्जा कर लिया। वहीँ, एक गोरखा सैनिक ने अपनी खुखरी से शिमला बाजार में एक अंग्रेज अधिकारी की गर्दन उड़ा दी।आलम ये था किफिरनगी अपनी जान बचाकर भागने लगे। इस दौरान बुशहर के राजा ने ब्रिटिश हुकूमत को नजराना सहित अन्य सहायता बंद कर दी और क्रांतिकारियों का खुलकर सहयोग किया। हालांकि बिलासपुर सहित कुछ अन्य शासकों ने अंग्रेजों का साथ दिया। इंग्लैंड के समाचार पत्रों में इस घटना का जिक्र Shimla Terror (शिमला आतंक) के तौर पर किया। 1857 की पहली क्रांति का विद्रोह कांगड़ा, कुल्लू-सिराज, चंबा व मंडी-सुकेत तक में हुआ। 11-12 मई के मेरठ व दिल्ली विद्रोह की सूचना कांगड़ा सहित आसपास के पूरे क्षेत्र में फैल गई थी, जिससे ब्रिटिश अधिकारियों ने अपने क्षेत्रों की सुरक्षा के उपाय कर लिए। 19 मई को ऊना-होशियारपुर में क्रांतिकारियों व देशी पुलिस ने भयानक विद्रोह कर दिया। सुजानपुर टीहरा के राजा प्रताप चंद अपने किले में क्रांति की तैयारियां करते रहे, लेकिन इसकी भनक अंग्रेजों को हो गई और महल में ही नजरबंद कर दिया गया। उधर, जसवां, गुलेर, हरिपुर, नौदान, नूरपुर, पठानकोट सहित अन्य क्षेत्र के लोग भी कंपनी के खिलाफ हो गए। नालागढ़ में भी क्रांतिकारियों ने मलौण किले से अंग्रेजों के हथियार कब्जे में ले लिए और 10 जून को जालंधर के दस्ते ने नालागढ़ पहुंचकर वहां के खजाने को लूट लिया। 30 जुलाई को कांगड़ा में विभिन्न स्थानों पर देशी सैनिकों व क्रांतिकारियों की अंग्रेजों के साथ मुठभेड़ हुई और कई ने सुरक्षा के बावजूद शहर में प्रवेश कर लिया। क्रांतिकारी ब्रिगेडियर रमजान को नूरपुर में फांसी दे दी गई, कांगड़ा में पांच व धर्मशाला में छह देशभक्त व क्रांतिकारी फांसी पर चढ़ाए गए। कुल्लू के युवराज प्रताप सिंह ने भी अंग्रेजों के खिलाफ खूब लोहा लिया, लेकिन अपने कुछ साथियों के पकड़े जाने के बाद वह भी गिरफ्तार कर लिए गए और तीन अगस्त को उन्हें व उनके साथी बीर सिंह को फांसी दी गई। मंडी के राजा विजय सेन केवल 10वर्ष के थे और सुकेत रियासत में आपसी गृहयुद्ध के कारण क्रांतिकारियों ने यहां अधिक सहयोग नहीं मिल पाया, लेकिन जनता में देशभक्ति की भावना प्रबल थी। ऐसे में अगस्त 1857 तक पहाड़ों में फैले विद्रोह को शांत कर लिया गया था I
Mikka performed in wedding of Pervez Musharraf's relative on August 8 All India Cine Workers Association (AICWA) bans Mika Singh after his performance in Pakistan. AICWA have taken the decision of boycotting the singer's association with the film production houses, music companies and online music content providers. AICWA have said that they will make sure that no one works with Mika Singh in India. Mikka performed in wedding of Pervez Musharraf's relative in Karachi on August 8 and his video went viral Sunday. Now the singer has been banned and boycotted by All India Cine Workers Association (AICWA).
बिलासपुर में चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाइवे पर पेट्रोल से भरा टैंकर गहरी खाई में जा गिरा। इस हादसे में चालक की मौके पर ही मौत हो गई। उन टैंकर हरियाणा के अंबाला से लेह-लदाख की ओर जा रहा था। पेट्रोल से भरे टैंकर के खाई में गिर जाने की सूचना मिलते ही पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंच कर मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर भेज दिया । फिलहाल शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है । मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची और अग्निशमन विभाग के कर्मचारी दुर्घटना स्थल पर पहुंचकर टैंकर से बह रहे पेट्रोल की निगरानी करने में जुट गए ताकि किसी अन्य तरह की अनहोनी ना हो जाए।
पुलिस थाना ज्वाली के डीएसपी को 45 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए विजिलेंस टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार डीएसपी एससी-एसटी एक्ट के एक मामले को दबाने की एवज में रिश्वत ले रहा था। जानकारी के मुताबिक डीएसपी ज्वाली ज्ञान चंद को इन दिनों नूरपुर के कार्यकारी डीएसपी का कार्यभार दिया है। पुलिस थाना जवाली के तहत पिछले दिनों एक एससी-एसटी एक्ट का मामला दर्ज हुआ था, जिसे दबाने के लिए आरोपी ज्ञान चंद ने 50 हजार रुपये की मांग की थी। इस संबंध में आरोपित ने विजिलेंस में शिकायत की थी। शिकायतकर्ता के नौसार डीएसपी ज्ञान चंद ने उन पर झूठा केस बनाया है और 50 हजार रुपये मांग रहा है। डीएसपी को पांच हजार रुपये एडवांस दिए जा चुके थे और सोमवार बकाया 45 हजार रुपये का भुगतान होना था। बकाया राशि के के साथ शिकायतकर्ता को डीएसपी कार्यालय नूरपुर में बुलाया था। पर विजिलेंस टीम वहां मौजूद थी, जिसके बाद डीएसपी को 45 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया गया। मामले की पुष्टि एसपी विजिलेंस उत्तरी क्षेत्र अरुल कुमार ने की है।
सरकार का दावा : जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य करगिल में उग्र प्रदर्शन: करगिल के पूर्व विधायक हाजी असगर का दावा है कि करगिल में काफी हंगामा हो रहा है, धारा 144 के बीच करगिल में उग्र प्रदर्शन हो रहा है। धारा 144 बरकरार, ढील के बीच रोजमर्रा के सामान के लिए सड़कों पर निकले लोग बौखलाया पाकिस्तान, उलजुलूल बयानों का सिलसिला ज़ारी अभी भी श्रीनगर में हैं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल राजयसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद को श्रीनगर एयरपोर्ट पर रोका गया
इस निर्णय ने कांग्रेस की दोहरी मानसिकता के चेहरे से उतारा नकाब धारा 370 हटाने के इस ऐतिहासिक निर्णय ने कांग्रेस की दोहरी मानसिकता के चेहरे से नकाब उतार दिया है अब कांग्रेस के नेता मुंह छिपाते फिर रहे हैं ।यह बात सदर के विधायक सुभाष ठाकुर ने बिलासपुर में कही। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस के नेता देश के नागरिकों का सामना करने के बजाए दाएं बाएं की बाते कर रहे हैं। इस निर्णय ने देश के 130 करोड़ नागरिकों को न्याय दिलाने का कार्य किया है जिसके लिए भाजपा का सर्वोच्य नेतृत्व बधाई का पात्र है। बिलासपुर में इसके अलावा भाजपा एवं अन्य मातृ संगठनों द्वारा केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर के मुददे पर धारा 370 समाप्त करने पर प्रसन्नता मनाई गई। सुभाष ठाकुर ने आगे कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। आज भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में शामिल एक और वायदे को पूरा कर दिया है। आज डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी का सपना एक देश, एक निशान, एक पहचान को साकार किया है। आज के जम्मू कश्मीर केन्द्र शासित प्रदेश बन गया है वहीं लद्वाख को भी अपना केन्द्र शासित प्रदेश का नया नाम दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमितशाह बधाई के पात्र है। बिलासपुर में भाजपाइयों ने मनाया जश्न बजरंग दल के प्रदेश संयोजक तुषार डोगरा ने कहा कि भाजपा ने इस सावन मास के पहले सोमवार को चद्रयान 2 का सफलतापूर्वक परीक्षण किया, दूसरे सोमवार को 3 तलाक कानून को लागू किया और आज तीसरे सोमवार को देश को एक देश एक निशान और एक पहचान दिलाकर देश को गौरावान्वित किया है। विधायक राजेन्द्र गर्ग ने कहा कि धारा 370 समाप्त होने पर अब कश्मीर में रहने वाले पाकिस्तानियों को भारतीय नागरिकता नहीं मिलेगी। अब कश्मीर में आरटीआई और सीएजी जैसे कानून लागू होंगे जिससे पारदर्शिता आएगी। उधर, झंडुत्ता भारतीय जनता पार्टी झंडुत्ता मंडल द्वारा 370 व35 ए को हटाए जाने पर भारतीय जनता पार्टी झंडुत्ता मंडल ने पटाखे व आतिशबाजी और मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष सुभाष मन्हास,महासचिव दिनेश चंदेल, व्यापार मंडल के प्रधान अनिल धीमान,अनिल चंदेल,मनोज चंदेल,राकेश चंदेल,्रबाबू राम राणा,सुभाष वर्मा,इंद्र सिंह ,सत्यपाल वर्मा,दलजीत कटवाल,रामपाल शर्मा,सुरजीत गौतम,रविंद्र सिंह,मुख्त्यार सिंह,एसएल शर्मा,सुभाष,संजीव सोनी व विपन उपस्थित रहे। उधर, बिलासपुर शहर के गुरूद्धारा चौक पर विहिप के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश संयोजक तुषार डोगरा के नेतृत्व में एक दूसरे को मिठाई बांटकर खुशी मनाई। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई बिलासपुर ने राष्ट्रपति आदेश द्वारा जम्मू कश्मीर से अस्थाई अनुच्छेद 370 को हटाने के लिए ऐतिहासिक कदम का स्वागत किया है। अभाविप के ईकाई अध्यक्ष राहुल ठाकुर ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने 11 सितंबर 1990 में चलो कश्मीर आंदोलन किया था। इसमें हजारों विद्यार्थियों ने भाग लिया एवं विद्यार्थी परिषद लगातार धारा 370 और 35 ए को हटाने के लिए आंदोलन कर रही थी। आज के दिन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आंदोलन की जीत हुई। इसी जीत को विद्यार्थी परिषद द्वारा भारत माता के जयघोष के साथ धूमधाम से मनाया गया।
The owner of a tailoring shop in Keran near Line of Control (LoC) in Kupwara district was arrested on Sunday after 15 hand grenades were recovered from his shop. The man, identified as Parvez Khawaja. As per the information received, a local resident, identified as Abdul Hamid Bajad, had died in the explosion, sunday morning. After an explosion was heard in the area, a joint team of police and the Indian Army reached the spot and arrested the tailoring shop owner and rcovered 15 hand grenades from his shop.